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Mahendragarh-Narnaul News: किसानों ने समझी सरसों उत्पादन की उन्नत कृषि क्रिया
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फोटो संख्या:51 केवीके में किसानों को जानकारी देते हुए डॉ. जयलाल। स्रोत: संस्थान
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महेंद्रगढ़। कृषि विज्ञान केंद्र की ओर से केंद्र परिसर में सरसों फसल की उन्नत कृषि क्रियाएं विषय पर दो दिवसीय किसान प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। किसानों को सरसों की अच्छी पैदावार के लिए उन्नत कृषि क्रियाओं के बारे में बताया गया व सरसों की फसल में बीमारियों के पहचान एवं उनकी रोकथाम के उपाय बताए गए।
शनिवार को समापन अवसर पर केंद्र के वरिष्ठ संयोजक व कीट वैज्ञानिक डाॅ. जयलाल यादव ने महिला-पुरुष किसानों को सरसों फसल के लगाए हुए प्रदर्शन प्लाट की उन्नत कृषि क्रियाओं से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि महेंद्रगढ़ जिला के किसान सरसों फसल की अच्छी पैदावार ले रहे हैं। इसके उपरांत भी किसान फसल उत्पादन की उन्नत कृषि क्रियाओं को अपनाने में पीछे हैं।
किसानों को उन्नत कृषि क्रियाओं को अपनाना चाहिए ताकि सरसों के उत्पादन को और अधिक बढ़ाया जा सके। सरसों फसल के 250 एकड़ में प्रदर्शन प्लाट लगाएं गएं हैं, जिनमें उन्नत किस्म का बीज आरएच 1424 व आरएच1975, जिवाणु खादों का प्रयोग, जिप्सम का प्रयोग, संतुलित मात्रा में खादों का प्रयोग, तना गलन व सफेद रतुआ बीमारी की रोकथाम, मरगोजा की रोकथाम की तकनीकों की जानकारी दी।
प्रशिक्षण के आयोजक डाॅ. आशीष शिवरान ने सरसों फसल की उन्नत सस्य क्रियाओं पर व्याख्यान दिया। डाॅ. नरेंद्र यादव ने सरसों फसल में कीटों व बीमारियों के प्रबंधन व डाॅ. अशोक ढिल्लों ने सरसों फसल के आय व्यय तथा प्रधानमंत्री फसल बीमा के बारे में जानकारी दी। इस प्रशिक्षण में 40 किसानों ने भाग लिया ।
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शनिवार को समापन अवसर पर केंद्र के वरिष्ठ संयोजक व कीट वैज्ञानिक डाॅ. जयलाल यादव ने महिला-पुरुष किसानों को सरसों फसल के लगाए हुए प्रदर्शन प्लाट की उन्नत कृषि क्रियाओं से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि महेंद्रगढ़ जिला के किसान सरसों फसल की अच्छी पैदावार ले रहे हैं। इसके उपरांत भी किसान फसल उत्पादन की उन्नत कृषि क्रियाओं को अपनाने में पीछे हैं।
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किसानों को उन्नत कृषि क्रियाओं को अपनाना चाहिए ताकि सरसों के उत्पादन को और अधिक बढ़ाया जा सके। सरसों फसल के 250 एकड़ में प्रदर्शन प्लाट लगाएं गएं हैं, जिनमें उन्नत किस्म का बीज आरएच 1424 व आरएच1975, जिवाणु खादों का प्रयोग, जिप्सम का प्रयोग, संतुलित मात्रा में खादों का प्रयोग, तना गलन व सफेद रतुआ बीमारी की रोकथाम, मरगोजा की रोकथाम की तकनीकों की जानकारी दी।
प्रशिक्षण के आयोजक डाॅ. आशीष शिवरान ने सरसों फसल की उन्नत सस्य क्रियाओं पर व्याख्यान दिया। डाॅ. नरेंद्र यादव ने सरसों फसल में कीटों व बीमारियों के प्रबंधन व डाॅ. अशोक ढिल्लों ने सरसों फसल के आय व्यय तथा प्रधानमंत्री फसल बीमा के बारे में जानकारी दी। इस प्रशिक्षण में 40 किसानों ने भाग लिया ।