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Rewari News: तैयारी... जिले के सरकारी अस्पतालों में 453 बेड की व्यवस्था
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रेवाड़ी। भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की तरफ से चिकित्सकों व कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। साथ ही किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार रहने के निर्देश जारी किए गए हैं।
जिले में कुल 1345 बेड मौजूद हैं। इनमें से 453 बेड सरकारी अस्पतालों में हैं। बाकी बेड प्राइवेट अस्पतालों में संस्थाओं के पास हैं। अगर बेड की जरूरत पड़ेगी तो इनकी मदद ली जाएगी। स्वास्थ्य विभाग के पास 29 सरकारी एंबुलेंस हैं और 23 एंबुलेंस निजी क्षेत्र की उपलब्ध हैं। दवाइयों का स्टॉक भी पूरा कर लिया गया है।
अग्निशमन विभाग भी पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है। इधर, सरकार की तरफ से निर्देश जारी किए गए हैं कि अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को आगामी आदेशों तक कोई भी छुट्टी मंजूर न करें। सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को ये सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं कि सभी अपने कार्यस्थल पर मौजूद रहें।
यदि किसी अधिकारी या कर्मचारी को विषम परिस्थितियों में अवकाश लेने की आवश्यकता पड़ती है तो उसे महानिदेशक, स्वास्थ्य सेवाएं, हरियाणा से पूर्व अनुमति लेना अनिवार्य होगा।
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उपायुक्त ने सायरन की व्यवस्था करने के दिए निर्देश
प्रदेश सरकार के विकास एवं पंचायत विभाग ने राज्यभर की ग्राम पंचायतों को लेकर एक महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किया है। इसमें कहा गया है कि आपदा प्रबंधन के तहत प्रत्येक ग्राम पंचायत में सायरन की स्थापना और उसका संचालन सुनिश्चित किया जाए। यह निर्देश उपायुक्त रेवाड़ी के माध्यम से सभी खंड विकास एवं पंचायत अधिकारियों को भेजे गए हैं, ताकि समय रहते सभी आवश्यक तैयारियां पूरी हो सकें।
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इस वजह से जरूरी है सायरन:
सरकार का मानना है कि युद्ध, भूकंप, बाढ़, अग्निकांड, रासायनिक दुर्घटनाओं जैसी आपदाओं के समय यदि गांवों में सायरन जैसी चेतावनी प्रणाली पहले से सक्रिय हो, तो जनहानि और संपत्ति की क्षति को काफी हद तक रोका जा सकता है। यही कारण है कि ग्राम पंचायतों को अब इस दिशा में सक्रिय किया जा रहा है।
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जिले में कुल 1345 बेड मौजूद हैं। इनमें से 453 बेड सरकारी अस्पतालों में हैं। बाकी बेड प्राइवेट अस्पतालों व संस्थाओं के पास है। स्वास्थ्य विभाग के पास 29 सरकारी एंबुलेंस हैं और 23 एंबुलेंस निजी क्षेत्र की उपलब्ध हैं। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से तैयार है।
-डॉ. नरेंद्र दहिया, सीएमओ रेवाड़ी।
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जिले में कुल 1345 बेड मौजूद हैं। इनमें से 453 बेड सरकारी अस्पतालों में हैं। बाकी बेड प्राइवेट अस्पतालों में संस्थाओं के पास हैं। अगर बेड की जरूरत पड़ेगी तो इनकी मदद ली जाएगी। स्वास्थ्य विभाग के पास 29 सरकारी एंबुलेंस हैं और 23 एंबुलेंस निजी क्षेत्र की उपलब्ध हैं। दवाइयों का स्टॉक भी पूरा कर लिया गया है।
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अग्निशमन विभाग भी पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है। इधर, सरकार की तरफ से निर्देश जारी किए गए हैं कि अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को आगामी आदेशों तक कोई भी छुट्टी मंजूर न करें। सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को ये सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं कि सभी अपने कार्यस्थल पर मौजूद रहें।
यदि किसी अधिकारी या कर्मचारी को विषम परिस्थितियों में अवकाश लेने की आवश्यकता पड़ती है तो उसे महानिदेशक, स्वास्थ्य सेवाएं, हरियाणा से पूर्व अनुमति लेना अनिवार्य होगा।
उपायुक्त ने सायरन की व्यवस्था करने के दिए निर्देश
प्रदेश सरकार के विकास एवं पंचायत विभाग ने राज्यभर की ग्राम पंचायतों को लेकर एक महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किया है। इसमें कहा गया है कि आपदा प्रबंधन के तहत प्रत्येक ग्राम पंचायत में सायरन की स्थापना और उसका संचालन सुनिश्चित किया जाए। यह निर्देश उपायुक्त रेवाड़ी के माध्यम से सभी खंड विकास एवं पंचायत अधिकारियों को भेजे गए हैं, ताकि समय रहते सभी आवश्यक तैयारियां पूरी हो सकें।
इस वजह से जरूरी है सायरन:
सरकार का मानना है कि युद्ध, भूकंप, बाढ़, अग्निकांड, रासायनिक दुर्घटनाओं जैसी आपदाओं के समय यदि गांवों में सायरन जैसी चेतावनी प्रणाली पहले से सक्रिय हो, तो जनहानि और संपत्ति की क्षति को काफी हद तक रोका जा सकता है। यही कारण है कि ग्राम पंचायतों को अब इस दिशा में सक्रिय किया जा रहा है।
जिले में कुल 1345 बेड मौजूद हैं। इनमें से 453 बेड सरकारी अस्पतालों में हैं। बाकी बेड प्राइवेट अस्पतालों व संस्थाओं के पास है। स्वास्थ्य विभाग के पास 29 सरकारी एंबुलेंस हैं और 23 एंबुलेंस निजी क्षेत्र की उपलब्ध हैं। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से तैयार है।
-डॉ. नरेंद्र दहिया, सीएमओ रेवाड़ी।