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Rewari News: नागरिक अस्पताल में मरीजों की सुविधा के लिए टोकन सिस्टम शुरू

Rohtak Bureau रोहतक ब्यूरो
Updated Sun, 14 Sep 2025 12:49 AM IST
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Token system started for the convenience of patients in civil hospital
13जेएनडी01: नागरिक अस्पताल के गायनी वार्ड में शुरू हुआ टोकन सिस्टम। संवाद
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जींद। नागरिक अस्पताल में मरीजों की सुविधा को देखते हुए इलाज के लिए गायनी वार्ड में टोकन सिस्टम शुरू किया है। अब ओपीडी स्लिप पर जो नंबर होगा। उसी के आधार पर चिकित्सक के पास उपचार के लिए मरीज की एंट्री होगी। चिकित्सक के पास इलाज करवाने को लेकर किसी भी प्रकार की सिफारिश नहीं लगेगी। पहले कुछ मरीज आए दिन अपने नंबर को लेकर विवाद करते थे।
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नागरिक अस्पताल में होने वाले इस विवाद को समाप्त करने व मरीजों की सुविधा के लिए टोकन सिस्टम शुरू हुआ है। हर चिकित्सक के रूम के बाहर गेट पर स्क्रीन लगाई जाएगी। इसमें मरीजों पर्ची पर ही नंबर मिलेगा। इन नंबरों के आधार पर चिकित्सक रूम में एंट्री होगी।
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इस स्क्रीन पर सीरियल के अनुसार नंबर आएगा। जिस मरीज का भी स्क्रीन पर नंबर आएगा तो वह चिकित्सक के पास जा सकेगा। प्रथम चरण में गायनी वार्ड में यह सुविधा शुरू की गई है। सबसे ज्यादा विवाद महिलाओं का गायनी के बाहर रहता था।
गायनी की ओपीडी ज्यादा होने के कारण अपने नंबर के इंतजार के लिए घंटों तक महिलाएं गेट पर खड़ी रहती थी। अब महिलाओं को गेट पर खड़ा होकर जमावड़ा नहीं लगाना होगा और कमरे के बाहर लगी कुर्सियां पर आसानी से बैठकर अपने नंबर का इंतजार करेंगी।
इसके अलावा अन्य ओपीडी में भी इसी माह में यह टोकन सिस्टम शुरू करने के लिए अस्पताल प्रशासन काम कर रही है।
प्रतिदिन 1500 से अधिक ओपीडी होती हैं

नागरिक अस्पताल में प्रतिदिन 1500 से अधिक ओपीडी होती है। ऐसे में सप्ताह में सोमवार से लेकर वीरवार तक तो काफी भीड़ अस्पताल में रहती है। रजिस्ट्रेशन करवाने से लेकर दवाई लेने के तक लोगों को काफी लंबी कतार में गुजरना पड़ता है। जिलेभर से आने वाले मरीजों के लिए यह राहत का काम अस्पताल में शुरू हुआ है।
वर्जन
स्वास्थ्य विभाग ने मरीजों की सुविधा के लिए अस्पताल में टोकन सिस्टम शुरू किया है। मरीज की पर्ची पर उसका नंबर लिखा जाएगा। इसी नंबरिंग के आधार पर चिकित्सक के कमरे के बार लगी स्क्रीन पर नंबरिंग आएगी। जिस भी मरीज का नंबर सामने आएगा। वह उपचार के लिए चिकित्सक के पास जाएगा। इससे उपचार में भी पारदर्शिता आएगी। नंबर को लेकर होने वाला विवाद समाप्त हो जाएगा। -डॉ. रघुबीर पूनिया, पीएमओ नागरिक अस्पताल जींद।
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