Himachal News: मुख्यमंत्री सुक्खू बोले- चिट्टा तस्करों की संपत्तियां अगले छह महीने पूरी तरह से नष्ट करेंगे
शुक्रवार को कांगड़ा के इंदौरा विधानसभा क्षेत्र में इंदौरा उत्सव के समापन समारोह की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार ने नशे के खिलाफ अब तक सबसे बड़ा चिट्टा मुक्त हिमाचल अभियान शुरू किया है, जो जन आंदोलन का रूप ले चुका है। पढ़ें पूरी खबर...
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मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि रोजगार योजना (मनरेगा) को समाप्त करना गरीबों के हितों के साथ कुठाराघात और अन्याय है। मनरेगा योजना गरीब से गरीब लोगों के लिए रोजगार का सहारा थी, जो कोरोना जैसे मुश्किल हालातों में भी उनके साथ थी। केंद्र सरकार का यह प्रयास गरीबों के खिलाफ है। इसका सख्त विरोध करेंगे। यह बात मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को कांगड़ा के इंदौरा विधानसभा क्षेत्र में इंदौरा उत्सव के समापन समारोह की अध्यक्षता करते हुए कही। मुख्यमंत्री ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) को समाप्त करने और उसकी जगह नया विधेयक लाने के लिए केंद्र सरकार के निर्णय की कड़ी निंदा की।
सुक्खू ने चिट्टा मुक्त हिमाचल थीम में करवाए गए इस कार्यक्रम के लिए आयोजकों की सराहना की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित कर रही है। राज्य में रोजगार और स्वरोजगार के अनेक अवसर सृजित किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि शीघ्र ही राज्य चयन आयोग के माध्यम से विभिन्न पदों पर हजारों भर्तियां की जाएंगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने नशे के खिलाफ अब तक सबसे बड़ा चिट्टा मुक्त हिमाचल अभियान शुरू किया है, जो जन आंदोलन का रूप ले चुका है।
आज इंदौरा उत्सव-2025 के समापन समारोह में सहभागिता करने का अवसर प्राप्त हुआ।
— Sukhvinder Singh Sukhu (@SukhuSukhvinder) December 19, 2025
यह उत्सव हमारी संस्कृति, विरासत और सामूहिक पहचान का प्रतीक है, जो वर्षों से लोक नृत्य, संगीत, कला और परंपराओं के माध्यम से हमारी पहचान व्यक्त करते आ रहा है।
यह अनुपम विरासत हमारी प्रेरणा है और आने वाली… pic.twitter.com/R1OONnGmuH
उन्होंने कहा कि नशे के कारोबार से कमाए गए अवैध धन को जब्त किया जाएगा। अब तक 50 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति जब्त की जा चुकी है। आगामी 6 माह में प्रदेश में चिट्टा तस्करों की चिट्टे से कमाई गई संपत्ति को पूरी तरह नष्ट किया जाएगा। नशा तस्करों और अंतर राज्य गिरोहों की रीढ़ तोड़ने में सरकार सफल रही है। उन्होंने लोगों से चिट्टे से जुड़ी सूचना आपातकालीन नंबर 112 पर देने का आग्रह किया। सूचना देने वाले को 10,000 रुपये से लेकर 10 लाख रुपये तक इनाम दिया जाएगा।
सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार ने राज्य को आत्मनिर्भर और समृद्ध राज्य बनाने के लिए बड़े निर्णय लिए हैं। वाइल्ड फ्लावर हॉल मामले में कानूनी लड़ाई जीती है, जिससे प्रदेश को हर साल 20 करोड़ रुपये की आय होगी। इसी तरह कड़छम वांगतू परियोजना से हर वर्ष 150 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आय होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब से सटे क्षेत्रों में चिट्टे का गंभीर प्रभाव देखा जा रहा है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जो भी व्यक्ति हिमाचल के युवाओं के जीवन में जहर घोलेगा, उसे किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। दोपहर बाद मुख्यमंत्री ने चिट्टा मुक्त हिमाचल अभियान में वॉकथॉन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, जिसमें बड़ी संख्या में युवाओं, महिलाओं और सामाजिक संगठनों ने भाग लिया।