{"_id":"68cd420f5b8305bb8208793d","slug":"himachal-youth-gets-patent-from-central-government-research-work-at-iit-kanpur-gets-recognition-2025-09-19","type":"story","status":"publish","title_hn":"Himachal News : हिमाचल के युवा को केंद्र सरकार से पेटेंट, आईआईटी कानपुर में शोध कार्य को मिली मान्यता","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Himachal News : हिमाचल के युवा को केंद्र सरकार से पेटेंट, आईआईटी कानपुर में शोध कार्य को मिली मान्यता
संवाद न्यूज एजेंसी, बिलासपुर।
Published by: अंकेश डोगरा
Updated Fri, 19 Sep 2025 05:17 PM IST
विज्ञापन
सार
आईआईटी कानपुर से केमिकल इंजीनियरिंग में पीएचडी कर रहे राहुल को केंद्र सरकार ने डोलोमाइट मिश्रित माइक्रो नैनो फर्टिलाइजर कंपोजिशन और इसे तैयार करने की विधि पर आधारित पेटेंट प्रदान किया है। पढ़ें पूरी खबर...

राहुल गुप्ता
- फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
विज्ञापन
विस्तार
हिमाचल के मंडी जिले के होनहार युवा राहुल गुप्ता ने विज्ञान और शिक्षा के क्षेत्र में प्रदेश का नाम रोशन किया है। वर्तमान में आईआईटी कानपुर से केमिकल इंजीनियरिंग में पीएचडी कर रहे राहुल को केंद्र सरकार ने डोलोमाइट मिश्रित माइक्रो नैनो फर्टिलाइजर कंपोजिशन और इसे तैयार करने की विधि पर आधारित पेटेंट प्रदान किया है। यह पेटेंट उनके आईआईटी कानपुर में किए गए शोध कार्य पर आधारित है, जिसका मार्गदर्शन प्रो. निशीथ वर्मा ने किया।

मंडी निवासी राहुल गुप्ता के पिता विजय गुप्ता जलशक्ति विभाग में एसडीओ हैं, जबकि माता प्रतिभा गुप्ता सेंट्रल हेड टीचर के पद पर कार्यरत हैं। राहुल ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा जवाहर नवोदय विद्यालय पंडोह से की है और एनआईटी हमीरपुर से बीटेक की डिग्री हासिल की है। वहां उन्हें ब्रॉन्ज मेडल से भी सम्मानित किया गया। पीएचडी के दौरान राहुल को प्रधानमंत्री शोध फैलोशिप भी मिली। उनके 17 अंतरराष्ट्रीय शोध पत्र और एक पुस्तक अध्याय प्रकाशित हो चुके हैं।
विज्ञापन
विज्ञापन
इसके अलावा उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ पडोवा (इटली), यूनिवर्सिटी ऑफ एवेरियो (पुर्तगाल), आईआईटी रुड़की, एनआईटी हमीरपुर, रायपुर, जालंधर और सूरत समेत कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों में भाग लिया है। हाल ही में उन्हें एनआईटी हमीरपुर में आयोजित एम2कैमएसएफ-2025 सम्मेलन में बेस्ट पोस्टर अवार्ड से सम्मानित किया गया। इससे पहले कैमकॉन सम्मेलन में भी यही अवार्ड मिल चुका है। राहुल ने बताया कि सफलता का मुख्य आधार परिवार का सहयोग, प्रेरणा और गुरुजनों का मार्गदर्शन रहा है।