{"_id":"68e92d5033efa836c50135e7","slug":"karwa-chauth-2025-moon-was-sighted-at-8-30-pm-on-the-shimla-ridge-2025-10-10","type":"feature-story","status":"publish","title_hn":"Karwa Chauth 2025: शिमला के रिज पर 8:30 बजे दिखा चांद, सैकड़ों महिलाओं ने पति के हाथों जल पीकर खोला व्रत","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Karwa Chauth 2025: शिमला के रिज पर 8:30 बजे दिखा चांद, सैकड़ों महिलाओं ने पति के हाथों जल पीकर खोला व्रत
संवाद न्यूज एजेंसी, शिमला।
Published by: अंकेश डोगरा
Updated Fri, 10 Oct 2025 09:34 PM IST
विज्ञापन
सार
Karwa Chauth 2025: हिमाचल की राजधानी शिमला में करवाचौथ का चांद रात 8 बजकर 30 मिनट पर नजर आया। रात ठीक 8:30 जैसे ही केलस्टन क्षेत्र की ओर से चांद निकला कि महिलाएं छननी लेकर व्रत खोलने के लिए खड़ी हो गई। पढ़ें पूरी खबर...
रिज मैदान पर चांद का दीदार करती महिलाएं।
- फोटो : अमर उजाला नेटवर्क
विज्ञापन
विस्तार
राजधानी के ऐतिहासिक रिज मैदान पर शुक्रवार देर शाम सैकड़ों महिलाओं ने चांद का दीदार कर एकसाथ करवाचौथ का व्रत खोला। रिज पर रात 8:00 बजे से ही विवाहित जोड़ों का जुटना शुरू हो गया था। इस दौरान पुलिस जवान भी बाइक पर गश्त लगाते नजर आए। बादलों के बीच चांद का दीदार होगा या नहीं, इसे लेकर भी महिलाएं बेसब्री से इंतजार कर रही थी।
Trending Videos
रात ठीक 8:30 जैसे ही केलस्टन क्षेत्र की ओर से चांद निकला कि महिलाएं छननी लेकर व्रत खोलने के लिए खड़ी हो गई। स्थानीय लोगों सहित सैलानी जोड़ों ने भी रिज पर छननी से चांद देखकर करवाचौथ की पूजा की। इस दौरान कई बुजुर्ग दंपति भी करवाचौथ का व्रत खोलने के लिए रिज पर पहुंचे थे। हरियाणा से आए मानवेंद्र सिंह ने कहा कि वह पहली बार शिमला आए हैं। यहां एक साथ सैंकड़ो महिलाएं करवाचौथ का व्रत खोल रही है, यह अद्भुत दृश्य है।
विज्ञापन
विज्ञापन
सुहागिनों ने अपने पति की लंबी उम्र और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए 13 घंटे निर्जला व्रत रखा। सूर्योदय से चंद्रोदय तक व्रत रखने के बाद सौभाग्यवती महिलाओं ने पति के हाथों पानी पीकर व्रत खोला। इस पहले सुबह महिलाओं ने ब्रह्म मुहूर्त में उठकर सरगी ली और सूर्योदय के बाद शिव परिवार, करवा माता की पूजा अर्चना कर व्रत आरंभ किया।
शाम को शुभ मुहूर्त के अनुसार 5:57 बजे से 7:11 बजे के बीच अपने घरों में करवा पूजा की और चंद्रोदय के बाद व्रत का पारण किया। इसके बाद महिलाओं ने थाली बांटने की रस्म निभाई और अपनी सास, जेठानी और ननदों के लिए रखा हुआ बायना (करवा) देकर उनका अर्शीवाद प्राप्त किया। व्रत खोलने के बाद शहर के रेस्तरां, होटलों में विवाहित जोड़ों का जमावड़ा लगा रहा। देर रात तक शहर में चहल पहल देखने को मिली। शहर के होटलों में भी करवाचौथ पर रौनक रही। पर्यटन विकास निगम ने होटलों में ठहरने के लिए जोड़ों को छूट की सुविधा दी। होटलों में जोड़ों के बीच कई आर्कषक प्रतियोगिताएं भी करवाई गईं।
वहीं हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने भी पत्नी संग करवा चौथ का पर्व मनाया।
बिलासपुर में भी सुहागिनों ने मनाया करवा चौथ, पति की लंबी उम्र की मांगी दुआएं
पति की लंबी उम्र और परिवार में खुशहाली की कामना के साथ जिले भर की सुहागिन महिलाओं ने शुक्रवार को करवा चौथ का पर्व बड़े उत्साह और भक्ति भाव के साथ मनाया। महिलाओं ने दिनभर निर्जला व्रत रखा और 16 श्रृंगार, मेहंदी, श्रृंगारिक आभूषण और पारंपरिक पोशाकों में सज-धज कर अपने सुहाग की लंबी उम्र के लिए प्रार्थना की। शाम होते ही सुहागिनों की निगाहें आसमान की ओर थीं। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में कई जगह रात करीब 9 तो कई जगह रात 9:30 बजे धुंधले अंधेरे में जैसे ही चांद का दीदार हुआ, महिलाओं के चेहरे प्रसन्नता से खिल उठे।
वहीं बिलासपुर शहर की कई सुहागिनें अपने पतियों के साथ चांद का दर्शन करने शहर से बाहर चांदपुर पुल पर पहुंचीं। यहां 8:45 बजे ही चांद का दीदार हुआ। सुहागिनों ने चांद को अर्घ्य देने के बाद पतियों को तिलक लगाया और आरती उतारी। इसके बाद पतियों ने अपने हाथों से पत्नियों को पानी पिलाया और मिठाई खिलाकर व्रत खोलवाया। इस दौरान पतियों और पत्नियों के चेहरे पर संतोष और खुशियों की झलक साफ दिखाई दे रही थी। सुबह से ही घरों में तैयारियों का दौर शुरू हो गया था।
महिलाएं पारंपरिक पोशाक, सोलह श्रृंगार और मेहंदी में सज-धज कर तैयार हुईं। घरों में तरह-तरह के स्वादिष्ट पकवान बनाए गए। नई बहुओं को उपहार देकर उनके सौभाग्य और घर में सुख-शांति की कामना की गई। घर की छतों पर और मंदिरों में चांद का दर्शन करने के लिए बड़ी संख्या में महिलाएं जुटीं। शहर के मोहल्लों में सामूहिक पूजा और रंग-बिरंगी सजावट ने करवा चौथ की भव्यता और बढ़ा दी। विभिन्न मोहल्लों में सुहागिनों का उत्साह देखते ही बन रहा था। महिलाएं अपने पतियों के हाथ पकड़कर, उनके सुख-समृद्ध जीवन की कामना करती नजर आईं। करवा चौथ ने पूरे शहर में प्रेम, भक्ति और पारिवारिक सौहार्द का संदेश दिया।
बिलासपुर में भी सुहागिनों ने मनाया करवा चौथ, पति की लंबी उम्र की मांगी दुआएं
पति की लंबी उम्र और परिवार में खुशहाली की कामना के साथ जिले भर की सुहागिन महिलाओं ने शुक्रवार को करवा चौथ का पर्व बड़े उत्साह और भक्ति भाव के साथ मनाया। महिलाओं ने दिनभर निर्जला व्रत रखा और 16 श्रृंगार, मेहंदी, श्रृंगारिक आभूषण और पारंपरिक पोशाकों में सज-धज कर अपने सुहाग की लंबी उम्र के लिए प्रार्थना की। शाम होते ही सुहागिनों की निगाहें आसमान की ओर थीं। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में कई जगह रात करीब 9 तो कई जगह रात 9:30 बजे धुंधले अंधेरे में जैसे ही चांद का दीदार हुआ, महिलाओं के चेहरे प्रसन्नता से खिल उठे।
वहीं बिलासपुर शहर की कई सुहागिनें अपने पतियों के साथ चांद का दर्शन करने शहर से बाहर चांदपुर पुल पर पहुंचीं। यहां 8:45 बजे ही चांद का दीदार हुआ। सुहागिनों ने चांद को अर्घ्य देने के बाद पतियों को तिलक लगाया और आरती उतारी। इसके बाद पतियों ने अपने हाथों से पत्नियों को पानी पिलाया और मिठाई खिलाकर व्रत खोलवाया। इस दौरान पतियों और पत्नियों के चेहरे पर संतोष और खुशियों की झलक साफ दिखाई दे रही थी। सुबह से ही घरों में तैयारियों का दौर शुरू हो गया था।
महिलाएं पारंपरिक पोशाक, सोलह श्रृंगार और मेहंदी में सज-धज कर तैयार हुईं। घरों में तरह-तरह के स्वादिष्ट पकवान बनाए गए। नई बहुओं को उपहार देकर उनके सौभाग्य और घर में सुख-शांति की कामना की गई। घर की छतों पर और मंदिरों में चांद का दर्शन करने के लिए बड़ी संख्या में महिलाएं जुटीं। शहर के मोहल्लों में सामूहिक पूजा और रंग-बिरंगी सजावट ने करवा चौथ की भव्यता और बढ़ा दी। विभिन्न मोहल्लों में सुहागिनों का उत्साह देखते ही बन रहा था। महिलाएं अपने पतियों के हाथ पकड़कर, उनके सुख-समृद्ध जीवन की कामना करती नजर आईं। करवा चौथ ने पूरे शहर में प्रेम, भक्ति और पारिवारिक सौहार्द का संदेश दिया।