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Mandi News: मंडी में जिलाध्यक्ष के लिए आयु सीमा ने बढ़ाई टेंशन
संवाद न्यूज एजेंसी, मंडी
Updated Thu, 04 Dec 2025 06:42 AM IST
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थुनाग (मंडी)। हिमाचल प्रदेश के दूसरे सबसे बड़े राजनीतिक जिले मंडी में कांग्रेस जिलाध्यक्ष पद के लिए 12 से ज्यादा दावेदार मैदान में हैं। पार्टी के संगठन सृजन अभियान के तहत झारखंड के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर को पर्यवेक्षक बनाया गया है। वह इन दिनों जिले के दस विधानसभा क्षेत्रों का दौरा कर कार्यकर्ताओं से राय ले रहे हैं। अब तक सात क्षेत्रों का भ्रमण पूरा कर चुके ठाकुर योग्य उम्मीदवारों की छंटनी में जुटे हैं।
प्रमुख दावेदारों में बल्ह के पूर्व विधायक एवं मंत्री प्रकाश चौधरी, सुंदरनगर के पूर्व विधायक सोहन लाल, जोगिंद्रनगर के पूर्व प्रत्याशी जीवन ठाकुर, सरकाघाट के पवन ठाकुर, पूर्व जिलाध्यक्ष दीपक शर्मा, मंडी सदर की दो बार की प्रत्याशी चंपा ठाकुर, एपीएमसी चेयरमैन संजीव गुलेरिया, जल शक्ति बोर्ड उपाध्यक्ष शशि शर्मा, संजू डोगरा, पूर्व सचिव जगदीश रेड्डी और पूर्व महासचिव चेतराम ठाकुर आदि के नाम शामिल हैं। वहीं, मंडी के तेज लाल चंदेल ने भी दावेदारी जताई है।
उदयपुर चिंतन शिविर में राहुल गांधी के दिशानिर्देश के तहत जिलाध्यक्ष की अधिकतम आयु 60 वर्ष तय की गई है। इस एक शर्त ने कई वरिष्ठ दावेदारों की दावेदारी पर ग्रहण लगा दिया है। सूत्रों के अनुसार मौजूदा दावेदारों में से कम से कम चार-पांच नेता 60 वर्ष की आयु सीमा पार कर चुके हैं। इससे पर्यवेक्षक के सामने युवा और ऊर्जावान नेतृत्व चुनने की कवायद चुनौतीपूर्ण हो गई है।
पर्यवेक्षक राजेश ठाकुर ने कहा कि सभी दस विधानसभा क्षेत्रों का दौरा पूरा करने के बाद छह सबसे योग्य नेताओं का पैनल तैयार किया जाएगा, जिनमें से एक को जिलाध्यक्ष बनाया जाएगा। उन्होंने दावा किया कि नए साल से कांग्रेस पूरी तरह नए जोश के साथ मैदान में नजर आएगी।
राजनीतिक रूप से मंडी जिला अहम
राजनीतिक रूप से मंडी जिला अहम है। यहां 10 सीटों में से 9 पर भाजपा का कब्जा है और सिर्फ धर्मपुर सीट कांग्रेस के पास है। पिछले डेढ़ साल से प्रदेश कांग्रेस संगठनविहीन चल रही थी। नए प्रदेश अध्यक्ष विनय कुमार की ताजपोशी के बाद जिलाध्यक्ष चयन की प्रक्रिया ने जोर पकड़ा है। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू भी मंडी पर विशेष ध्यान दे रहे हैं। नए जिलाध्यक्ष को प्रत्याशी चयन से लेकर चुनावी रणनीति तक व्यापक अधिकार मिलेंगे। इसलिए मंडी में किसे कमान सौंपी जाती है, इस पर पूरे प्रदेश की नजरें टिकी हैं।
सराज में दो गुटों से मिले पर्यवेक्षक
एआईसीसी पर्यवेक्षक राजेश ठाकुर और हिमाचल प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता राजीव किमटा बुधवार को जिलाध्यक्ष की तलाश में सराज पहुंचे। जंजैहली पहुंचने पर कार्यकर्ताओं ने उनका दो जगह स्वागत किया। मुख्यमंत्री के करीबी जगदीश रेड्डी के समर्थकों ने कटारू में पर्यवेक्षकों के समक्ष अपना पक्ष रखा। रेड्डी समर्थकों ने इस अवसर पर कार्यकर्ताओं को धाम भी परोसी। हॉलीलॉज समर्थकों ने पीडब्ल्यूडी रेस्ट में चेतराम ठाकुर को जिला अध्यक्ष बनाने की पैरवी की।
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प्रमुख दावेदारों में बल्ह के पूर्व विधायक एवं मंत्री प्रकाश चौधरी, सुंदरनगर के पूर्व विधायक सोहन लाल, जोगिंद्रनगर के पूर्व प्रत्याशी जीवन ठाकुर, सरकाघाट के पवन ठाकुर, पूर्व जिलाध्यक्ष दीपक शर्मा, मंडी सदर की दो बार की प्रत्याशी चंपा ठाकुर, एपीएमसी चेयरमैन संजीव गुलेरिया, जल शक्ति बोर्ड उपाध्यक्ष शशि शर्मा, संजू डोगरा, पूर्व सचिव जगदीश रेड्डी और पूर्व महासचिव चेतराम ठाकुर आदि के नाम शामिल हैं। वहीं, मंडी के तेज लाल चंदेल ने भी दावेदारी जताई है।
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उदयपुर चिंतन शिविर में राहुल गांधी के दिशानिर्देश के तहत जिलाध्यक्ष की अधिकतम आयु 60 वर्ष तय की गई है। इस एक शर्त ने कई वरिष्ठ दावेदारों की दावेदारी पर ग्रहण लगा दिया है। सूत्रों के अनुसार मौजूदा दावेदारों में से कम से कम चार-पांच नेता 60 वर्ष की आयु सीमा पार कर चुके हैं। इससे पर्यवेक्षक के सामने युवा और ऊर्जावान नेतृत्व चुनने की कवायद चुनौतीपूर्ण हो गई है।
पर्यवेक्षक राजेश ठाकुर ने कहा कि सभी दस विधानसभा क्षेत्रों का दौरा पूरा करने के बाद छह सबसे योग्य नेताओं का पैनल तैयार किया जाएगा, जिनमें से एक को जिलाध्यक्ष बनाया जाएगा। उन्होंने दावा किया कि नए साल से कांग्रेस पूरी तरह नए जोश के साथ मैदान में नजर आएगी।
राजनीतिक रूप से मंडी जिला अहम
राजनीतिक रूप से मंडी जिला अहम है। यहां 10 सीटों में से 9 पर भाजपा का कब्जा है और सिर्फ धर्मपुर सीट कांग्रेस के पास है। पिछले डेढ़ साल से प्रदेश कांग्रेस संगठनविहीन चल रही थी। नए प्रदेश अध्यक्ष विनय कुमार की ताजपोशी के बाद जिलाध्यक्ष चयन की प्रक्रिया ने जोर पकड़ा है। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू भी मंडी पर विशेष ध्यान दे रहे हैं। नए जिलाध्यक्ष को प्रत्याशी चयन से लेकर चुनावी रणनीति तक व्यापक अधिकार मिलेंगे। इसलिए मंडी में किसे कमान सौंपी जाती है, इस पर पूरे प्रदेश की नजरें टिकी हैं।
सराज में दो गुटों से मिले पर्यवेक्षक
एआईसीसी पर्यवेक्षक राजेश ठाकुर और हिमाचल प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता राजीव किमटा बुधवार को जिलाध्यक्ष की तलाश में सराज पहुंचे। जंजैहली पहुंचने पर कार्यकर्ताओं ने उनका दो जगह स्वागत किया। मुख्यमंत्री के करीबी जगदीश रेड्डी के समर्थकों ने कटारू में पर्यवेक्षकों के समक्ष अपना पक्ष रखा। रेड्डी समर्थकों ने इस अवसर पर कार्यकर्ताओं को धाम भी परोसी। हॉलीलॉज समर्थकों ने पीडब्ल्यूडी रेस्ट में चेतराम ठाकुर को जिला अध्यक्ष बनाने की पैरवी की।