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Mandi News: महेड़ गांव में नागणी माता मंदिर प्राचीन पेयजल स्रोत का जीर्णोद्धार करे कंपनी
संवाद न्यूज एजेंसी, मंडी
Updated Thu, 13 Nov 2025 06:08 AM IST
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पधर (मंडी)। नेशनल हाईवे पर महेड़ गांव में नागणी माता मंदिर प्राचीन पेयजल स्रोत अपने अस्तित्व की जंग लड़ रहा है। पेयजल के खत्म हो रहे अस्तित्व को लेकर स्थानीय लोगों ने निर्माणाधीन फोरलेन कंपनी को जिम्मेवार ठहराया है। कंपनी के आश्वासन पूरी तरह हवाई साबित हो रहे हैं।
एचपीएमसी के निदेशक जोगिंद्र गुलेरिया, स्थानीय ग्रामीणों रवि शर्मा, प्रेम सिंह, एलसी ठाकुर, प्रेम सिंह रावत, दुर्गा सिंह, नरेंद्र कुमार शर्मा, ललित मोहन शर्मा, विमल कुमार, बुद्धि सिंह, भूप सिंह ठाकुर, मान सिंह ठाकुर, प्रेम सिंह ठाकुर, चुनी लाल ने बताया कि प्राचीन स्रोत के खत्म हो रहे अस्तित्व को लेकर ग्रामीणों में भारी रोष है।
इन लोगों का कहना है कि फोरलेन की जद में आए स्रोत के अस्तित्व को बचाने में ग्रामीण शुरू से लेकर जंग लड़ रहे हैं। निर्माण कंपनी और जिला प्रशासन ने प्राचीन पानी के जीर्णोद्धार को लेकर स्थानीय लोगों को जो आश्वासन दिए थे, वे वर्तमान में हवाई साबित हुए हैं। कंपनी अपने अधिकारियों का मौका से तबादला कर पानी के अस्तित्व को बचाने में लीपापोती कर रही है।
कांग्रेस नेता जोगिंद्र गुलेरिया ने कहा कि तत्कालीन एसडीएम रितिका जिंदल की अगुवाई में एनएचएआई के नोडल आफिसर और कंपनी के प्राेजेक्ट डायरेक्टर ने पानी के स्रोत के पास पिलर देकर रो को ऊंचाई से ले जाकर स्रोत से कोई छेड़छाड़ न करने का स्थानीय लोगों को आश्वासन दिया था। निर्माण कंपनी वर्तमान में सभी बातों से हटकर काम कर रही है। पानी के स्रोत को रोड की कटिंग कर तोड़ दिया गया है। समस्या पर गौर नहीं किया गया तो ग्रामीण कंपनी के कार्य को रोककर धरना-प्रर्दशन करने को विवश होंगे।
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एचपीएमसी के निदेशक जोगिंद्र गुलेरिया, स्थानीय ग्रामीणों रवि शर्मा, प्रेम सिंह, एलसी ठाकुर, प्रेम सिंह रावत, दुर्गा सिंह, नरेंद्र कुमार शर्मा, ललित मोहन शर्मा, विमल कुमार, बुद्धि सिंह, भूप सिंह ठाकुर, मान सिंह ठाकुर, प्रेम सिंह ठाकुर, चुनी लाल ने बताया कि प्राचीन स्रोत के खत्म हो रहे अस्तित्व को लेकर ग्रामीणों में भारी रोष है।
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इन लोगों का कहना है कि फोरलेन की जद में आए स्रोत के अस्तित्व को बचाने में ग्रामीण शुरू से लेकर जंग लड़ रहे हैं। निर्माण कंपनी और जिला प्रशासन ने प्राचीन पानी के जीर्णोद्धार को लेकर स्थानीय लोगों को जो आश्वासन दिए थे, वे वर्तमान में हवाई साबित हुए हैं। कंपनी अपने अधिकारियों का मौका से तबादला कर पानी के अस्तित्व को बचाने में लीपापोती कर रही है।
कांग्रेस नेता जोगिंद्र गुलेरिया ने कहा कि तत्कालीन एसडीएम रितिका जिंदल की अगुवाई में एनएचएआई के नोडल आफिसर और कंपनी के प्राेजेक्ट डायरेक्टर ने पानी के स्रोत के पास पिलर देकर रो को ऊंचाई से ले जाकर स्रोत से कोई छेड़छाड़ न करने का स्थानीय लोगों को आश्वासन दिया था। निर्माण कंपनी वर्तमान में सभी बातों से हटकर काम कर रही है। पानी के स्रोत को रोड की कटिंग कर तोड़ दिया गया है। समस्या पर गौर नहीं किया गया तो ग्रामीण कंपनी के कार्य को रोककर धरना-प्रर्दशन करने को विवश होंगे।