{"_id":"68cab7ef13168149580f4e28","slug":"educated-teachers-on-how-to-teach-math-in-an-interesting-effective-way-nahan-news-c-177-1-ssml1030-159919-2025-09-17","type":"story","status":"publish","title_hn":"Sirmour News: शिक्षकों को रोचक, प्रभावी तरीके से गणित पढ़ाना सिखाया","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Sirmour News: शिक्षकों को रोचक, प्रभावी तरीके से गणित पढ़ाना सिखाया
विज्ञापन

गुरु नानक मिशन स्कूल पांवटा साहिब मे आयोजितदो दिवसीय कार्यशाला में भाग लेने वाले अध्यापकप्र
विज्ञापन
गुरु नानक मिशन पब्लिक स्कूल में क्षमता निर्माण पर कार्यशाला
हिमाचल तथा कैथल के शिक्षकों ने भाग लिया
संवाद न्यूज एजेंसी
पांवटा साहिब (सिरमौर)। गुरु नानक मिशन पब्लिक स्कूल, पांवटा साहिब में दो दिवसीय क्षमता निर्माण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम ‘आनंददायक गणित’ विषय पर आधारित था। इसमें हिमाचल के विभिन्न विद्यालयों तथा हरियाणा के कैथल से आए शिक्षकों ने भाग लिया।
इस कार्यशाला का नेतृत्व डॉ. सुरेश अग्रवाल और विनीता ने किया। कार्यक्रम का उद्देश्य गणित को समझाने और सिखाने की प्रक्रिया को और अधिक रोचक एवं प्रभावी बनाना था। शिक्षकों को पारंपरिक तरीकों की अपेक्षा नए रचनात्मक और क्रियात्मक तरीकों से गणित पढ़ाने के बारे में बताया गया, ताकि छात्रों के मन में गणित का भय दूर हो सके और वे अधिक जिज्ञासु बनकर सक्रिय भागीदारी निभा सकें।
इस कार्यशाला में पांच विद्यालयों तथा कैथल (हरियाणा) से नौ शिक्षक उपस्थित हुए। विद्यालय के निदेशक गुरजीत सिंह सैनी और प्रधानाचार्या गुरविंदर कौर चावला ने कार्यक्रम की सफलता पर प्रसन्नता प्रकट की। निदेशक ने कहा कि भविष्य में भी ऐसे ज्ञानवर्धक, रोचक और अध्यापकों के लिए मार्गदर्शक कार्यशालाएं आयोजित की जाती रहेंगी।

हिमाचल तथा कैथल के शिक्षकों ने भाग लिया
संवाद न्यूज एजेंसी
पांवटा साहिब (सिरमौर)। गुरु नानक मिशन पब्लिक स्कूल, पांवटा साहिब में दो दिवसीय क्षमता निर्माण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम ‘आनंददायक गणित’ विषय पर आधारित था। इसमें हिमाचल के विभिन्न विद्यालयों तथा हरियाणा के कैथल से आए शिक्षकों ने भाग लिया।
इस कार्यशाला का नेतृत्व डॉ. सुरेश अग्रवाल और विनीता ने किया। कार्यक्रम का उद्देश्य गणित को समझाने और सिखाने की प्रक्रिया को और अधिक रोचक एवं प्रभावी बनाना था। शिक्षकों को पारंपरिक तरीकों की अपेक्षा नए रचनात्मक और क्रियात्मक तरीकों से गणित पढ़ाने के बारे में बताया गया, ताकि छात्रों के मन में गणित का भय दूर हो सके और वे अधिक जिज्ञासु बनकर सक्रिय भागीदारी निभा सकें।
विज्ञापन
विज्ञापन
इस कार्यशाला में पांच विद्यालयों तथा कैथल (हरियाणा) से नौ शिक्षक उपस्थित हुए। विद्यालय के निदेशक गुरजीत सिंह सैनी और प्रधानाचार्या गुरविंदर कौर चावला ने कार्यक्रम की सफलता पर प्रसन्नता प्रकट की। निदेशक ने कहा कि भविष्य में भी ऐसे ज्ञानवर्धक, रोचक और अध्यापकों के लिए मार्गदर्शक कार्यशालाएं आयोजित की जाती रहेंगी।