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IAF: भारत के उड्डयन क्षेत्र को उन्नत बनाने का सबसे अच्छा समय, 'सरकार दे रही आत्मनिर्भर भारत को बढ़ावा'
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: वीरेंद्र शर्मा
Updated Wed, 17 May 2023 06:13 AM IST
सार
रसद सेमिनार वायु 2023 को संबोधित करते हुए चौधरी ने कहा, दुनियाभर की सर्वोत्तम प्रथाओं को आत्मसात कर जहां वायु सेना को अपनी युद्धक क्षमता और आघातीय शक्ति को बढ़ाना चाहिए।
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वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने मंगलवार को कहा कि भारत के उड्डयन (रक्षा व नागरिक) को उन्नत बनाने के लिए यह सबसे उपयुक्त समय है, क्योंकि केंद्र सरकार आत्मनिर्भर भारत अभियान, पीएम गति शक्ति योजना और नई रसद नीति के तहत देश में हर तरह के उद्योग को बढ़ावा दे रही है।
रसद सेमिनार वायु 2023 को संबोधित करते हुए चौधरी ने कहा, दुनियाभर की सर्वोत्तम प्रथाओं को आत्मसात कर जहां वायु सेना को अपनी युद्धक क्षमता और आघातीय शक्ति को बढ़ाना चाहिए। दूसरी तरफ नागरिक उड्डन व रसद के क्षेत्र में भी मानकीकृत प्रक्रियाओं को अपनाया जाना चाहिए।
एयर चीफ मार्शल ने कहा, रक्षा और नागरिक दोनों ही उद्देश्यों के लिहाज से रसद योजनाओं का लय में होना जरूरी है। इसके अलावा आपूर्ति शृंखलाओं में आपसी सहयोग व सूचना साझा करना भी जरूरी है। उन्होंने कहा, न केवल प्रौद्योगिकी के हस्तांतरण, बल्कि अंतर-सरकारी समझौतों, संयुक्त उद्यमों और विचार-विमर्श के जरिये मित्र देशों के साथ अच्छे और कामकाजी संबंध विकसित करने चाहिए।
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रसद सेमिनार वायु 2023 को संबोधित करते हुए चौधरी ने कहा, दुनियाभर की सर्वोत्तम प्रथाओं को आत्मसात कर जहां वायु सेना को अपनी युद्धक क्षमता और आघातीय शक्ति को बढ़ाना चाहिए। दूसरी तरफ नागरिक उड्डन व रसद के क्षेत्र में भी मानकीकृत प्रक्रियाओं को अपनाया जाना चाहिए।
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एयर चीफ मार्शल ने कहा, रक्षा और नागरिक दोनों ही उद्देश्यों के लिहाज से रसद योजनाओं का लय में होना जरूरी है। इसके अलावा आपूर्ति शृंखलाओं में आपसी सहयोग व सूचना साझा करना भी जरूरी है। उन्होंने कहा, न केवल प्रौद्योगिकी के हस्तांतरण, बल्कि अंतर-सरकारी समझौतों, संयुक्त उद्यमों और विचार-विमर्श के जरिये मित्र देशों के साथ अच्छे और कामकाजी संबंध विकसित करने चाहिए।