यात्रियों की बढ़ी परेशानी: दीवाली-छठ पर आसमान छू रहे हवाई किराए, होटल बुकिंग में भी 25 फीसदी तक आया उछाल
त्योहार के दौरान बड़ी संख्या में लोग काम से छुट्टी लेकर न सिर्फ अपने परिवार से मिलने जा रहे हैं, बल्कि कई लोग पर्यटन और धार्मिक स्थलों की ओर भी रुख कर रहे हैं। बढ़ती यात्रा मांग का असर अब हवाई किरायों और होटल बुकिंग पर साफ दिख रहा है।

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दीवाली और छठ के मौके पर अपने घर लौटने और छुट्टियां बिताने वालों की संख्या तेजी से बढ़ गई है। त्योहार के दौरान बड़ी संख्या में लोग काम से छुट्टी लेकर न सिर्फ अपने परिवार से मिलने जा रहे हैं, बल्कि कई लोग पर्यटन और धार्मिक स्थलों की ओर भी रुख कर रहे हैं। बढ़ती यात्रा मांग का असर अब हवाई किरायों और होटल बुकिंग पर साफ दिख रहा है। लोकप्रिय रूटों पर हवाई टिकटों के दाम बढ़ गए हैं, वहीं होटल कमरों की मांग में भी पिछले साल की तुलना में 20 से 25 फीसदी तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

ट्रेवल एजेंसियों के अनुसार, हैदराबाद से नागपुर और कोलकाता जाने वाली उड़ानों के किरायों में तेज बढ़ोतरी दर्ज की गई है। आमतौर पर इन रूटों पर टिकट 4,500 से 6,500 रुपये तक मिल जाते थे, लेकिन अब दाम बढ़कर 11,500 से 16,500 रुपये तक पहुंच गए हैं।
हैदराबाद से दिल्ली के लिए किराया भी 5,500-8,500 रुपये से बढ़कर 8,500-18,500 रुपये के बीच पहुंच गया है। इसमें सबसे दिलचस्प बात यह है कि हवाई किरायों में यह उछाल दीवाली सप्ताह (20 अक्टूबर से शुरू) से करीब दो से तीन महीने पहले ही देखने को मिला, यानी यात्रियों ने काफी पहले से अपनी यात्रा की अग्रिम बुकिंग कर ली थी।
बेंगलुरु, मुंबई, पुणे, चेन्नई, हैदराबाद और अहमदाबाद जैसे शहरों से इंदौर आने वाली उड़ानों के किराए में सबसे ज्यादा उछाल देखा गया है। 15 अक्टूबर से 20 अक्टूबर के बीच, इंदौर के लिए फ्लाइट टिकट की कीमतें 12,000 रुपये से 15,000 रुपये तक पहुंच गईं। जबकि सामान्य दिनों में ये कीमतें 4,000 रुपये से 6,000 रुपये के बीच होती हैं।
जबकि लखनऊ से मुंबई जाने वाली इंडिगो की 26 अक्तूबर को सीधी उड़ान का किराया 24336 रुपये पहुंच गया है। एअर इंडिया एक्सप्रेस की सीधी उड़ान 22085 रुपये और एअर इंडिया की सीधी उड़ान 25723 रुपये में है। लखनऊ से दिल्ली की एअर इंडिया की एक अन्य सीधी उड़ान 15523 रुपये में, इंडिगो की सुबह रवाना होने वाली फ्लाइट का टिकट 8248 रुपये पहुंच गया है।
हालांकि, त्योहार से ठीक पहले डीजीसीए ने एयरलाइंस को सलाह दी थी कि वे बढ़ती मांग को देखते हुए अतिरिक्त उड़ानें शुरू करें। इसके बाद इंडिगो, एयर इंडिया और स्पाइसजेट जैसी प्रमुख एयरलाइंस ने मिलकर करीब 1700 नई उड़ानों की घोषणा की थी। इस पूरी अवधि में डीजीसीए टिकट दरों और उड़ान संचालन पर सख्त नजर भी रखे हुए है। बावजूद इसके हवाई किराया बढ़ रहा है।
हवाई किराया बढ़ने के यह है कारण
एविएशन विशेषज्ञों का कहना है कि इस भारी बढ़ोतरी के पीछे मुख्य कारण है अत्यधिक मांग और सीमित सीटें है। त्योहारों में बड़ी संख्या में लोग उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड, दिल्ली, मुंबई की ओर यात्रा करते हैं। एयरलाइंस डायनामिक प्राइसिंग सिस्टम के तहत किराया तय करती हैं, जिसमें टिकट की कीमत सीटों की उपलब्धता और मांग के अनुसार बढ़ती जाती है। जैसे-जैसे उड़ानों की सीटें भरती हैं, बाकी बची सीटों के दाम स्वतः बढ़ जाते हैं। त्योहारों के दौरान एयरलाइंस को यात्रियों की जबरदस्त भीड़ मिलती है। इस समय वे अधिकतम कमाई के लिए किराए बढ़ा देती हैं। जब तक हवाई किराए पर कोई मूल्य नियंत्रण नहीं लगाया जाता, ऐसी स्थिति हर साल देखने को मिलेगी।
जबकि एयरलाइन कंपनियों का कहना है, वे जानबूझकर कीमतें नहीं बढ़ा रहीं। उनके अनुसार, टिकट दरें डायनामिक फेयरिंग सिस्टम के तहत स्वतः तय होती हैं, जो पूरी तरह मांग और आपूर्ति पर निर्भर करती है। त्योहारों के समय उड़ानों की मांग सामान्य दिनों की तुलना में करीब तीन गुना बढ़ जाती है। अधिकतर उड़ानें पूरी तरह भर जाती हैं, और जो कुछ सीटें बचती हैं, उनकी कीमत अपने आप बढ़ जाती है।
छुट्टियों में यहां घूमना पसंद कर रहे है लोग
दूसरी तरफ, त्योहारी छुट्टियों में घूमने के शौकीन लोग जयपुर, उदयपुर, जैसलमेर, वाराणसी, गोवा, केरल, हिमाचल और उत्तराखंड जैसे डोमेस्टिक टूरिस्ट सर्किट सबसे ज्यादा पसंद कर रहे हैं।जबकि विदेशी यात्राओं के लिए पर्यटक यूरोप के देशों की ओर रुख कर रहे हैं। स्विट्जरलैंड, फ्रांस, इटली, ऑस्ट्रिया, स्पेन और पुर्तगाल भारतीय यात्रियों के बीच शीर्ष पसंद बने हुए हैं। ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड अपनी खूबसूरत प्राकृतिक जगहों और रोमांचक बाहरी अनुभवों के कारण लोकप्रिय हैं। वहीं जापान और दक्षिण कोरिया अपनी संस्कृति, परंपरा और पॉप कल्चर के चलते युवाओं को खूब आकर्षित कर रहे हैं।