अमेरिकी कंपनी लॉकहीड मार्टिन ने खासतौर पर भारत के लिए बनाया एफ-21 विमान
- 114 युद्धक विमान की डील पाने के लिए राफेल, मिग 35, एसयू-35 सहित सात कंपनियों में होड़
- लॉकहीड मार्टिन ने 18 विमान के अलावा 96 विमान भारत में ही बनाने की पेशकश की है
- राफेल और एफ-21 भविष्य में वायुसेना को नई ताकत देंगे
- यह तकनीक केवल भारत के लिए
विस्तार
वायुसेना के मीडियम मल्टी रोल कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एमएमआरसीए) की जरूरत को पूरा करने के लिए एफ-16 बनाने वाली अमेरिकी कंपनी लॉकहीड मार्टिन जी-जान से जुटी है। कंपनी ने 114 विमान की डील हासिल करने के लिए भारतीय वायुसेना की जरूरतों के मुताबिक एफ-21 विमान को खासतौर से डिजाइन किया है।
दो दिन पहले न्यूयार्क में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच बातचीत में इस पर गंभीर चर्चा हुई थी। 114 विमानों की डील के लिए लॉकहीड मार्टिन के अलावा राफेल, मिग 35, एसयू-35, ग्रिपिनल बनाने वाली करीब सात विदेश कंपनियां प्रतिस्पर्धा में हैं।
यह तकनीक केवल भारत के लिए
कंपनी के एयरोनॉटिक्स स्ट्रेटजी एंड बिजनेस डेवलपमेंट के वाइस प्रेसिडेंट डॉ विवेक लाल ने इस डील पर अमर उजाला से खास बातचीत में कहा कि कंपनी मेक इन इंडिया को लेकर प्रतिबद्ध है। यह तकनीक किसी अन्य देश के लिए नहीं है। कंपनी टाटा के साथ मिलकर पहले से दो प्रोजेक्ट पर काम कर रही है। वायु सेना की सामरिक और युद्धक जरूरत के मुताबिक एफ-21 खासतौर पर भारत के लिए ही तैयार किया गया है।
96 विमान भारत में ही बनाए जाएंगे
लॉकहीड मार्टिन ने रक्षा मंत्रालय से शुरुआती 18 विमान के अलावा 96 विमान मेक इन इंडिया के तहत भारत में ही बनाने की पेशकश की है। विवेक लाल ने बताया कि सरकार से सभी तकनीकी विकास और निर्माण भारत में ही करने की पेशकश की गई है। लाल के मुताबिक राफेल और एफ-21 भविष्य में वायुसेना को नई ताकत देंगे।