Andhra Pradesh: आंध्र में माओवादी गतिविधियों के खिलाफ सुरक्षाबलों की बड़ी कार्रवाई, एक शीर्ष कमांडर गिरफ्तार
आंध्र प्रदेश के अल्लूरी में सुरक्षा बलों ने माओवादी कमांडर चैतो उर्फ नरेश को गिरफ्तार किया। नरेश ओडिशा का निवासी है और 2011 में जन नाट्य मंडली से माओवादी संगठन में जुड़ा था। वह 2017 में कट-ऑफ बोइपारिगुडा दलम का कमांडर बना और डीसीएम के पद तक पहुंचा। नरेश आठ मुठभेड़ों में शामिल रहा है।

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आंध्र प्रदेश के अल्लूरी सीताराम राजू जिले में सुरक्षाबलों ने एक बड़े माओवादी नेता को गिरफ्तार किया है। पुलिस अधीक्षक (एसपी) अमित बर्डार ने बताया कि गश्त के दौरान माओवादियों ने सुरक्षा बलों पर गोली चलाने की कोशिश की, लेकिन जवाबी कार्रवाई में वे भाग निकले। इस दौरान एक माओवादी को पकड़ लिया गया। गिरफ्तार किए गए माओवादी की पहचान चैतो उर्फ नरेश के रूप में हुई है, जो ओडिशा के कोरापुट जिले के भालियापुट्टू गांव का रहने वाला है।

अधिकारियों के मुताबिक नरेश ने 2011 में जन नाट्य मंडली से जुड़कर माओवादी विचारधारा को अपनाया था। 15 साल की उम्र में उसने संगठन में कदम रखा और धीरे-धीरे ऊंचे पद तक पहुंचा। 2017 में वह कट-ऑफ बोइपारिगुडा दलम का कमांडर बना और अब तक पेड़ाबयालु-कोरुकोंडा क्षेत्र समिति का सचिव और डिवीजनल कमेटी सदस्य (डीसीएम) था।
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एसपी बार्डर ने दी जानकारी
मामले में एसपी बार्डर ने आगे बताया कि नरेश आठ मुठभेड़ों में शामिल रहा है। उसके पास से 9 एमएम पिस्टल, 90 राउंड गोलियां, एक 303 रायफल मैगजीन, दो जिंदा 303 गोलियां और तीन किट बैग बरामद हुए हैं। उन्होंने कहा कि माओवाद एक प्रतिबंधित विचारधारा है और जो भी माओवादी आत्मसमर्पण करेगा, उसे सरकार की पुनर्वास योजना के तहत मदद दी जाएगी। लेकिन अगर कोई माओवादियों को शरण या सहयोग देता है, तो उसके खिलाफ देशद्रोह जैसे गंभीर आरोपों में कार्रवाई की जाएगी।
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झारखंड में माओवादी कमांडर मुठभेड़ में ढेर
बता दें कि इससे पहले, 13 अगस्त को झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के गोइलकेरा जंगल में पुलिस और माओवादियों के बीच मुठभेड़ हुई। झारखंड पुलिस के अनुसार, इस कार्रवाई में माओवादी एरिया कमांडर अरुण उर्फ वरुण उर्फ निलेश मडकम मारा गया।
ऑपरेशन की अगुवाई झारखंड पुलिस और सीआरपीएफ की स्पेशल यूनिट ‘कोबरा 209 बटालियन’ ने मिलकर की। आईजी माइकल राज एस ने बताया कि खुफिया जानकारी के आधार पर यह ऑपरेशन चलाया गया था और मुठभेड़ के दौरान कुछ हथियार भी बरामद हुए हैं।