बालाकोट एयरस्ट्राइक का एक साल पूरा, पूर्व वायुसेना प्रमुख बोले- घर में घुसकर मारने का दिया संदेश
बालाकोट एयरस्ट्राइक को आज एक साल पूरा हो गया है। इसपर पूर्व वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ ने कहा कि एक साल बीत चुका है और हम संतुष्टि के साथ पीछे मुड़कर देखते हैं। हमने बहुत कुछ सीखा है, बालाकोट के संचालन के बाद बहुत सारी चीजें लागू की गई हैं। उन्होंने आगे कहा कि हम संदेश देना चाहते थे कि हम 'घुसकर मारेंगे' चाहे आप कहीं भी हों। अन्यथा, हम उनपर अपने क्षेत्र से भी हमला कर सकते थे।
Former Air Force Chief BS Dhanoa: Basically, it's a paradigm shift in the way we conduct our operations. The other side never believed that we could carry out a strike inside Pakistan to take out a terror training camp that we successfully carried out. #BalakotAirstrike https://t.co/GV8yuLlC8S
विज्ञापन— ANI (@ANI) February 26, 2020विज्ञापन
बीएस धनोआ ने कहा, मूल रूप से, यह हमारे ऑपरेशन करने के तरीके में एक बदलाव है। दूसरे पक्ष ने कभी नहीं माना कि हम पाकिस्तान के अंदर चल रहे एक आतंकी प्रशिक्षण शिविर पर स्ट्राइक कर सकते हैं, जिसे हमने सफलतापूर्वक अंजाम दिया।
उन्होंने आगे कहा कि बालाकोट हवाई हमले के बाद, पूरे भारतीय चुनावों में कोई बड़ा आतंकवादी हमला नहीं हुआ क्योंकि वे डर गए थे कि हम फिर से उसी तरीके से या उससे भी अधिक विनाशकारी तरीके से जवाब देंगे।
Former Air Force Chief BS Dhanoa: After Balakot airstrike, there was no major terrorist attack throughout the Indian elections because they were scared that we will respond again in the same manner or even more devastatingly. pic.twitter.com/7Jg7i8hvnK
— ANI (@ANI) February 26, 2020
26 फरवरी को लिया 40 जवानों की शहादत का बदला
भारत ने पाकिस्तान से पुलवामा हमले में शहीद हुए 40 जवानों की शहादत का बदला 26 फरवरी 2019 के दिन तड़के 3.30 बजे बालाकोट में एयरस्ट्राइक कर लिया था। भारतीय सेना ने पाकिस्तान के बालाकोट पर 26 फरवरी को 2019 को एयर स्ट्राइक कर आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया था। इसमें कई आतंकी मारे गए।
गर्जना के साथ पीओके के अंदर घुसे भारतीय लड़ाकू विमानों के हमले से यह इलाका थर्रा उठा था। भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने बालाकोट में घुसकर आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया था।
सेना के 40 जवानों की शहादत का बदला 12 मिराज लड़ाकू विमानों ने लिया था। भारतीय वायुसेना के सूत्रों के हवाले से कहा गया था कि 26 फरवरी के तड़के भारतीय लड़ाकू विमान मिराज 2000 के एक समूह ने एसओसी पार कर पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकी कैंप पर बमबारी की और उसे पूरी तरह से नष्ट कर दिया। आतंकी कैंप पर 1000 किलो के बम गिराए गए।