Congress Politics: बिहार में हार के बाद कांग्रेस अलर्ट, एसआईआर वाले 12 राज्यों की बड़ी समीक्षा बैठक कल
बिहार चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस एक्शन मोड में है। पार्टी ने चुनाव आयोग पर सवाल उठाते हुए मंगलवार को 12 राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों के प्रभारियों, प्रदेश अध्यक्षों और सीएलपी नेताओं की बड़ी समीक्षा बैठक बुलाई है। इंदिरा भवन में होने वाली यह बैठक मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण पर फोकस करेगी।
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बिहार चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस पार्टी एक्शन में आती हुई नजर आ रही है। पार्टी ने चुनाव आयोग पर सवाल उठाए हैं और अब पार्टी कल यानी मंगलवार को एक अहम समीक्षा बैठक करने जा रही है। इस बैठक में उन 12 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के पार्टी प्रभारी, प्रदेश अध्यक्ष, विधायक दल के नेता और सचिव शामिल होंगे, जहां मतदाता सूची की विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया चल रही है। कांग्रेस की ये अहम बैठक इंदिरा भवन में होने वाली है।
बता दें कि कांग्रेस की ओर से ये अहम बैठक तब किया जा रहा है जब बिहार बिहार विधानसभा चुनाव में पार्टी को बड़ी हार का सामना करना पड़ा, जहां एनडीए को 243 में से 202 सीटें मिलीं। वहीं महागठबंधन को सिर्फ 35 सीटों पर संतोष करना पड़ा। इसके बाद राहुल गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे समेत शीर्ष नेताओं ने परिणामों पर चर्चा की और चुनाव आयोग की भूमिका पर सवाल उठाए।
इन 12 राज्यों में होगा एसआईआर
चुनाव आयोग के मुताबिक, इन 12 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में करीब 51 करोड़ मतदाताओं में से 50 करोड़ से अधिक लोगों को वोटर लिस्ट पुनरीक्षण के फॉर्म दिए जा चुके हैं। यानी लगभग 98% मतदाताओं को फॉर्म मिल चुका है। इन राज्यों में और केंद्रशासित प्रदेश में छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, केरल, मध्य प्रदेश, राजस्थान, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, पुडुचेरी, अंडमान-निकोबार और लक्षद्वीप शामिल है।
इनमें से तमिलनाडु, पुडुचेरी, केरल और पश्चिम बंगाल में अगले साल यानी 2026 में चुनाव होने है। असम में भी 2026 के चुनाव से पहले विशेष पुनरीक्षण की घोषणा की गई है। इसके तहत एसआईआर का दूसरा चरण चार नवंबर से शुरू हुआ है और चार दिसंबर तक चलेगा।
बिहार चुनाव परिणाम पर राहुल की प्रतिक्रिया
गौरतलब है कि राहुल गांधी ने बिहार नतीजों को चकित करने वाला बताया। साथ ही कहा कि चुनाव शुरू से ही निष्पक्ष नहीं था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और इंडिया गठबंधन पूरी तरह समीक्षा करेंगे। कांग्रेस का आरोप है कि नतीजे विशाल स्तर पर हुई वोट चोरी को दिखाते हैं, जिसे वह प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और चुनाव आयोग की मिलीभगत बता रही है।