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लोकसभा में कांग्रेस नेता पद की दौड़ में ये तीन नाम, अधीर रंजन सबसे आगे
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: Priyesh Mishra
Updated Mon, 17 Jun 2019 02:00 PM IST
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अधीर रंजन- शशि थरूर- मनीष तिवारी
- फोटो : Social Media
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17वीं लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल की नेता के रूप में सोनिया गांधी के चुने जाने के बाद अब लोकसभा में पार्टी के नेता पद को लेकर कयासबाजी तेज हो गई है। सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस के तीन नेताओं का नाम इस पद के लिए चर्चा में है। हालाकि इन नामों की आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है। ज्ञात हो कि 16वीं लोकसभा में मल्लिकार्जुन खड़गे कांग्रेस के नेता सदन थे।
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राहुल गांधी के घर पर इस समय एक बैठक चल रही है जिसमें सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी भी शामिल हैं। राहुल आज लोकसभा में नए सांसदों के शपथग्रहण समारोह में भी नजर नहीं आए।
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लोकसभा में विपक्ष का नेता बनने के लिए कांग्रेस के पास जरूरी आंकड़ा न होने के कारण उसे यह सीट नहीं मिलेगी। लेकिन पार्टी का लोकसभा में नेता बनने को लेकर जो नाम चर्चा में है उनमें अधीर रंजन चौधरी, मनीष तिवारी और शशि थरूर शामिल हैं। ये तीनों नेता कुशल वक्ता हैं और हिंदी-अंग्रेजी दोनों भाषाओं में अपनी बात को रख सकते हैं।
पहले नाम के तौर पर अधीर रंजन चौधरी चर्चा में हैं। वे पश्चिम बंगाल के प्रदेश अध्यक्ष के साथ केंद्र में मंत्री भी रह चुके हैं। ये पश्चिम बंगाल के बहरामपुर से 5वीं बार सांसद बने हैं। इन्हें जमीनी नेता माना जाता है लेकिन लोकसभा चुनाव से पहले ममता बनर्जी से न बनने के कारण इन्हें पार्टी अध्यक्ष का पद छोड़ना पड़ा। रविवार को हुई सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस ने इन्हें पार्टी की तरफ से प्रतिनिधि के रूप में भेजा था।
दूसरा नाम मनीष तिवारी का है जो 17वीं लोकसभा में श्री आनंदपुर साहिब सीट से सांसद चुने गए हैं। मनीष तिवारी कांग्रेस में छात्र राजनीति से सक्रिय हैं। वह कांग्रेस की छात्र इकाई एनएसयूआई के महासचिव और अध्यक्ष भी रह चुके हैं। इसके अलावा वह यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष भी रहे हैं। यूपीए सरकार में वे सूचना और प्रसारण मंत्री भी रह चुके हैं। इसके अलावा वह पार्टी के प्रवक्ता के रूप में भी काम कर चुके हैं।
तीसरा नाम कांग्रेस के दिग्गज नेता शशि थरूर का चल रहा है। जो केरल से तीसरी बार सांसद बने हैं। इनकी गिनती कांग्रेस के तेजतर्रार और बुद्धिजीवी नेताओं में होती है। हालांकि वह सुनंदा पुष्कर हत्याकांड मामले में जांच के दायरे में हैं।