G-20: ब्रिटिश मंत्री बोले- भारत-यूके ऊर्जा सुरक्षा के क्षेत्र में मिलकर कर रहे काम, अमेरिका ने कही यह बात
शाप्स ने कहा कि वह अपने भारतीय समकक्ष केंद्रीय ऊर्जा एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह के साथ नियमित तौर पर बातचीत करते रहते हैं। शाप्स ने कहा, वह (सिंह) मेरे अतिथि के तौर पर लंदन आ रहे हैं... हम ऊर्जा सुरक्षा पर निकटता से काम कर रहे हैं। यह भारत की जबरदस्त महत्वाकांक्षा को देखते हुए उसके लिए अहम है।
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ब्रिटेन सरकार के एक मंत्री ने शुक्रवार को यहां कहा कि भारत और ब्रिटेन ऊर्जा सुरक्षा के क्षेत्र में एक साथ मिलकर काम कर रहे हैं। ऊर्जा सुरक्षा मामलों पर ब्रिटेन के मंत्री ग्रैंट शाप्स ने कहा कि यह भारत के लिए अहम है क्योंकि ऊर्जा सुरक्षा को लेकर उसकी जबरदस्त महत्वाकांक्षाएं हैं। उन्होंने जी-20 की स्वच्छ ऊर्जा पर 14वीं मंत्रिस्तरीय बैठक और आठवें ‘मिशन इनोवेशन’ की बैठक से इतर यह बात कही।
शाप्स ने कहा कि वह अपने भारतीय समकक्ष केंद्रीय ऊर्जा एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह के साथ नियमित तौर पर बातचीत करते रहते हैं। शाप्स ने कहा, वह (सिंह) मेरे अतिथि के तौर पर लंदन आ रहे हैं... हम ऊर्जा सुरक्षा पर निकटता से काम कर रहे हैं। यह भारत की जबरदस्त महत्वाकांक्षा को देखते हुए उसके लिए अहम है। उन्होंने कहा कि दोनों देश हरित ऊर्जा की ओर बढ़ रहे हैं और संयुक्त परियोजनाओं पर साथ मिलकर काम कर रहे हैं।
इस सप्ताह की शुरुआत में उन्होंने ब्रिटेन में इलेक्ट्रिक कारों की बैटरी के लिए गीगा फैक्टरी के लिए चार अरब डॉलर का निवेश करने संबंधी टाटा समूह की घोषणा का स्वागत किया था। शाप्स ने कहा, यह बड़ा निवेश है। उन्होंने जी-20 की बैठकों को लेकर कहा कि सदस्य देशों के लिए ऊर्जा सुरक्षा के क्षेत्र में मिलकर काम करना महत्वपूर्ण है।
देशों और प्रौद्योगिकियों के बीच तालमेल से शून्य उत्सर्जन के लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है: अमेरिकी ऊर्जा मंत्री
अमेरिका की ऊर्जा मंत्री जेनिफर ग्रानहोम ने शुक्रवार को कहा कि उभरती प्रौद्योगिकियों के इस्तेमाल तथा एकजुट प्रयायों के जरिए शून्य (नेट जीरो) उत्सर्जन के लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। ग्रानहोम ने जी-20 की स्वच्छ ऊर्जा पर 14वीं मंत्रिस्तरीय बैठक और आठवें ‘मिशन इनोवेशन’ की यहां आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए वैश्विक ऊर्जा के क्षेत्र में भारत के नेतृत्व के लिए उसकी सराहना की।
उन्होंने कहा, शून्य उत्सर्जन के लक्ष्य को हासिल करने के लिए उभरती प्रैद्योगिकियों का इस्तेमाल सर्वोपरि है। इसे हासिल करने का एकमात्र तरीका है समान लक्ष्य साझा करना और एकजुट होना। उन्होंने स्वच्छ ऊर्जा समाधानों को अपनाने में तेजी लाने और जलवायु परिवर्तन की गंभीर चुनौती से निपटने के लिए राष्ट्रों के बीच बनाए गए सहयोगात्मक प्रयासों और साझेदारियों की सराहना की। ग्रैनहोम ने महत्वाकांक्षी लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए सभी देशों, व्यवसायों, शहरों और संस्थानों द्वारा स्वच्छ ऊर्जा समाधानों की सक्रिय तैनाती के महत्वपूर्ण महत्व पर प्रकाश डाला। अमेरिकी ऊर्जा मंत्री ने ऊर्जा परिवर्तन में सबसे आगे रहने में भारत की प्रमुख स्थिति और स्वच्छ ऊर्जा पहल को आगे बढ़ाने में की गई महत्वपूर्ण प्रगति की सराहना की।
'मिशन इनोवेशन' के सचिवालय प्रमुख एलेनोर वेबस्टर ने कहा कि जलवायु परिवर्तन संकट के बीच नेतृत्व एक जिम्मेदारी नहीं बल्कि मुख्य कार्रवाई है। वेबस्टर ने कहा कि यह मिशन नीतियों के क्रियान्वयन के बारे में है। उन्होंने कहा कि चुनौती की गंभीरता को समझने के लिए वैश्विक स्तर पर सहयोग आवश्यक है।
ब्राजील के खान एवं ऊर्जा मंत्री एलेक्जेंडर सिल्वेरा डी ओलिवेरा ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि उनका देश अगले साल जी-20 की अध्यक्षता करेगा। उन्होंने टिकाऊ और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों की दिशा में वैश्विक परिवर्तन का नेतृत्व करने के लिए देश की प्रतिबद्धता पर भी प्रकाश डाला और कहा कि स्वच्छ ऊर्जा समाधानों के प्रति ब्राजील के गतिशील दृष्टिकोण ने इसे जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में स्थापित किया है।
मिशन इनोवेशन (एमआई) स्वच्छ ऊर्जा क्रांति में तेजी लाने और पेरिस समझौते के लक्ष्यों और शुद्ध शून्य के रास्ते की दिशा में प्रगति के लिए 23 देशों और यूरोपीय आयोग (यूरोपीय संघ की ओर से) की एक वैश्विक पहल है।