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Economy: दिवाली सीजन में खरीदारी के बनेंगे नए रिकॉर्ड, तीसरी तिमाही में नई ऊंचाई हासिल कर सकता है देश
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सार
नवरात्रों के सीजन में भी वाहनों सहित तमाम सेक्टरों में खरीदी को लेकर एक नया उत्साह देखने को मिला था। जीएसटी दरों में कमी के साथ शुरू हुए नवरात्रों में लोगों ने जमकर खरीदारी की और कई कंपनियों के वाहन और माल के स्टॉक खत्म हो गए थे।

दिवाली पर सजा बाजार
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
दिवाली-धनतेरस के त्योहारी सीजन में खरीदारी का नया रिकॉर्ड बन सकता है। वाहनों, इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं, एफएमसीजी उत्पादों से लेकर कपड़ों की खरीदारी के मामले में नई ऊंचाई हासिल हो सकती है। उपभोक्ता वस्तुओं में खरीद में तेजी का असर सेवाओं और नौकरियों के सेक्टर में भी देखने को मिल सकता है और इस दौरान सेवाओं के सेक्टर में भी तेजी देखी जा सकती है। इन सबका मिलाजुला असर तीसरी तिमाही के आंकड़ों में दिख सकता है और यह खरीदारी के नए रिकॉर्ड के साथ देश की अर्थव्यवस्था को पंख लगा सकता है।

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इसके पहले नवरात्रों के सीजन में भी वाहनों सहित तमाम सेक्टरों में खरीदी को लेकर एक नया उत्साह देखने को मिला था। जीएसटी दरों में कमी के साथ शुरू हुए नवरात्रों में लोगों ने जमकर खरीदारी की और कई कंपनियों के वाहन और माल के स्टॉक खत्म हो गए। खरीदारी के मामले में लोग दिवाली और धनतेरस को ज्यादा अहमियत देते हैं। यही कारण है कि व्यापारियों को अनुमान है कि वाहनों के साथ-साथ दुकानों-फ्लैटों और अन्य वस्तुओं की खरीद में इस दौरान नई तेजी देखने को मिल सकती है।
बोनस और वेतन बढ़ोतरी का भी दिखेगा असर
केंद्र सरकार के साथ-साथ विभिन्न राज्य सरकारों ने अपने कर्मचारियों को दिवाली बोनस दिया है। रेलवे और बैंकिंग सेक्टर ने अपने कर्मचारियों को अच्छा बोनस उपलब्ध कराया है। करोड़ों सरकारी कर्मचारियों के साथ-साथ निजी क्षेत्र के कर्मचारियों को भी इस बार बेहतर बोनस मिला है। इसके पहले वित्त वर्ष की शुरुआत में आईटी सेक्टर के साथ अन्य सेक्टर में कर्मचारियों को आठ से 12 फीसदी तक की वेतन बढ़ोतरी मिली है।
बोनस और वेतन बढ़ोतरी का भी दिखेगा असर
केंद्र सरकार के साथ-साथ विभिन्न राज्य सरकारों ने अपने कर्मचारियों को दिवाली बोनस दिया है। रेलवे और बैंकिंग सेक्टर ने अपने कर्मचारियों को अच्छा बोनस उपलब्ध कराया है। करोड़ों सरकारी कर्मचारियों के साथ-साथ निजी क्षेत्र के कर्मचारियों को भी इस बार बेहतर बोनस मिला है। इसके पहले वित्त वर्ष की शुरुआत में आईटी सेक्टर के साथ अन्य सेक्टर में कर्मचारियों को आठ से 12 फीसदी तक की वेतन बढ़ोतरी मिली है।
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मैनेजमेंट और डायरेक्टोरियल पदों पर बैठे कर्मचारियों के लिए भी कंपनियों ने बेहतर वेतन बढ़ोतरी दिया है। उच्च पदों पर लोगों की बेहतर कमाई का असर वाहनों, महंगी ब्रांडेड वस्तुओं और दिवाली त्योहारों के दौरान फेस्टिव प्रॉडक्ट्स की खरीद के रूप में सामने आ सकता है। आर्थिक मामलों के जानकारों का मानना है कि कर्मचारियों के हाथों में अधिक पैसा आने से वे इसे वस्तुओं को खरीदने में लगा सकते हैं और इस कारण अर्थव्यवस्था को नई गति मिल सकती है।
ग्रामीण सेक्टर में महंगाई कम होने का भी मिलेगा फायदा
अर्थव्यवस्था की दृष्टि से सबसे अच्छी खबर महंगाई के मोर्चे पर आ रही है। खुदरा महंगाई दर पिछले आठ साल में न्यूनतम है। ग्रामीण सेक्टर में सितंबर 2025 में मुद्रास्फीति की दर केवल 1.07 रही है। अगस्त महीने में भी मुद्रास्फीति की दर केवल 1.69 प्रतिशत रही थी। यानी महंगाई के मोर्चे पर ग्रामीण भारत को सबसे ज्यादा राहत मिली है।
ग्रामीण सेक्टर में महंगाई कम होने का भी मिलेगा फायदा
अर्थव्यवस्था की दृष्टि से सबसे अच्छी खबर महंगाई के मोर्चे पर आ रही है। खुदरा महंगाई दर पिछले आठ साल में न्यूनतम है। ग्रामीण सेक्टर में सितंबर 2025 में मुद्रास्फीति की दर केवल 1.07 रही है। अगस्त महीने में भी मुद्रास्फीति की दर केवल 1.69 प्रतिशत रही थी। यानी महंगाई के मोर्चे पर ग्रामीण भारत को सबसे ज्यादा राहत मिली है।
ध्यान देने वाली बात है कि एफएमसीजी उत्पादों की खपत शहरी क्षेत्रों में अपने कंसन्ट्रेशन स्थिति में है और यहां मांग में अधिक वृद्धि नहीं हो रही है। जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में इन्हीं वस्तुओं की खपत में लगातार तेजी देखी जा रही है। एफएमसीजी कंपनियों के लिए ग्रामीण भारत नई उम्मीद बनकर उभरे हैं जहां इन उत्पादों की खपत में बेहतर वृद्धि देखी जा रही है। महंगाई कम होने से ग्रामीण सेक्टर में इन वस्तुओं की खरीद में अतिरिक्त तेजी देखने को मिल सकती है।
शहरी क्षेत्र भी नहीं रहेंगे पीछे
शहरी क्षेत्रों में भी महंगाई दर दो फीसदी से कुछ ही अधिक बनी हुई है। सितंबर 2025 में यह दर 2.04 प्रतिशत पर है। इसके पहले अगस्त के महीने में भी यह केवल 2.47 प्रतिशत थी। इससे शहरी क्षेत्र के उपभोक्ताओं के लिए भी खर्च करने के बेहतर अवसर बन सकते हैं। हालांकि, प्राथमिकता के आधार पर यह बढ़त वाहनों, हाउसिंग सेक्टर, कपड़ों और स्वास्थ्य सेवाओं के विभिन्न उत्पादों की खरीद के रूप में दिखाई दे सकता है।
शहरी क्षेत्र भी नहीं रहेंगे पीछे
शहरी क्षेत्रों में भी महंगाई दर दो फीसदी से कुछ ही अधिक बनी हुई है। सितंबर 2025 में यह दर 2.04 प्रतिशत पर है। इसके पहले अगस्त के महीने में भी यह केवल 2.47 प्रतिशत थी। इससे शहरी क्षेत्र के उपभोक्ताओं के लिए भी खर्च करने के बेहतर अवसर बन सकते हैं। हालांकि, प्राथमिकता के आधार पर यह बढ़त वाहनों, हाउसिंग सेक्टर, कपड़ों और स्वास्थ्य सेवाओं के विभिन्न उत्पादों की खरीद के रूप में दिखाई दे सकता है।
भारत की अर्थव्यवस्था को डेड बताने वालों को सच दिखाई नहीं दे रहा- भाजपा
भाजपा प्रवक्ता तुहिन सिन्हा ने अमर उजाला से कहा कि राहुल गांधी और कांग्रेस के अन्य नेता भारत की अर्थव्यवस्था को डेड इकॉनोमी बता रहे थे। लेकिन आईएमएफ, विश्व बैंक, विश्व की प्रतिष्ठित मैगजीन और शेयर बाजार लगातार बता रहे हैं कि भारत की अर्थव्यवस्था सबसे बेहतर दौर से गुजर रही है। देश हर सेक्टर में शानदार प्रगति कर रहा है। गूगल-एपल जैसी दुनिया की आर्थिक तौर पर सबसे सशक्त कंपनियां भारत में रिकॉर्ड निवेश कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया को यह दिख रहा है कि भारत हर सेक्टर में शानदार प्रगति कर रहा है। रक्षा क्षेत्र में हम आयातक की बजाय निर्यातक बनकर उभरे हैं और दुनिया के बड़े-बड़े देश हमसे रक्षा उत्पादों की खरीद कर रहे हैं। हमारा निर्यात सेक्टर लगातार प्रगति कर रहा है। उन्होंने कहा कि यदि इसके बाद भी किसी को भारत की प्रगति नहीं दिखाई दे रही है तो यह उसकी समस्या हो सकती है। भारत की जनता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ है जो देश को दिनरात आगे बढ़ाने के लिए मेहनत कर रहे हैं। भाजपा नेता ने तीसरी तिमाही में खरीदी का एक नया रिकॉर्ड बनने की उम्मीद जताई।
भाजपा प्रवक्ता तुहिन सिन्हा ने अमर उजाला से कहा कि राहुल गांधी और कांग्रेस के अन्य नेता भारत की अर्थव्यवस्था को डेड इकॉनोमी बता रहे थे। लेकिन आईएमएफ, विश्व बैंक, विश्व की प्रतिष्ठित मैगजीन और शेयर बाजार लगातार बता रहे हैं कि भारत की अर्थव्यवस्था सबसे बेहतर दौर से गुजर रही है। देश हर सेक्टर में शानदार प्रगति कर रहा है। गूगल-एपल जैसी दुनिया की आर्थिक तौर पर सबसे सशक्त कंपनियां भारत में रिकॉर्ड निवेश कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया को यह दिख रहा है कि भारत हर सेक्टर में शानदार प्रगति कर रहा है। रक्षा क्षेत्र में हम आयातक की बजाय निर्यातक बनकर उभरे हैं और दुनिया के बड़े-बड़े देश हमसे रक्षा उत्पादों की खरीद कर रहे हैं। हमारा निर्यात सेक्टर लगातार प्रगति कर रहा है। उन्होंने कहा कि यदि इसके बाद भी किसी को भारत की प्रगति नहीं दिखाई दे रही है तो यह उसकी समस्या हो सकती है। भारत की जनता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ है जो देश को दिनरात आगे बढ़ाने के लिए मेहनत कर रहे हैं। भाजपा नेता ने तीसरी तिमाही में खरीदी का एक नया रिकॉर्ड बनने की उम्मीद जताई।