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Indigo: फ्लाइट रद्द का मुद्दा पहुचा संसद, यात्रियों के साथ विपक्ष के निशाने पर भी आई इंडिगो, उठाए ये सवाल
डिजिटल ब्यूरो, अमर उजाला
Published by: कीर्तिवर्धन मिश्र
Updated Fri, 05 Dec 2025 12:09 PM IST
सार
कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी से लेकर शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी तक ने इंडिगो की उड़ानों के रद्द होने का मुद्दा उठाया है। प्रियंका ने इस मुद्दे को राज्यसभा में उठाने के लिए नोटिस भी दिया है।
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राहुल गांधी और प्रियंका चतुर्वेदी ने इंडिगो को लेकर उठाए सवाल।
- फोटो : ANI/PTI
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विस्तार
इंडिगो का संकट थमने का नाम नहीं ले रहा है। हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि रोजाना सैकड़ों उड़ानें रद्द हो रही हैं, जिससे यात्रियों को भारी नुकसान और परेशानी झेलनी पड़ रही है। बढ़ती शिकायतों के बाद DGCA ने भी इंडिगो के अधिकारियों को तलब कर स्थिति पर चर्चा की है। लगातार हो रही फ्लाइट कैंसिलेशन अब संसद में भी उठ गई है। विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भी इस मामले में सरकार को घेरा है। जबकि राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने इस मुद्दे पर पत्र लिखकर सरकार से जवाब मांगा है।
कांग्रेस सांसद और नेता विपक्ष राहुल गांधी ने भी इंडिगो परिचालन संकट को लेकर सरकार पर निशाना साधा है। सोशल मीडिया पोस्ट में उन्होंने लिखा, इंडिगो संकट इस सरकार के एकाधिकार मॉडल की कीमत है। एक बार फिर आम भारतीयों को देरी, उड़ानों के रद्द होने और असहाय महसूस करने के रूप में इसकी कीमत चुकानी पड़ रही है। भारत हर क्षेत्र में निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा का हकदार है, न कि मैच-फिक्सिंग वाले एकाधिकार का।
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कांग्रेस सांसद और नेता विपक्ष राहुल गांधी ने भी इंडिगो परिचालन संकट को लेकर सरकार पर निशाना साधा है। सोशल मीडिया पोस्ट में उन्होंने लिखा, इंडिगो संकट इस सरकार के एकाधिकार मॉडल की कीमत है। एक बार फिर आम भारतीयों को देरी, उड़ानों के रद्द होने और असहाय महसूस करने के रूप में इसकी कीमत चुकानी पड़ रही है। भारत हर क्षेत्र में निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा का हकदार है, न कि मैच-फिक्सिंग वाले एकाधिकार का।
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वहीं विपक्षी सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने अपने पत्र में लिखा कि राज्यसभा के नियम 180 के तहत वे नागरिक उड्डयन मंत्री का ध्यान इस गंभीर सार्वजनिक मुद्दे की ओर दिलाना चाहती हैं। ये मुद्दा इसलिए अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि हजारों यात्री फंस गए, हवाई अड्डों पर संचालन प्रभावित हुआ और ऐसी घटनाएं बार-बार होने से यह संकेत मिलता है कि तत्काल सरकारी हस्तक्षेप, जवाबदेही तय करने और भविष्य में ऐसी स्थिति रोकने के लिए ठोस व्यवस्था की जरूरत है. ऐसे में मैं अनुरोध करती हूं कि माननीय मंत्री इस मामले पर शीघ्र बयान दें।
अपने पत्र में प्रियंका चतुर्वेदी ने लिखा
- बुधवार को इंडिगो एयरलाइंस की उड़ानों में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हुई।
- देशभर में यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
- कई उड़ानों में 7 घंटे तक की देरी हुई, 70 से अधिक उड़ानें रद्द करनी पड़ीं।
- मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद सहित कई बड़े एयरपोर्ट प्रभावित हुए।
- क्रू की कमी और परिचालन संबंधी दिक्कतों के कारण स्थिति और खराब हुई।
- घरेलू मार्गों के साथ अंतरराष्ट्रीय उड़ानें भी प्रभावित रहीं, जैसे मुंबई–मालदीव रूट
- एयरलाइन ने तकनीकी समस्याओं, एयरपोर्ट पर भीड़भाड़ और परिचालन जरूरतों को इसकी वजह बताया।
- ये स्थिति एयरलाइन की तैयारी, नियामक निगरानी और यात्री सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करती है
इस बीच शुक्रवार को इंडिगो की स्थिति और बिगड़ गई है। पूरे देश में अब तक 400 से ज्यादा उड़ानें रद्द हो चुकी हैं और कई फ्लाइट्स घंटों लेट चल रही हैं। दिल्ली एयरपोर्ट पर अकेले 220 से ज्यादा उड़ानें, बेंगलुरु में 100 से अधिक और हैदराबाद में 90 से ज्यादा उड़ानें रद्द करनी पड़ीं। अन्य शहरों में भी भारी देरी देखी गई है।
इंडिगो ने बयान जारी कर कहा है कि ठंड, धुंध और भारी भीड़ के बीच क्रू की कमी ने हालात को और खराब कर दिया है। एयरलाइन के मुताबिक, ऑपरेशंस को सामान्य करने में अगले 2–3 दिन और लगेंगे, और तब तक कई उड़ानें रद्द होने की संभावना बनी रहेगी। हालांकि, इंडिगो ने कहा है कि वह 8 दिसंबर से अपनी उड़ानों की संख्या कम करेगी, ताकि शेड्यूल स्थिर हो सके और कैंसिलेशन कम हों।
इंडिगो ने बयान जारी कर कहा है कि ठंड, धुंध और भारी भीड़ के बीच क्रू की कमी ने हालात को और खराब कर दिया है। एयरलाइन के मुताबिक, ऑपरेशंस को सामान्य करने में अगले 2–3 दिन और लगेंगे, और तब तक कई उड़ानें रद्द होने की संभावना बनी रहेगी। हालांकि, इंडिगो ने कहा है कि वह 8 दिसंबर से अपनी उड़ानों की संख्या कम करेगी, ताकि शेड्यूल स्थिर हो सके और कैंसिलेशन कम हों।