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Power Tussle: यतींद्र बोले- कार्यकाल पूरा करेंगे सिद्धारमैया; वोक्कालिगा संघ ने कांग्रेस हाईकमान को दी चेतावनी
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, मैसूर।
Published by: निर्मल कांत
Updated Thu, 27 Nov 2025 06:04 PM IST
सार
Power Tussle: कर्नाटक में मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर सियासी खींचतान जारी है। इस बीच, कांग्रेस एमएलसी यतींद्र ने कहा कि उनके पिता सिद्धारमैया अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा करेंगे। वहीं, कर्नाटक राज्य वोक्कालिगा संघ ने चेतावनी दी कि अगर उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के साथ अन्याय हुआ तो जोरदार विरोध करेंगे।
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डीके शिवकुमार, सिद्धारमैया
- फोटो : एएनआई (फाइल)
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विस्तार
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के बेटे और कांग्रेस के एमएलसी यतींद्र सिद्धारमैया ने गुरुवार को कहा कि उन्हें पूरा भरोसा है कि सिद्धारमैया अपना पूरा पाच साल का कार्यकाल पूरा करेंगे। उन्होंने कहा कि उनके पिता के खिलाफ कोई शिकायत नहीं है और न ही वह किसी घोटाले में शामिल हैं। उधर, कर्नाटक राज्य वोक्कालिगा संघ ने कांग्रेस हाईकमान को चेतावनी दी कि अगर उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के साथ अन्याय हुआ तो वह इसका जोरदार विरोध करेंगे।
यतींद्र ने कहा कि सिद्धारमैया अच्छी तरह प्रशासन व्यवस्था चला रहे हैं और विधायकों का भी उन्हें पूरा समर्थन मिला हुआ है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग मुख्यमंत्री बदलने की जो मांग उठा रहे हैं, उस पर फैसला कांग्रेस हाईकमान करेगा। कर्नाटक में मुख्यमंत्री बदलने की अटकलें तब तेज हुई हैं, जब 20 नवंबर को कांग्रेस सरकार अपने पांच साल के कार्यकाल का आधा समय समाप्त हुआ। बताया जाता है कि 2023 में सिद्धारमैया और शिवकुमार के बीच सत्ता-साझेदारी का समझौता हुआ था।
ये भी पढ़ें: नए श्रम कानून का विरोध: कांग्रेस की मजदूर इकाई ने दी आंदोलन की चेतावनी; उदित राज बोले- अधिकार खत्म किए जा रहे
सिद्धारमैया के बेटे ने कहा, जो भी हाईकमान फैसला करेगा, वही अंतिम होगा। हाईकमान कुछ कहे उससे पहले इस पर टिप्पणी करना ठीक नहीं है। एक सवाल के जवाब में कि क्या सिद्धारमैया पांच साल तक मुख्यमंत्री, उन्होंने कहा कि एक कार्यकर्ता होने के नाते उन्हें ऐसा कोई कारण नहीं दिखता जिससे मुख्यमंत्री बदले जाएं। उन्होंने दोहराया कि सिद्धारमैया के खिलाफ कोई आरोप नहीं है, वह किसी घोटाले में शामिल नहीं हैं और अच्छा प्रशासन दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत रूप से उन्हें लगता है कि सिद्धारमैया पांच साल का कार्यकाल पूरा करेंगे।
शिवकुमार के साथ अन्याय हुआ तो जोरदार विरोध करेंगे: कर्नाटक राज्य वोक्कालिगा संघ
वहीं, कर्नाटक राज्य वोक्कालिगा संघ ने कांग्रेस हाईकमान को चेतावनी दी कि अगर शिवकुमार के साथ अन्याय हुआ तो जोरदार तरीके से विरोध करेंगे। शिवकुमार वोक्कालिगा समुदाय से आते हैं और मुख्यमंत्री बनने की इच्छा रखते हैं। संघ के अध्यक्ष एल श्रीनिवास ने कहा कि विधानसभा चुनावों में शिवकुमार ने कड़ी मेहनत की, पूरे राज्य का दौरा किया और संगठन को मजबूत किया। उनके प्रयासों से कांग्रेस को 140 सीटें मिलीं और पार्टी सत्ता में लौटी।
ये भी पढ़ें: बंगाल में SIR के लिए AI एप पर उठे सवाल, TMC सांसद गोखले बोले- एप्लीकेशन से जुड़ी जानकारी क्यों छिपाई?
श्रीनिवास ने कहा कि लोगों के बीच यह चर्चा है कि हाईकमान ने शिवकुमार से वादा किया था कि सिद्धारमैया के ढाई साल पूरा करने के बाद उन्हें मुख्यमंत्री बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसमें शक है कि सिद्धारमैया सत्ता छोड़ेंगे या नहीं और इसी कारण मंत्री और विधायक दिल्ली के चक्कर लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हाईकमान को चाहिए कि शिवकुमार के प्रयासों के बदले कम से कम उन्हें 'कूली' यानी उचित इनाम दे। श्रीनिवास ने कहा कि शिवकुमार ने पार्टी के लिए जेल भी काटी है और उनके साथ किसी तरह का अन्याय नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर शिवकुमार के साथ अन्याय हुआ, तो वोक्कालिगा समुदाय इसके खिलाफ लड़ाई लड़ेगा।
सिद्धारमैया को हटाया तो पार्टी पर असर पड़ेगा: केएसएफबीसीसी
वहीं, कर्नाटक राज्य पिछड़ा वर्ग समुदाय महासंघ (केएसएफबीसीसी) ने कांग्रेस पार्टी को चेतावनी दी कि अगर सत्ता संघर्ष के बीच मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को हटाने की कोशिश हुई, तो इसका असर पार्टी पर पड़ेगा। केएसएफबीसीसी के अध्यक्ष केएम रामचंद्रप्पा ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अहिंदा (अल्पसंख्यक, पिछड़ा वर्ग और दलित) समुदाय मौजूदा हालात से बहुत आहत है। उन्होंने कर्नाटक राज्य वोक्कालिगा संघ के अध्यक्ष श्रीनिवास के बयान का जिक्र किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि कांग्रेस हाईकमान को शिवकुमार को कूली (इनाम) देना चाहिए क्योंकि वह कड़ी मेहनत करके पार्टी को सत्ता में वापस लाए। रामचंद्रप्पा ने कहा कि शिवकुमार को उनकी मेहनत का कूली पहले ही मिल चुका है, उन्हें उपमुख्यमंत्री बना दिया गया है।
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यतींद्र ने कहा कि सिद्धारमैया अच्छी तरह प्रशासन व्यवस्था चला रहे हैं और विधायकों का भी उन्हें पूरा समर्थन मिला हुआ है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग मुख्यमंत्री बदलने की जो मांग उठा रहे हैं, उस पर फैसला कांग्रेस हाईकमान करेगा। कर्नाटक में मुख्यमंत्री बदलने की अटकलें तब तेज हुई हैं, जब 20 नवंबर को कांग्रेस सरकार अपने पांच साल के कार्यकाल का आधा समय समाप्त हुआ। बताया जाता है कि 2023 में सिद्धारमैया और शिवकुमार के बीच सत्ता-साझेदारी का समझौता हुआ था।
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सिद्धारमैया के बेटे ने कहा, जो भी हाईकमान फैसला करेगा, वही अंतिम होगा। हाईकमान कुछ कहे उससे पहले इस पर टिप्पणी करना ठीक नहीं है। एक सवाल के जवाब में कि क्या सिद्धारमैया पांच साल तक मुख्यमंत्री, उन्होंने कहा कि एक कार्यकर्ता होने के नाते उन्हें ऐसा कोई कारण नहीं दिखता जिससे मुख्यमंत्री बदले जाएं। उन्होंने दोहराया कि सिद्धारमैया के खिलाफ कोई आरोप नहीं है, वह किसी घोटाले में शामिल नहीं हैं और अच्छा प्रशासन दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत रूप से उन्हें लगता है कि सिद्धारमैया पांच साल का कार्यकाल पूरा करेंगे।
शिवकुमार के साथ अन्याय हुआ तो जोरदार विरोध करेंगे: कर्नाटक राज्य वोक्कालिगा संघ
वहीं, कर्नाटक राज्य वोक्कालिगा संघ ने कांग्रेस हाईकमान को चेतावनी दी कि अगर शिवकुमार के साथ अन्याय हुआ तो जोरदार तरीके से विरोध करेंगे। शिवकुमार वोक्कालिगा समुदाय से आते हैं और मुख्यमंत्री बनने की इच्छा रखते हैं। संघ के अध्यक्ष एल श्रीनिवास ने कहा कि विधानसभा चुनावों में शिवकुमार ने कड़ी मेहनत की, पूरे राज्य का दौरा किया और संगठन को मजबूत किया। उनके प्रयासों से कांग्रेस को 140 सीटें मिलीं और पार्टी सत्ता में लौटी।
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श्रीनिवास ने कहा कि लोगों के बीच यह चर्चा है कि हाईकमान ने शिवकुमार से वादा किया था कि सिद्धारमैया के ढाई साल पूरा करने के बाद उन्हें मुख्यमंत्री बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसमें शक है कि सिद्धारमैया सत्ता छोड़ेंगे या नहीं और इसी कारण मंत्री और विधायक दिल्ली के चक्कर लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हाईकमान को चाहिए कि शिवकुमार के प्रयासों के बदले कम से कम उन्हें 'कूली' यानी उचित इनाम दे। श्रीनिवास ने कहा कि शिवकुमार ने पार्टी के लिए जेल भी काटी है और उनके साथ किसी तरह का अन्याय नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर शिवकुमार के साथ अन्याय हुआ, तो वोक्कालिगा समुदाय इसके खिलाफ लड़ाई लड़ेगा।
सिद्धारमैया को हटाया तो पार्टी पर असर पड़ेगा: केएसएफबीसीसी
वहीं, कर्नाटक राज्य पिछड़ा वर्ग समुदाय महासंघ (केएसएफबीसीसी) ने कांग्रेस पार्टी को चेतावनी दी कि अगर सत्ता संघर्ष के बीच मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को हटाने की कोशिश हुई, तो इसका असर पार्टी पर पड़ेगा। केएसएफबीसीसी के अध्यक्ष केएम रामचंद्रप्पा ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अहिंदा (अल्पसंख्यक, पिछड़ा वर्ग और दलित) समुदाय मौजूदा हालात से बहुत आहत है। उन्होंने कर्नाटक राज्य वोक्कालिगा संघ के अध्यक्ष श्रीनिवास के बयान का जिक्र किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि कांग्रेस हाईकमान को शिवकुमार को कूली (इनाम) देना चाहिए क्योंकि वह कड़ी मेहनत करके पार्टी को सत्ता में वापस लाए। रामचंद्रप्पा ने कहा कि शिवकुमार को उनकी मेहनत का कूली पहले ही मिल चुका है, उन्हें उपमुख्यमंत्री बना दिया गया है।