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Karur Stampede: दिल्ली, बंगलूरू और अब करूर... तमिलनाडु में भगदड़ के बाद विचलित कर रहा मंजर, देश में पसरा मातम

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, करूर Published by: बशु जैन Updated Sat, 27 Sep 2025 10:36 PM IST
सार

तमिलनाडु के करूर जिले में अभिनेता से राजनेता बने विजय की पार्टी- टीवीके की रैली में भगदड़ पहला हादसा नहीं है। बार-बार ऐसे हादसों से सवाल उठ रहे हैं कि प्रशासन और जनता सबक क्यों नहीं सीख रहे? इससे पहले इसी साल फरवरी में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में स्टेशन पर भगदड़ हुई थी। बंगलूरू में आईपीएल चैंपियन रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) की जीत के जश्न के दौरान मची भगदड़ में भी कई लोगों की जानें गईं थी। बीते वर्ष हैदराबाद में फिल्म पुष्पा 2 की स्क्रीनिंग के समय भी भगदड़ मची थी।

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Lessons not learned from previous accidents... Disturbing scene after the stampede in Karur
करूर में रैली में भगदड़। - फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
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तमिलनाडु के करूर जिले में अभिनेता से नेता बने विजय की रैली में भगदड़ से 36 लोगों की मौत हो गई है। इसमें 50 से अधिक लोग घायल हुए हैं, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। घायलों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। रैली में भगदड़ की यह पहली घटना नहीं है। नवरात्र के त्योहार के बीच हुई इस त्रासदी के बाद देश में मातम पसर गया है। हादसे के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन और रैली का आयोजन करने वाले अभिनेता विजय समेत कई हस्तियों ने शोक प्रकट किया है। सभी लोगों ने एक स्वर में कहा है कि उनकी संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ हैं। इसी बीच बार-बार ऐसे हादसे होने से सवाल उठ रहे हैं कि प्रशासन अब तक सबक क्यों नहीं ले रहा?
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करूर में रैली में भगदड़। - फोटो : PTI
तमिलगा वेट्री कझगम (टीवीके) प्रमुख विजय के राज्यव्यापी दौरे के तहत इस रैली का आयोजन किया गया था। इसमें बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे। पुलिस अधिकारी ने बताया कि नमक्कल की रैली को संबोधित करने के बाद छह घंटे देरी से रैली स्थल पर पहुंचे। इस कारण काफी देर से इंतजार कर रहे कुछ लोग अचानक बेहोश होकर गिर पड़े, जिसके बाद रैली में भगदड़ मच गई।

लोग एक-दूसरे पर गिरने लगे। करूर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डीन आर शांतिमलार ने बताया कि अस्पताल में लाए गए लोगों में छह बच्चे, नौ पुरुष और 16 महिलाएं शामिल हैं। वहीं, तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री एमए सुब्रमण्यम ने कहा कि कम से कम 29 लोगों की मौत हो गई है और 50 का इलाज चल रहा है। तिरुचि से 24 और सलेम से 20 डॉक्टरों को करूर भेजा गया है।
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करूर में रैली में भगदड़। - फोटो : PTI
भीड़ इतनी कि सांस लेना हो रहा था मुश्किल
तमिलगा वेट्री कषगम (टीवीके) प्रमुख विजय की रैली की जो तस्वीरें सामने आई हैं उससे बेतहाशा भीड़ का अंदाजा साफ लगाया जा सकता है। विजय की रैली में भीड़ इतनी ज्यादा हो गई थी कि लोगों के लिए सांस लेना मुश्किल हो गया। अचानक से वहां मौजूद लोग और कार्यकर्ता बेहोश होने लगे। इस बीच भगदड़ जैसी स्थिति हो गई। लोग बचने के लिए इधर-उधर भागने लगे, कई गिर पड़े, कुछ ऊपर से भीड़ के दबाव में चोटिल हो गए। स्थल पर चीख-पुकार और मदद की गुहारें हर ओर गूंज रही थीं।

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करूर में रैली में भगदड़। - फोटो : PTI
भीड़ इतनी ज्यादा थी कि उससे निकलने के लिए लोग धक्का-मुक्की कर रहे थे। माहौल पूरी तरह से अराजक और डरावना था। कई घायल वहीं गिर पड़े, और घटनास्थल पर खून और घायलों की तस्वीरें दिख रही हैं। भीड़ में फंसे प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कई लोग भगदड़ में दब गए, जबकि बच्चे और बुजुर्ग सुरक्षा के लिए अपने परिवार के सदस्यों के साथ भागने की कोशिश कर रहे थे। 

भगदड़ स्थल पर निकास मार्गों का जाम होने से बचाव में और दिक्कत आई। स्थानीय पुलिस, फायर और आपातकालीन मेडिकल टीम ने तुरंत घटनास्थल पर पहुंचकर घायलों को निकाला और अस्पतालों में भर्ती कराया। कई लोग परिजनों और अपने प्रियजनों की तलाश में बदहवाश दिखे। रैली में शामिल लोगों ने बताया कि अचानक भगदड़ मचने के कारण कोई समझ नहीं पाया कि वहां से कैसे निकलें।

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करूर में रैली में भगदड़। - फोटो : PTI
10 हजार लोगों के शामिल होने की थी अनुमति
विजय की रैली में 10,000 लोगों के शामिल होने की अनुमति थी, लेकिन भीड़ बढ़ती गई और प्रशासन ने उसे नियंत्रित करने के लिए कुछ नहीं किया। इससे पहले, कर्नाटक की राजधानी बंगलूरू में आईपीएल चैंपियन बनकर पहुंची बेंगलुरु में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) की जीत के जश्न में चिन्नास्वामी स्टेडियम और शहर की सड़कों पर उमड़े जनसैलाब के दौरान भगदड़ मच गई थी। इसमें भी कई लोगों की जानें गईं थी।

हैदराबाद में फिल्म स्क्रीनिंग के दौरान भगदड़
बीते साल फिल्म पुष्पा 2 की स्क्रीनिंग के दौरान तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में भगदड़ मची थी। हैदराबाद में अभिनेता अल्लू अर्जुन की फिल्म 'पुष्पा 2: द रूल' के प्रीमियर शो के दौरान मची भगदड़ में एक महिला की जान चली गई। बाद में अभिनेता पर गैर-इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था। घटना पर 'पुष्पा 2' के निर्माताओं ने भी दुख जाहिर किया है। साथ ही हर संभव मदद का वादा किया है।

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करूर में रैली में भगदड़। - फोटो : PTI
बंगलूरू में क्या हुआ था?
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की ओर से आईपीएल का खिताब जीतने के बाद बंगलूरू में जश्न मनाया जा रहा था। इस दौरान चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुई भगदड़ में 11 लोगों की मौत हुई थी। हादसे में 50 से अधिक लोग घायल हो गए थे। भगदड़ के बावजूद स्टेडियम के अंदर कार्यक्रम जारी रखने को लेकर आयोजकों को तीखी आलोचना का सामना करना पड़ा है। स्टेडियम के बाहर लाखों लोग आरसीबी के सोशल मीडिया आमंत्रण के बाद एकत्र हुए थे। इस आमंत्रण को हालांकि बाद में हटा दिया गया था। अत्यधिक भीड़ के कारण रोड शो को रद्द कर दिया गया, लेकिन  स्टेडियम के अंदर समारोह जारी रहा। विधान सौधा में सम्मान समारोह बिना किसी बड़ी गड़बड़ी के संपन्न हो गया, लेकिन चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर अराजकता फैल गई।

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करूर में रैली में भगदड़। - फोटो : PTI
एक किलोमीटर के दायरे में थे 50,000 से ज्यादा लोग
पुलिस ने बताया कि जब यह हादसा हुआ उस वक्त चिन्नास्वामी के बाहर बेतहाशा भीड़ थी। उन्होंने कहा कि लगभग 50,000 लोग एक किलोमीटर के दायरे में थे और यह संख्या लगातार बढ़ती जा रही थी। पुलिस ने भारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए हल्का बल भी प्रयोग किया। वहीं, इसके तुरंत बाद, बंगलूरू मेट्रो ने भी घोषणा की कि भारी भीड़ के कारण ट्रेनें कब्बन पार्क और डॉ. बीआर अंबेडकर स्टेशनों पर नहीं रुकेंगी।

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करूर में रैली में भगदड़। - फोटो : PTI
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची थी भगदड़
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर इस साल 15 फरवरी को भगदड़ मच गई थी। इस हादसे में 18 लोगों की मौत हो गई थी और 15 लोग घायल हुए थे। मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि घटना वाले दिन स्टेशन पर यात्रियों की संख्या में धीरे-धीरे बढ़ोतरी हो रही थी। इस दौरान बहुत से यात्री अपने सिर पर भारी बोझ लेकर चल रहे थे, जिससे फुट ओवरब्रिज पर आवाजाही में दिक्कत आ रही थी। इसी दौरान, एक यात्री के सिर से भारी सामान गिरा, जिससे नीचे की सीढ़ियों पर अचानक दबाव बन गया और यात्री एक-दूसरे पर गिरने लगे। 

रेल मंत्री ने बताया कि इस हादसे में मारे गए 18 लोगों के परिजनों को 10 लाख रुपये का मुआवजा दिया गया है। गंभीर रूप से घायल 15 लोगों में से प्रत्येक को 2.5 लाख रुपये और अन्य घायलों को 1 लाख रुपये का मुआवजा दिया गया है। कुल मिलाकर सरकार ने 33 पीड़ितों और उनके परिवारों को 2.01 करोड़ रुपये की राशि दी है।

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