करीब पांच से छह महीने पहले कांग्रेस राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में सरकार बनाने में कामयाब हुई थी। तब लगा था शायद 2019 लोकसभा का चुनाव भाजपा के लिए आसान नहीं होने वाला। लेकिन मोदी के दम पर भाजपा एक बार फिर सत्ता में आने में कामयाब रही और कांग्रेस का 18 राज्यों से सफाया हो गया। जानिए, किन राज्यों में कांग्रेस का खाता तक नहीं खुला।
गुजरात
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य गुजरात में कांग्रेस लोकसभा की 26 सीटों में से एक भी सीट नहीं जीत सकी। प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात को विधानसभा चुनाव की तरह ही अस्मिता के सवाल से जोड़ दिया जिसके कारण भाजपा गुजरात में क्लीन स्वीप करने में कामयाब रही है।
राजस्थान
राजस्थान विधानसभा के जब चुनाव हो रहे थे तब जनता ने एक नारा दिया था 'वसुंधरा तेरी खैर नहीं, मोदी तुझसे बैर नहीं।' विधानसभा में कांग्रेस की सरकार चुनने वाली जनता उस वक्त ही मोदी को प्रधानमंत्री के रुप में दोबारा लाने का मन बना चुकी थी। इसी का नतीजा रहा कि कांग्रेस को राजस्थान की 25 लोकसभा सीटों में से एक भी सीट पर जीत नहीं मिल सकी और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत तक चुनाव हार गए।
हरियाणा
हरियाणा में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से जनता खुश नहीं है। इसके बावजूद प्रधानमंत्री मोदी के नाम पर हरियाणा में भाजपा को 10 की 10 सीटें मिली हैं और कांग्रेस का खाता नहीं खुल पाया। सोनीपत से कांग्रेस उम्मीदवार भूपेन्द्र सिंह हुड्डा चुनाव हार गए।
आंध्र प्रदेश
आंध्र प्रदेश में वाईएसआर के सामने कांग्रेस ही नहीं भाजपा का भी खाता नहीं खुल पाया। यहां जगन मोहन रेड्डी ने राज्य की 25 लोकसभा सीटों में से 22 पर जीत हासिल की और चंद्रबाबूू नायडू की पार्टी टीडीपी को मात्र तीन सीटें मिली। वहीं कांग्रेस का इस राज्य में भी सफाया हो गया।