मराठा-ओबीसी आरक्षण विवाद: संजय राउत ने फडणवीस से किया संवाद का आग्रह, आत्महत्याओं के मामले पर जताई चिंता
मराठा आरक्षण को लेकर महाराष्ट्र में तनाव बढ़ता जा रहा है। शिवसेना (यूबीटी) के संजय राउत ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से अपील की है कि वे मराठा और ओबीसी नेताओं से संवाद कर शांति स्थापित करें। लातूर में आत्महत्या की घटना के बाद राउत ने मराठवाड़ा में प्रेस वार्ता कर विवाद सुलझाने की मांग की।
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महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण को लेकर चल रहे तनाव के बीच राज्यभर की सियासत को गर्म कर रखा है। ऐसे में अब शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने शनिवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से अपील की कि वे मराठा और ओबीसी समुदायों के नेताओं से संवाद करें और आरक्षण को लेकर उत्पन्न अशांति को खत्म करें। राउत ने कहा कि आरक्षण विवाद की वजह से राज्य में आत्महत्याओं की घटनाएं हो रही हैं।
बता दें कि महाराष्ट्र सरकार ने दो सितंबर को एक सरकारी आदेश जारी किया था, जिसके तहत मराठा समुदाय के योग्य सदस्य कुनबी जाति प्रमाणपत्र के लिए आवेदन कर सकते हैं। इससे ओबीसी समुदाय में असंतोष फैल गया है क्योंकि मराठा भी ओबीसी आरक्षण का दावा कर सकेंगे।
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इसी सिलसिले में विवाद ज्यादा तब बढ़ गया जब कथित तौर पर लातूर जिले के 35 वर्षीय भरत कराड ने इस विवाद से जुड़ी चिंता के कारण आत्महत्या कर ली। इसको लेकर राउत ने कहा कि मुख्यमंत्री को मराठवाड़ा में प्रेस वार्ता कर आरक्षण विवाद से जुड़ी जनता की चिंताओं का समाधान करना चाहिए। इस मौके पर मराठा कार्यकर्ता मनोज जरांगे और ओबीसी नेता तथा एनसीपी मंत्री छगन भुजबल को भी शामिल करना जरूरी है।
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मनसे के साथ गठबंधन पर भी बोले राउत
इसके साथ ही संजय राउत ने कांग्रेस के शिवसेना (यूबीटी) और महाराष्ट्र नव निर्माण सेना (एमएनएस) के बीच गठबंधन की चर्चाओं को लेकर कहा कि कांग्रेस में इस मुद्दे को लेकर कोई असंतोष नहीं है। उन्होंने बताया कि दोनों दलों के बीच बातचीत जारी है और यह गठबंधन लोकसभा चुनावों को लेकर महत्वपूर्ण होगा। गौरतलब है कि शिवसेना (यूबीटी), कांग्रेस और एनसीपी (एसपी) मिलकर महाराष्ट्र की विपक्षी महा विकास अघाड़ी गठबंधन चला रहे हैं।