बाहुबल का बोलबाला: बिहार चुनाव में कई बाहुबली और उनके रिश्तेदार हैं मैदान में, पक्ष-विपक्ष किसी को नहीं परहेज
बिहार में चुनाव में पहले चरण का प्रचार मंगलवार को थम गया। बिहार में हर चुनाव की तरह इस चुनाव में भी बाहुबली उम्मीदवारों की चर्चा है। इसके साथ ही कई बहुबली या बहुबली परिवार के लोग चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। आइये जानते हैं इनके बारे में..
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बिहार में चुनाव में पहले चरण का प्रचार मंगलवार को थम गया। गुरुवार को राज्य की 121 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। दूसरे चरण का प्रचार अपने चरम पर है। बिहार में हर चुनाव की तरह इस विधानसभा चुनाव में भी बाहुबली उम्मीदवारों की चर्चा है। सत्ता पक्ष जहां शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब को टिकट देने पर राजद को घेर रहा है। वहीं, मोकामा में जदयू उम्मीदवार और बाहुबली अनंत सिंह भी चर्चा में हैं। अनंत को तो चुनाव प्रचार के बीच में गिरफ्तार कर लिया गया है। उनके ऊपर हत्या का आरोप है। इन दोनों के अलावा भी कई बहुबली या बहुबली परिवार के लोग चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इन बाहुबलियों से किसी दल ने कोई परहेज नहीं किया है। आइये इन सबके बारे में जानते हैं....
1. अनंत सिंह: इस चुनाव में सबसे ज्यादा चर्चा अनंत सिंह के नाम की है। अनंत इस बार जदयू के टिकट से मोकामा सीट से चुनावी मैदान में हैं। अनंत सिंह मोकामा सीट से पहली बार 2005 में जीते थे। इसके बाद उन्होंने 2005 अक्तूबर, 2010 में जदयू से जीत दर्ज की। 2015 का बिहार विधानसभा चुनाव अनंत सिंह ने जेल से ही निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर लड़ा और जीत हासिल की। 2020 के विधानसभा चुनाव में मोकामा विधानसभा सीट से अनंत सिंह राजद के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। 2022 में उनको सजा होने पर उन्हें यह सीट खाली करनी पड़ी। इसके बाद हुए उपचुनाव में उनकी पत्नी नीलम देवी को जीत मिली। इस बार एक बार फिर अनंत सिंह जदयू के टिकट पर मैदान में हैं। अनंत से पहले उनके बड़े भाई 1990 और 1995 में यहां से जनता दल के टिकट पर जीते थे।
वीणा देवी: इस कड़ी में अगला नाम वीणा देवी का है। वीणा देवी बाहुबली सूरजभान सिंह की पत्नी हैं। वह इस बार मोकामा सीट से ही राजद की टिकट पर चुनाव लड़ रही है। सूरजभान सिंह मोकामा सीट से 2000 में निर्दलीय चुनाव जीत चुके हैं। 2008 में हत्या के एक मामले में सूरजभान सिंह दोषी ठहराए गए थे। मोकामा से चुनाव लड़ रहीं वीणा देवी भी मुंगेर लोकसभा सीट से सांसद रह चुकी हैं।
ओसामा शहाब: राजद ने रघुनाथपुर सीट से ओसामा शहाब को टिकट दिया है। ओसामा शहाब सीवान के चर्चित बाहुबली मोहम्मद शहाबुद्दीन के बेटे हैं। कहा जाता है कि सीवान जिले में एक समय मोहम्मद शहाबुद्दीन की समानांतर सरकार चलता था। दो बार विधायक और चार बार सांसद रहे शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब 2024 के लोकसभा चुनाव में सीवान लोकसभा सीट से निर्दलीय मैदान में उतरी थीं। हालांकि, उन्हें हार का समाना करना पड़ा था। अब उनके बेटे चुनावी मैदान में उतरे हैं। रघुनाथपुर सीट पर ओसामा शहाब का मुकाबला जदयू के विकास कुमार सिंह से है।
चेतन आनंद: बाहुबली आनंत मोहन के बेटे चेतन आनंद को जदयू ने नबीगंज से टिकट दिया है। चेतन आनंद 2020 में राजद के टिकट पर शिवहर विधानसभा सीट से जीते थे। 2024 में जब नीतीश कुमार ने पाला बदला उस वक्त चेतन ने पार्टी से बगावत करके उनका साथ दिया था। अब नीतीश की पार्टी ने उन्हें नबीगंज से उम्मीदवार बनाया है। चेतन की मां लवली आनंद शिवहर लोकसभा सीट से जदयू की सांसद हैं। वहीं, चेतन के पिता आनंद मोहन भी यहां से दो बार सांसद रह चुके हैं। आनंद मोहन को आईएएस अफसर जी कृष्णय्या की हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा हुई है।
रीतलाल यादव: राजद ने दानापुर सीट से बाहुबली रीतलाल यादव को टिकट दिया है। 2020 के चुनाव में रितलाल यादव को इसी सीट से जीत मिली थी। बाहुबली रीतलाल यादव भाजपा नेता सत्यनारायण सिन्हा की हत्या के मामले में आरोपी थे।
हुलास पांडे : हुलास पांडे लोजपा (राम विलास)) की टिकट से ब्रह्मपुर से चुनाव लड़ रहे हैं। वह बाहुबली सुनील पांडे के भाई हैं। सुनील पांडे बिहार के चर्चित बाहुबली में से एक हैं। इससे पहले हुलास पांडे 2020 में ब्रह्मपुर से चुनाव लड़ा था, हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इसके साथ ही हुलास पांडे का ब्रह्मेश्वर मुखिया की हत्या में भी नाम शामिल था।
प्रशांत विशाल: भाजपा ने तरारी सीट से प्रशांत विशाल को टिकट दिया है। प्रशांत विशाल बाहुबली सुनील पांडे के बेटे और हुलास पांडे के भतीजे हैं। 2024 उपचुनाव में प्रशांत विशाल को तरारी सीट से ही जीत मिली थी। इसी सीट से 2010 में प्रशांत के पिता सुनील पांडे ने जीत दर्ज की थी। हालांकि 2020 के चुनाव में सुनिल पांडे को हार का समाना करना पड़ा था।
अरुणा देवी: वारिसलीगंज विधानसभा सीट से भाजपा ने एक बार फिर से अरुणा देवी को टिकट दिया है। अरुणा देवा 2000 के दशक के बाहुबली अखिलेश सरदार की पत्नी हैं। वह वारिसलीगंज सीट से चार बार विधायक रहे चुकीं हैं।
अनीता देवी: वारिसलीगंज सीट से एक और बाहुबली की पत्नी चुनावी मैदान में हैं। नाम हैं अनीता देवी। अनीता देवी बाहुबली अशोक महतो की पत्नी को राजद ने टिकट दिया है। इस सीट से 2005 अक्तूबर और 2010 के चुनाव में अशोक महतो के भतीजे प्रदीप महतो ने भी जीत दर्ज की थी।
रणधीर कुमार सिंह: जदयू ने मांझी सीट से रणधीर सिंह को टिकट दिया है। रणधीर सिंह बाहुबली प्रभुनाथ सिंह के बेटे हैं। सांसद भी रहे चुके प्रभुनाथ सिंह फिलहाल मसरख के तत्कालीन एमएलए अशोक सिंह की हत्याकांड के मामले जेल में सजा काट रहे हैं।
विभा देवी: जदयू ने नवादा विधानसभा सीट से विभा देवी को टिकट दिया है। विभा देवी बाहुबली राजबल्लभ यादव की पत्नी हैं। विभा देवी 2020 में भी यहां से जीत हासिल की थी।
शिवानी शुक्ला: बाहुबली मुन्ना शुक्ला की बेटी शिवानी शुक्ला को राजद ने लालगंज सीट से टिकट दिया है। इस सीट से मुन्ना शुक्ला और उनकी पत्नी अनु शुक्ला भी विधायक रहे चुकी हैं।
शंकर सिंह: रूपौली सीट से एक और बाहुबली शंकर सिंह निर्दलीय चुनावी मैदान में हैं। शंकर सिंह यहां से निर्दलीय विधायक हैं। शंकर सिंह और अवधेश मंडल के बीच पुरानी अदावत रही है।