NIA: नक्सलियों ने यूं लूटी 4000 किलो विस्फोटक सामग्री, सुरक्षा बलों के खिलाफ होना था बारूद का इस्तेमाल
नक्सलियों ने ओडिशा के घने जंगल में अपने नेटवर्क के जरिए यह पता लगाया कि विस्फोटक सामग्री से भरा ट्रक कब और कहां से गुजरेगा। वह ट्रक किस खदान का है, ये भी पता कर लिया। तय समय पर दर्जनभर नक्सलियों ने ट्रक को घेर लिया।
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नक्सलियों ने ओडिशा के घने जंगल में अपने नेटवर्क के जरिए यह पता लगाया कि विस्फोटक सामग्री से भरा ट्रक कब और कहां से गुजरेगा। वह ट्रक किस खदान का है, ये भी पता कर लिया। तय समय पर दर्जनभर नक्सलियों ने ट्रक को घेर लिया। विस्फोटक सामग्री लूट ली गई। यह विस्फोटक सामग्री 20-20 किलोग्राम के पैकेट में रखी थी। लूटी गई इस सामग्री का इस्तेमाल, सुरक्षा बलों के ख़िलाफ़ किया जाना था।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने ओडिशा के राउरकेला जिले में एक पत्थर की खदान में लगभग 4,000 किलोग्राम विस्फोटक सामग्री की लूट के मामले में 11 आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया है। सीपीआई (माओवादी) आतंकी संगठन के सशस्त्र कार्यकर्ताओं द्वारा लूट की वारदात को अंजाम दिया गया था।
सभी 11 आरोपियों पर यूए (पी) अधिनियम, बीएनएसएस, शस्त्र अधिनियम और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं। जांच के दौरान, एनआईए ने पाया कि ये आरोपी लगभग 200 विस्फोटक पैकेटों की लूट की आपराधिक साजिश, योजना और क्रियान्वयन में सक्रिय रूप से शामिल थे, जिनमें से प्रत्येक में 20 किलोग्राम विस्फोटक था। 27 मई 2025 को इटमा विस्फोटक स्टेशन से बांको पत्थर की खदान तक विस्फोटक सामग्री ले जाई जा रही थी। वाहन को उसके चालक सहित 10-15 सशस्त्र माओवादियों ने लूट लिया था। विस्फोट सामग्री को पास के जंगल में स्थित आतंकवादी संगठन के गढ़ में ले जाया जा रहा था।
जून में स्थानीय पुलिस से मामला अपने हाथ में लेने वाली एनआईए ने जांच के दौरान पाया कि भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री लूटी गई थी, जिसका इस्तेमाल पुलिस और सुरक्षा बलों सहित सरकारी तंत्र के खिलाफ आतंकी कृत्यों को अंजाम देने के लिए किया जाना था। यह लूट सीपीआई (माओवादी) की देश की सुरक्षा और स्थिरता को भंग करने की साजिश का हिस्सा थी।ये हैं वे 11 आरोपी …
-जारजा मुंडा उर्फ कालू मुंडा
-अनमोल उर्फ सुशांत उर्फ लालचंद हेम्ब्रम
-रमेश उर्फ प्रीतम मांझी उर्फ अनल दा
-पिंटू लोहरा उर्फ टाइगर
-लालजीत उर्फ लालू
-शिव बोदरा उर्फ शिबू
-अमित मुंडा उर्फ सुखलाल मुंडा
-रवि उर्फ बीरेन सिंह
-राजेश उर्फ मानसिद
-सोहन उर्फ रंगा पुनेम
-अप्टन उर्फ चंद्र मोहन हंसद