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NIA: माओवादियों ने RSS से लिंक और सुरक्षा बलों को सूचना के चलते किया गावड़े का मर्डर, एनआईए ने दबोचे दो आरोपी
डिजिटल ब्यूरो, अमर उजाला, नई दिल्ली।
Published by: ज्योति भास्कर
Updated Sat, 20 Dec 2025 03:17 PM IST
सार
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) जघन्य हत्याकांड की जांच कर रही है। जांच के दौरान ये बात सामने आई है कि हत्या का कारण राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से लिंक और सुरक्षा बलों को दी गई सूचना है। जानिए इस हत्याकांड में अब तक क्या पता चला
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एनआईए (फाइल)
- फोटो : पीटीआई
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विस्तार
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने महाराष्ट्र के दिनेश पुसु गावड़े हत्याकांड में फरार दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों वांछित आरोपी प्रतिबंधित सीपीआई (माओवादी) आतंकवादी संगठन के सदस्य हैं। इस केस में माओवादियों ने गावड़े का अपहरण कर बेरहमी से मर्डर कर दिया था, क्योंकि उन्हें संदेह था कि वह आरएसएस का सदस्य है और सुरक्षा बलों के साथ सूचना साझा करता है। माओवादी, इस मर्डर के जरिए लोगों को यह संदेश देना चाहते थे कि वे आरएसएस से दूर रहें और नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाने वाले सुरक्षा बलों से कोई बातचीत न करें।
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तेलंगाना के निजामाबाद जिले का मामला
एनआईए के मुताबिक, दोनों वांछित आरोपी, जो माओवादी आतंकवादी संगठन के सदस्य हैं, इनकी पहचान तेलंगाना के निजामाबाद जिले के रघु उर्फ प्रताप उर्फ इरपा उर्फ मुद्देला उर्फ सैलू और महाराष्ट्र के गढ़चिरोली जिले के शंकर महाका के रूप में हुई है। दिनेश पुसु गावड़े की नवंबर 2023 में गढ़चिरोली में सीपीआई (माओवादी) के सदस्यों द्वारा बेरहमी से हत्या कर दी गई थी।
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स्थानीय ग्रामीणों में दहशत फैलाने की साजिश
उन पर पुलिस मुखबिर होने और आरएसएस का सदस्य होने का संदेह था। यह अपराध संगठन की उस साजिश के तहत किया गया था, जिसके तहत स्थानीय ग्रामीणों में दहशत फैलाई जानी थी। उन्हें नक्सली गतिविधियों और आंदोलनों से संबंधित कोई भी जानकारी सुरक्षा बलों के साथ साझा करने से रोका जाना था।
जघन्य हत्या के पीछे की साजिश का पर्दाफाश करने में जुटी एनआईए
एनआईए ने अक्तूबर 2024 में गढ़चिरोली पुलिस से इस केस की जांच को अपने हाथ में ले लिया था। जांच एजेंसी ने इस मामले में पहले ही चार अन्य आरोपियों - डोबा वड्डे, रवि पल्लो, सत्तू महाका और कोमाटी महाका के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल कर दिया था। मामले की जांच आरसी-03/2024/एनआईए/एमयूएम के तहत जारी है। एनआईए इस जघन्य हत्या के पीछे की पूरी साजिश का पर्दाफाश करने और फरार बचे आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए प्रयासरत है।