सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   India News ›   NIA: Who is sarkar that helped members of the terrorist-gangster nexus flee the country

NIA: कौन है 'सरकार'? जिसने आतंकवादी-गैंगस्टर गठजोड़ के सदस्यों को देश से बाहर भागने में की मदद

डिजिटल ब्यूरो, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: राहुल कुमार Updated Mon, 06 Oct 2025 08:12 PM IST
विज्ञापन
NIA: Who is sarkar that helped members of the terrorist-gangster nexus flee the country
एनआईए - फोटो : ANI
विज्ञापन

लॉरेंस बिश्नोई गिरोह और बीकेआई आतंकवादी-गैंगस्टर गठजोड़ मामले में 'राहुल सरकार' की बड़ी भूमिका का पता चला है। ये ऐसा आरोपी है, जिसने आतंकवादी-गैंगस्टर गठजोड़ के सदस्यों को देश से बाहर भागने में मदद की। राहुल सरकार ने केवल मदद ही नहीं की, बल्कि फर्जी दस्तावेजों से गैंगस्टरों के पासपोर्ट तैयार कराए। लॉरेंस बिश्नोई गिरोह और बीकेआई आतंकवादी-गैंगस्टर गठजोड़ मामले में एनआईए ने 22वें आरोपी 'राहुल सरकार' के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया है। 

Trending Videos


राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने 2022 के लॉरेंस बिश्नोई गिरोह और बीकेआई आतंकवादी-गैंगस्टर गठजोड़ मामले में एक और आरोपी के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया है। यह मामला RC-39/2022/NIA/DLI, भारत में आतंकवाद फैलाने के लिए प्रतिबंधित बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) आतंकवादी संगठन के साथ मिलकर, खूंखार लॉरेंस बिश्नोई आतंकवादी गिरोह द्वारा रची गई एक आतंकी साजिश से संबंधित है। 
विज्ञापन
विज्ञापन


पटियाला हाउस, दिल्ली स्थित एनआईए की विशेष अदालत में दायर किए गए अपने पांचवें आरोपपत्र में, एनआईए ने राहुल सरकार पर लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के सदस्यों को भारत में आतंकवादी गतिविधियां करने में मदद करने का आरोप लगाया है। गिरोह के सदस्यों को देश से भागने में सहायता करने के अलावा, वह उनके लिए आधार कार्ड, वोटर आईडी और बैंक पासबुक आदि जैसे जाली पहचान दस्तावेज तैयार करने और उनकी व्यवस्था करने में भी शामिल था। 

एनआईए की जांच से पता चला है कि आरोपियों ने सह-आरोपी सचिन बिश्नोई सहित गिरोह के सदस्यों को देश से भागने और अपनी आतंकी गतिविधियों को जारी रखने के लिए धोखाधड़ी से पासपोर्ट हासिल करने में मदद करने के लिए फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया। राहुल सरकार, इस मामले में अब तक आरोपित होने वाला 22वां आरोपी है। इनमें से राहुल समेत 18 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि चार आरोपी फरार हैं। यह मामला मूल रूप से दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ द्वारा 4 अगस्त 2022 को दर्ज किया गया था। एनआईए ने उसी वर्ष 26 अगस्त को आतंकी-गैंगस्टर गठजोड़ केस की जांच अपने हाथ में ली थी। 

विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News apps, iOS Hindi News apps और Amarujala Hindi News apps अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

Election
एप में पढ़ें

Followed