Chennai Protest: नौकरी पर स्थायी करने के लिए चेन्नई में नर्सों की भूख हड़ताल, 500 से ज्यादा हिरासत में
चेन्नई में नर्सों की हड़ताल लगातार जारी है। 2015 में कुछ नर्सों को अस्थायी तौर पर नियुक्त किया गया था। नियुक्ति के दौरान दो वर्ष के अंदर स्थायी करने का वादा किया गया था। लेकिन उस वादे को पूरा नहीं किया गया है।
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पुलिस ने शुक्रवार को स्थायी नौकरी और दूसरे फायदों की मांग को लेकर भूख हड़ताल करने वाली 550 से ज़्यादा नर्सों को हिरासत में ले लिया। पुलिस के मुताबिक, नर्सों को गुरुवार रात को तब हिरासत में लिया गया जब उन्होंने वहां से हटने से मना कर दिया। इसके बाद शुक्रवार सुबह प्रदर्शनकारियों को केलंबकम बस टर्मिनल पर छोड़ दिया गया। इसके बाद, नर्सों ने बस टर्मिनस पर अपना विरोध प्रदर्शन फिर से शुरू कर दिया।
किसके द्वारा हुआ प्रदर्शन का आयोजन?
सूत्रों के अनुसार, यह विरोध प्रदर्शन तमिलनाडु नर्सेज डेवलपमेंट एसोसिएशन ने आयोजित किया था और इसमें अलग-अलग जिलों से चिकित्सा सेवा भर्ती बोर्ड (एमआरपी) की लगभग 600 नर्सों ने हिस्सा लिया।
नर्सों के प्रदर्शन के कारण क्या है?
एसोसिएशन के चुने हुए सदस्यों ने पीटीआई को बताया कि नर्सों को 2015 में एक तय वेतन के साथ अस्थायी तौर पर नियुक्त किया गया था। नियुक्ति के दौरान यह वादा किया गया था कि दो साल बाद सभी की नौकरियों को स्थायी कर दिया जाएगा। लेकिन अभी तक किया को स्थायी नौकरी नहीं दी गई।
डीएमके पर भी लगे आरोप
उन्होंने डीएमके सरकार पर विपक्ष में रहते हुए किए गए चुनावी वादों को पूरा करने में नाकाम रहने का आरोप लगाया। नर्सों की मुख्य मांगों में सभी एमआरपी नर्सों के लिए स्थायी नौकरी का दर्जा, मैटरनिटी लीव का प्रावधान और समान काम के लिए समान वेतन लागू करना शामिल है।