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'ये बर्दाश्त नहीं': निशिकांत दुबे के राहुल-प्रियंका का नाम लेकर लगाए आरोपों पर भड़की कांग्रेस, माफी की मांग की
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: कीर्तिवर्धन मिश्र
Updated Thu, 05 Dec 2024 05:36 PM IST
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सार
निशिकांत दुबे ने लोकसभा में शून्यकाल के दौरान कांग्रेस समेत विपक्षी दलों पर विदेशी संगठनों और लोगों के माध्यम से देश की संसद, सरकार और अर्थव्यवस्था को अस्थिर करने की कोशिश करने का आरोप लगाया, जिस पर भारी हंगामा हुआ और सदन की कार्यवाही बाधित हुई।

शशि थरूर, निशिकांत दुबे और केसी वेणुगोपाल।
- फोटो : ANI
विस्तार
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के उस बयान पर बवाल शुरू हो गया है, जिसमें उन्होंने कांग्रेस और विपक्ष पर संसद, सरकार और अर्थव्यवस्था को अस्थिर करने का आरोप लगाया था। कांग्रेस ने इसे लेकर भाजपा पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि जब अदाणी समूह के भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया जाता है तो अदाणी के एजेंट सदन में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के बारे में अपमाजनक बातें करते हैं।
क्या बोले थे निशिकांत दुबे?
निशिकांत दुबे ने लोकसभा में शून्यकाल के दौरान कांग्रेस समेत विपक्षी दलों पर विदेशी संगठनों और लोगों के माध्यम से देश की संसद, सरकार और अर्थव्यवस्था को अस्थिर करने की कोशिश करने का आरोप लगाया, जिस पर भारी हंगामा हुआ और सदन की कार्यवाही बाधित हुई। भाजपा सांसद ने इस दौरान राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा और राज्यसभा के कुछ और सदस्यों के नामों का जिक्र किया था।
कांग्रेस ने बयान पर जताई नाराजगी
कांग्रेस के नेता शशि थरूर ने कहा, "जब निशिकांत दुबे ने अपमानजनक बयान दिया तो उन्होंने संसद के कम से कम 3 स्पष्ट नियमों का उल्लंघन किया- 1) आप लोगों पर अपमानजनक तरीके से हमला नहीं कर सकते, 2) आप बिना नोटिस दिए या पहले से लिखित में दिए किसी का नाम नहीं ले सकते और 3) आप किसी सांसद के संसदीय विशेषाधिकार का हनन नहीं कर सकते। उन्होंने इन तीनों नियमों का उल्लंघन किया, लेकिन फिर भी उन्हें बोलने दिया गया।
थरूर ने कहा, "हमने स्पीकर से कहा कि इसे हटा दिया जाना चाहिए और उन्हें माफी मांगनी चाहिए। फिर भी ऐसा नहीं हुआ... हमने विरोध किया और फिर सदन की कार्यवाही स्थगित हो गई। यह संसदीय समय, हमारा समय, हमारे करदाताओं का समय बर्बाद करना है।"
कांग्रेस नेताओं ने स्पीकर ओम बिरला से की शिकायत
दूसरी तरफ कांग्रेस नेताओं ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात कर उनसे यह सुनिश्चित करने का अनुरोध किया कि निशिकांत दुबे अपने शब्द वापस लें और माफी मांगें। कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने संसद परिसर में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के खिलाफ अपमानजनक शब्दों को स्वीकार नहीं किया जाएगा।
वेणुगोपाल ने कहा, ‘‘सबसे दुर्भाग्यपूर्ण घटना लोकसभा में हुई जब पूरी कांग्रेस पार्टी, विपक्ष के नेता राहुल गांधी को संभल यात्रा से रोके जाने का मुद्दा उठा रही थी, तब लोकसभा अध्यक्ष ने निशिकांत दुबे को शून्यकाल में बोलने की अनुमति दी। इस दौरान राहुल गांधी और वायनाड से लोकसभा सांसद प्रियंका गांधी के साथ पूरी कांग्रेस पार्टी के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया गया, जो अस्वीकार्य है।’’
उन्होंने दावा किया, ‘‘जब भी हम अदाणी के भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाते हैं, तो वे (भाजपा) विपक्ष और कांग्रेस पार्टी को गाली देने पर उतर आते हैं। अदाणी के एजेंट को केवल एक ही काम दिया गया है कि भ्रष्टाचार को उजागर करने वालों को बदनाम करो और उनके साथ दुर्व्यवहार करो।’’
वेणुगोपाल ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि अदाणी के एजेंट निशिकांत दुबे द्वारा नेता प्रतिपक्ष और प्रियंका गांधी के बारे में अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किए जाने को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
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क्या बोले थे निशिकांत दुबे?
निशिकांत दुबे ने लोकसभा में शून्यकाल के दौरान कांग्रेस समेत विपक्षी दलों पर विदेशी संगठनों और लोगों के माध्यम से देश की संसद, सरकार और अर्थव्यवस्था को अस्थिर करने की कोशिश करने का आरोप लगाया, जिस पर भारी हंगामा हुआ और सदन की कार्यवाही बाधित हुई। भाजपा सांसद ने इस दौरान राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा और राज्यसभा के कुछ और सदस्यों के नामों का जिक्र किया था।
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कांग्रेस ने बयान पर जताई नाराजगी
कांग्रेस के नेता शशि थरूर ने कहा, "जब निशिकांत दुबे ने अपमानजनक बयान दिया तो उन्होंने संसद के कम से कम 3 स्पष्ट नियमों का उल्लंघन किया- 1) आप लोगों पर अपमानजनक तरीके से हमला नहीं कर सकते, 2) आप बिना नोटिस दिए या पहले से लिखित में दिए किसी का नाम नहीं ले सकते और 3) आप किसी सांसद के संसदीय विशेषाधिकार का हनन नहीं कर सकते। उन्होंने इन तीनों नियमों का उल्लंघन किया, लेकिन फिर भी उन्हें बोलने दिया गया।
थरूर ने कहा, "हमने स्पीकर से कहा कि इसे हटा दिया जाना चाहिए और उन्हें माफी मांगनी चाहिए। फिर भी ऐसा नहीं हुआ... हमने विरोध किया और फिर सदन की कार्यवाही स्थगित हो गई। यह संसदीय समय, हमारा समय, हमारे करदाताओं का समय बर्बाद करना है।"
कांग्रेस नेताओं ने स्पीकर ओम बिरला से की शिकायत
दूसरी तरफ कांग्रेस नेताओं ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात कर उनसे यह सुनिश्चित करने का अनुरोध किया कि निशिकांत दुबे अपने शब्द वापस लें और माफी मांगें। कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने संसद परिसर में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के खिलाफ अपमानजनक शब्दों को स्वीकार नहीं किया जाएगा।
वेणुगोपाल ने कहा, ‘‘सबसे दुर्भाग्यपूर्ण घटना लोकसभा में हुई जब पूरी कांग्रेस पार्टी, विपक्ष के नेता राहुल गांधी को संभल यात्रा से रोके जाने का मुद्दा उठा रही थी, तब लोकसभा अध्यक्ष ने निशिकांत दुबे को शून्यकाल में बोलने की अनुमति दी। इस दौरान राहुल गांधी और वायनाड से लोकसभा सांसद प्रियंका गांधी के साथ पूरी कांग्रेस पार्टी के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया गया, जो अस्वीकार्य है।’’
उन्होंने दावा किया, ‘‘जब भी हम अदाणी के भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाते हैं, तो वे (भाजपा) विपक्ष और कांग्रेस पार्टी को गाली देने पर उतर आते हैं। अदाणी के एजेंट को केवल एक ही काम दिया गया है कि भ्रष्टाचार को उजागर करने वालों को बदनाम करो और उनके साथ दुर्व्यवहार करो।’’
वेणुगोपाल ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि अदाणी के एजेंट निशिकांत दुबे द्वारा नेता प्रतिपक्ष और प्रियंका गांधी के बारे में अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किए जाने को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।