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Modi-Putin: छात्रों, खिलाड़ियों का आदान-प्रदान बढ़ाएंगे भारत-रूस, नए मार्गों पर बढ़ेगा सहयोग, PM मोदी का एलान
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली।
Published by: निर्मल कांत
Updated Fri, 05 Dec 2025 02:49 PM IST
सार
Modi-Putin: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बैठक के बाद हैदराबाद में साझा प्रेस वार्ता की। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी घोषणा की कि रूसी नागरिकों के लिए निशुल्क तीस दिन का ई-यात्री वीजा और तीस दिन का सामूहिक यात्री वीजा की शुरूआत की जाएगी। दोनों नेताओं ने 2030 तक आर्थिक सहयोग बढ़ाने और व्यापार-निवेश को मजबूत करने पर सहमति जताई।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन
- फोटो : अमर उजाला ग्राफिक
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विस्तार
दिल्ली के हैदराबाद हाउस में शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, आज भारत-रूस के 23वें शिखर सम्मेलन में राष्ट्रपति पुतिन का स्वागत करते हुए मुझे खुशी हो रही है। उनकी यात्रा ऐसे समय हो रही है, जब हमारे द्विपक्षीय संबंध कई अहम पड़ावों से गुजर रहे हैं। 25 वर्ष पहले राष्ट्रपति पुतिन ने हमारी सामरिक भागीदारी की नींव रखी थी। उन्होंने इन संबंधों से निरंतर सींचा है। उनके नेतृत्व ने हर परिस्थिति में आपसी संबंधों को नई ऊंचाई दी है। भारत के प्रति गहरी मित्रता और अटूट प्रतिबद्धता के लिए मैं राष्ट्रपति पुतिन का आभार प्रकट करता हूं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, भारत-रूस की मित्रता ध्रुव तारे की तरह बनी रही। हम समय की कसौटी पर हमेशा खरे उतरे हैं। आज हमने इस नींव को और मजबूत करने के लिए सहयोग के सभी पहलुओं पर चर्चा की है। आज हमने 2030 तक के लिए एक आर्थिक सहयोग कार्यक्रम पर सहमति बनाई है। इससे हमारा व्यापार और निवेश संतुलित और टिकाऊ बढ़ेगा तथा सहयोग के क्षेत्र में नए आयाम जुड़ेंगे। भारत-रूस व्यापारिक मंच में भी हमें शामिल होने का अवसर मिलेगा। यह हमारे कारोबारी रिश्तों को नई ताकत देगा। इससे निर्यात, सह-निर्माण और सह-नवाचार के नए दरवाजे भी खुलेंगे।
ये भी पढ़ें: अमेरिकी दबाव के बावजूद राष्ट्रपति पुतिन के दौरे के जरिए कैसे संतुलन साधेगा भारत?
उन्होंने कहा, हमारा सहयोग खाद्य सुरक्षा और किसान कल्याण के लिए भी महत्वपूर्ण है। दोनों पक्ष साथ मिलकर यूरिया उत्पादन के प्रयास कर रहे हैं। दोनों देशों के बीच कनेक्टिविटी बढ़ाना हमारी मुख्य प्राथमिकता है। ऊर्जा सुरक्षा भारत-रूस साझेदारी का मजबूत और महत्वपूर्ण पहलू रहा है। हम इस विन-विन सहयोग का जारी रखेंगे। अहम खनिजों पर हमारा सहयोग भी महत्वपूर्ण है। इससे स्वच्छ ऊर्जा और हाईटेक विनिर्माण के क्षेत्र में हमारी साझेदारी को बल मिलेगा।
रूसी नागरिकों के लिए 30 दिन का मुफ्त वीजा
प्रधानमंत्री ने कहा, दोनों देशों के बीच स्नेह और आत्म-सम्मान का भाव रहा है। हाल ही में रूस में भारत के दो नए वाणिज्य दूतावास खोले गए हैं। इससे दोनों देशों के नागरिकों के बीच संपर्क और सुगम और आपस में नजदीकियां बढ़ेंगी। मुझे खुशी है कि शीघ्र ही हम रूसी नागरिकों के लिए नि:शुल्क 30 दिन का ई टूरिस्ट वीजा और 30 दिन के ग्रुप टूरिस्ट वीजा की शुरुआत करने जा रहे हैं। हम मिलकर वोकेशनल एजुकेशन, स्किलिंग और ट्रेनिंग पर भी काम करेंगे। दोनों देशों के स्कॉलर्स और खिलाड़ियों का आदान-प्रदान बढ़ेगा।
ये भी पढ़ें: 'भारत निष्पक्ष नहीं है, हम शांति की तरफ', रूस-यूक्रेन संघर्ष को लेकर पुतिन से बोले पीएम मोदी
उन्होंने कहा, आज हमने क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा की। यूक्रेन के संबंध में हमने शुरुआत से ही शांति का पक्ष रखा है। हम इस विषय के शांतिपूर्ण और स्थायी समाधान के लिए किए जा रहे सभी प्रयासों का स्वागत करते हैं। भारत सदैव अपना योगदान देने के लिए तैयार रहा है और आगे भी रहेगा। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत और रूस ने हमेशा कंधे से कंधा मिलाकर सहयोग किया है। भारत का अटल विश्वास है कि आतंकवाद मानवता के मूल्यों पर सीधा प्रहार है और इसके विरूद्ध वैश्विक एकता ही हमारी सबसे बड़ी ताकत है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, भारत और रूस के बीच संयुक्त राष्ट्र, जी-20, ब्रिक्स, एससीओ तथा अन्य मंचों पर करीबी सहयोग रहा है। करीबी तालमेल के साथ आगे बढ़ते हुए हम इन सभी मंचों पर अपना संवाद और सहयोग जारी रखेंगे। मुझे पूरा विश्वास है कि आने वाले समय में हमारी मित्रता हमें वैश्विक चुनौतियों का सामना करने की शक्ति देगी। यही भरोसा हमारे साझा भविष्य को और समृद्ध करेगा।
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प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, भारत-रूस की मित्रता ध्रुव तारे की तरह बनी रही। हम समय की कसौटी पर हमेशा खरे उतरे हैं। आज हमने इस नींव को और मजबूत करने के लिए सहयोग के सभी पहलुओं पर चर्चा की है। आज हमने 2030 तक के लिए एक आर्थिक सहयोग कार्यक्रम पर सहमति बनाई है। इससे हमारा व्यापार और निवेश संतुलित और टिकाऊ बढ़ेगा तथा सहयोग के क्षेत्र में नए आयाम जुड़ेंगे। भारत-रूस व्यापारिक मंच में भी हमें शामिल होने का अवसर मिलेगा। यह हमारे कारोबारी रिश्तों को नई ताकत देगा। इससे निर्यात, सह-निर्माण और सह-नवाचार के नए दरवाजे भी खुलेंगे।
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उन्होंने कहा, हमारा सहयोग खाद्य सुरक्षा और किसान कल्याण के लिए भी महत्वपूर्ण है। दोनों पक्ष साथ मिलकर यूरिया उत्पादन के प्रयास कर रहे हैं। दोनों देशों के बीच कनेक्टिविटी बढ़ाना हमारी मुख्य प्राथमिकता है। ऊर्जा सुरक्षा भारत-रूस साझेदारी का मजबूत और महत्वपूर्ण पहलू रहा है। हम इस विन-विन सहयोग का जारी रखेंगे। अहम खनिजों पर हमारा सहयोग भी महत्वपूर्ण है। इससे स्वच्छ ऊर्जा और हाईटेक विनिर्माण के क्षेत्र में हमारी साझेदारी को बल मिलेगा।
रूसी नागरिकों के लिए 30 दिन का मुफ्त वीजा
प्रधानमंत्री ने कहा, दोनों देशों के बीच स्नेह और आत्म-सम्मान का भाव रहा है। हाल ही में रूस में भारत के दो नए वाणिज्य दूतावास खोले गए हैं। इससे दोनों देशों के नागरिकों के बीच संपर्क और सुगम और आपस में नजदीकियां बढ़ेंगी। मुझे खुशी है कि शीघ्र ही हम रूसी नागरिकों के लिए नि:शुल्क 30 दिन का ई टूरिस्ट वीजा और 30 दिन के ग्रुप टूरिस्ट वीजा की शुरुआत करने जा रहे हैं। हम मिलकर वोकेशनल एजुकेशन, स्किलिंग और ट्रेनिंग पर भी काम करेंगे। दोनों देशों के स्कॉलर्स और खिलाड़ियों का आदान-प्रदान बढ़ेगा।
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उन्होंने कहा, आज हमने क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा की। यूक्रेन के संबंध में हमने शुरुआत से ही शांति का पक्ष रखा है। हम इस विषय के शांतिपूर्ण और स्थायी समाधान के लिए किए जा रहे सभी प्रयासों का स्वागत करते हैं। भारत सदैव अपना योगदान देने के लिए तैयार रहा है और आगे भी रहेगा। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत और रूस ने हमेशा कंधे से कंधा मिलाकर सहयोग किया है। भारत का अटल विश्वास है कि आतंकवाद मानवता के मूल्यों पर सीधा प्रहार है और इसके विरूद्ध वैश्विक एकता ही हमारी सबसे बड़ी ताकत है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, भारत और रूस के बीच संयुक्त राष्ट्र, जी-20, ब्रिक्स, एससीओ तथा अन्य मंचों पर करीबी सहयोग रहा है। करीबी तालमेल के साथ आगे बढ़ते हुए हम इन सभी मंचों पर अपना संवाद और सहयोग जारी रखेंगे। मुझे पूरा विश्वास है कि आने वाले समय में हमारी मित्रता हमें वैश्विक चुनौतियों का सामना करने की शक्ति देगी। यही भरोसा हमारे साझा भविष्य को और समृद्ध करेगा।