Rajasthan: पंजाब-गुजरात के इन दलित चेहरों को राजस्थान से चुनावी मैदान में उतार सकती है कांग्रेस! ये है रणनीति
सूत्रों का कहना है कि मंगलवार को कांग्रेस सीईसी की बैठक में राजस्थान के उम्मीदवारों पर चर्चा नहीं हो सकी थी, इसलिए आज राजस्थान पर चर्चा होगी। श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़ सीट पर पंजाब के पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी और जयपुर से दलित नेता और गुजरात वडगाम के विधायक जिग्नेश मेवानी का नाम उम्मीदवारी के लिए सीईसी में रखा जाएगा...

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लोकसभा चुनाव के उम्मीदवारों के नाम तय करने को लेकर कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक बुधवार को होने जा रही है। राजस्थान में पार्टी नए और चौंकाने वाले चेहरों को उम्मीदवार बना सकती है। सूत्रों का कहना है कि मंगलवार को कांग्रेस सीईसी की बैठक में राजस्थान के उम्मीदवारों पर चर्चा नहीं हो सकी थी, इसलिए आज राजस्थान पर चर्चा होगी। प्रदेश की दो सीटों पर पड़ोसी राज्यों के नेताओं को उम्मीदवार बनाए जाने पर विचार चल रहा है। श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़ सीट पर पंजाब के पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी और जयपुर से दलित नेता और गुजरात वडगाम के विधायक जिग्नेश मेवानी का नाम उम्मीदवारी के लिए सीईसी में रखा जाएगा।

दरअसल, कुछ स्थानीय कांग्रेस नेताओं से कांग्रेस नेतृत्व से चरणजीत सिंह चन्नी को श्रीगंगानगर से टिकट देने का अनुरोध किया है। नेताओं ने तर्क दिया कि इस सीट पर कांग्रेस को लगातार हार मिल रही है। अगर इस सीट से चन्नी जैसे चर्चित चेहरे को उतारा जाता है, तो इसका फायदा पार्टी को मिलेगा। श्रीगंगानगर लोकसभा सीट पर अनुसूचित जाति एक बहुत बड़ा वोट बैंक है। इसके अलावा सिख वोटर यहां निर्णायक भूमिका अदा करते है। चन्नी कांग्रेस का प्रमुख दलित चेहरा हैं। ऐसे में चन्नी को मैदान में उतारकर कांग्रेस दलित और सिख दोनों को साध सकती है। पार्टी के सूत्रों का कहना है कि अगर चन्नी को पार्टी हाईकमान टिकट देता है, तो उन्हें पार्टी के एक धड़े का विरोध भी सहना पड़ सकता है। ये उन्हें चुनाव में नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसके अलावा श्रीगंगानगर के लोग बाहरी लोगों को ज्यादा पसंद भी नहीं करते हैं। इस सीट से भाजपा के दिग्गज नेता रहे स्व. भैरोसिंह शेखावत जैसे दिग्गज नेता तक चुनाव हार चुके है। चन्नी 2022 में दो सीटों से विधानसभा चुनाव लड़े थे। उन्हें दोनों सीटों पर हार मिली थी।
इसके अलावा जयपुर से दलित नेता और गुजरात वडगाम के विधायक जिग्नेश मेवाणी की चर्चा जोरों पर है। कांग्रेस मेवानी को मैदान में उतारकर अपने परंपरागत वोट बैंक को मजबूत रखना चाहती है। सूत्रों का कहना है कि जयपुर में स्थानीय बनाम बाहरी उम्मीदवार का मुद्दा ज्यादा काम नहीं करता हैं। ऐसे में अगर कांग्रेस किसी चर्चित चेहरे पर दांव खेलती है, तो पार्टी को इसका फायदा मिल सकता है। हालांकि स्थानीय कांग्रेस नेताओं का एक बड़ा वर्ग जिग्नेश मेवाणी की उम्मीदवारी का विरोध कर रहा है।
कांग्रेस लोकसभा उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट में भी विधायकों को टिकट देने की संभावना है। पहली लिस्ट में तीन विधायकों को टिकट दिए गए थे। विधायक विद्याधर सिंह चौधरी और मनीष यादव का जयपुर ग्रामीण से पैनल में नाम है। विधायक विकास चौधरी का अजमेर से, मुरारीलाल मीणा का दौसा से, अनिता जाटव का करौली-धौलपुर से और सुदर्शन सिंह रावत का नाम राजसमंद सीट से पैनल में है। गुजरात के कांग्रेस नेता जिग्नेश मेवाणी का नाम जयपुर से पैनल में है।
पहले चरण की 12 में से 6 सीटों पर उम्मीदवार बाकी
राजस्थान में पहले चरण में 12 और दूसरे चरण में 13 सीटों पर चुनाव होने हैं। कांग्रेस पहले चरण की छह और दूसरे चरण की चार सीटों पर उम्मीदवार उतार चुकी है। अभी 15 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा होना बाकी है। पहले चरण की छह सीटों- जयपुर, जयपुर ग्रामीण, दौसा, करौली-धौलपुर, नागौर और सीकर में उम्मीदवारों की घोषणा बाकी है। दूसरे चरण में पाली, बाड़मेर, राजसमंद, अजमेर, भीलवाड़ा, उदयपुर, बांसवाड़ा-डूंगरपुर, कोटा, झालावाड़-बारां सहित नौ सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा होनी है। पहले चरण में जिन सीटों पर चुनाव होंगे उनमें अलवर, भरतपुर, श्रीगंगानगर, बीकानेर, चूरू, झुंझुनूं पर उम्मीदवार घोषित हो चुके हैं। दूसरे चरण की जोधपुर, जालोर-सिरोही, चित्तौड़गढ़ और टोंक-सवाई माधोपुर सीटों पर घोषणा हो चुकी है।