Swachh Survekshan 2025: इंदौर-अहमदाबाद के साथ इन शहरों ने भी जीता अवार्ड, जानें किसे कौन सा पुरस्कार मिला?
स्वच्छ भारत मिशन के तहत स्वच्छता सर्वेक्षण 2025 में एक बार फिर इंदौर ने बाजी मारी है। यह लगातार आठवीं बार है, जब इंदौर को देश का सबसे स्वच्छ शहर चुना गया है। इस बार इंदौर को सुपर लीग की श्रेणी में भी शामिल किया गया था। गुजरात के अहमदाबाद को बड़े शहरों में सबसे स्वच्छ के तौर पर पहली रैंक दी गई है। अहमदाबाद को 10 लाख से ज्यादा आबादी वाली श्रेणी में रखा गया था।
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स्वच्छ भारत मिशन के तहत स्वच्छता सर्वेक्षण 2025 में एक बार फिर इंदौर ने बाजी मारी है। यह लगातार आठवीं बार है, जब इंदौर को देश का सबसे स्वच्छ शहर चुना गया है। इस बार इंदौर को सुपर लीग की श्रेणी में भी शामिल किया गया था। इसमें देश के उन 23 शहरों को जगह दी गई है जो अब तक के सर्वे में पहले, दूसरे या तीसरे स्थान पर रह चुके हैं। जबकि गुजरात के अहमदाबाद को बड़े शहरों में सबसे स्वच्छ के तौर पर पहली रैंक दी गई है। अहमदाबाद को 10 लाख से ज्यादा आबादी वाली श्रेणी में रखा गया था।
गुरुवार को नई दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और केंद्रीय शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने 75 शहरों को 74 अवॉर्ड चार कैटेगरी में बांटे। सुपर लीग श्रेणी में देश के सबसे साफ शहरों में इंदौर पहला स्थान मिला। जबकि सूरत दूसरा, नवी मुंबई तीसरा और विजयवाड़ा चौथे स्थान पर रहा इन सभी शहरों को 10 लाख से अधिक आबादी वाले श्रेणी में रखा गया था।
इसी तरह 3 लाख से 10 लाख की आबादी वालों शहरों को भी सुपर स्वच्छ लीग श्रेणी में रखा गया है। इनमें नोएडा पहले, चंडीगढ़ दूसरा, मैसूर तीसरे, उज्जैन चौथे और गांधी नगर पांचवें पायदान पर रहा है। जबकि 50 हजार से तीन लाख की श्रेणी वाले शहरों में एनडीएमसी नई दिल्ली पहले पायदान पर, तिरुपति दूसरे और अंबिकापुर तीसरे नंबर पर रहा।
- -10 लाख से ज्यादा आबादी वाले शहरों की श्रेणी में अहमदाबाद पहले, भोपाल दूसरे और लखनऊ तीसरे नंबर पर रहा
- -3 से 10 लाख आबादी वाले शहरों की श्रेणी में मीरा भाईंदर पहले नंबर पर,बिलासपुर दूसरे और जमशेदपुर तीसरे नंबर
- -50 हजार से तीन लाख की आबादी वाले शहरों की श्रेणी में देवास पहले, कराड़ दूसरे और कुम्हारी तीसरे नंबर पर रहा
- - 20 हजार से कम आबादी वाले शहरों की श्रेणी में बिल्हा पहले नंबर पर, चिकिटी दूसरे और शाहगंज तीसरे नंबर पर रहा
- - स्पेशल कैटेगरी अवार्ड श्रेणी के सफाई मित्र सुरक्षित शहर अवार्ड में जीवीएमसी विशाखापत्तनम पहले नंबर पर, जबलपुर दूसरे नंबर पर और गोरखपुर तीसरे पायदान पर रहा।
- - स्पेशल कैटेगरी अवार्ड श्रेणी के प्रयागराज को बेस्ट गंगा टाउन का अवार्ड मिला। जबकि सिकंदराबाद कैंट को बेस्ट कैंटोनमेंट बोर्ड का अवार्ड दिया गया।
इस सर्वे में मध्यप्रदेश ने अलग-अलग श्रेणियों में जबरदस्त प्रदर्शन किया हैं। 10 लाख से ज्यादा आबादी वाले शहरों की सुपर स्वच्छ लीग शहरों की श्रेणी में इंदौर ने एक बार फिर परचम लहराया है। जबकि 3 से 10 लाख की आबादी वाले शहरों की लीग में उज्जैन चौथे स्थान पर रहा है। इसी तरह 20 हजार से कम आबादी की कैटेगरी में बुधनी ने पांचवां स्थान हासिल किया। जबकि सामान्य स्वच्छता रैंकिंग में अहमदाबाद पहले और भोपाल दूसरे स्थान पर रहा। जबलपुर नंबर 5 और ग्वालियर 14 नंबर पर रहा। जबकि 50 हजार से 3 लाख आबादी वाले शहरों में देवास ने देशभर में टॉप रैंकिंग पाई। इसी तरह 20 हजार से कम आबादी की श्रेणी में मध्यप्रदेश का ही शाहगंज तीसरे स्थान पर रहा।
- -10 लाख से अधिक जनसंख्या वाले शहरों में इंदौर नंबर वन
- - 3 से 10 लाख वाले शहरों में उज्जैन नंबर तीन
- -50 हजार से 3 लाख आबादी वाले शहरों में देवास टॉप पर रहा
- - 20 हजार से कम जनसंख्या वाले शहरों में बुधनी नंबर 3
- - नेशनल रैंकिंग में 10 लाख से अधिक जनसंख्या वाले शहर में भोपाल नंबर दो, जबलपुर नंबर पांच,ग्वालियर नंबर 14
उज्जैन सीएम मोहन यादव का गृह जिला है, जबकि बुधनी पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान का क्षेत्र रहा है। अवार्ड मिलने पर मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, सुपर से ऊपर अपना मध्यप्रदेश। आज स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 में मध्य प्रदेश के नगरीय निकायों ने जो अद्वितीय कीर्तिमान स्थापित किया है, वह हर प्रदेशवासी के हृदय को गर्व से भर देने वाला है। स्वच्छ सुपर लीग में इंदौर ने जहां अपनी स्वच्छता साधना को पुनः सिद्ध किया है, वहीं बाबा महाकाल की पावन नगरी उज्जैन तथा मां नर्मदा के निर्मल तट पर बसे बुधनी ने भी प्रशंसनीय स्थान अर्जित कर प्रदेश की गौरव गाथा को विस्तार दिया है।
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उन्होंने लिखा कि, राजा भोज की नगरी भोपाल, देवास एवं शाहगंज ने भी विविध श्रेणियों में पुरस्कृत होकर यह प्रमाणित कर दिया कि स्वच्छता अब मध्यप्रदेश की आत्मा में रच-बस गई है। यह उपलब्धि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस स्वप्न का प्रतिफल है, जिसमें उन्होंने स्वच्छ भारत की चेतना जन-जन में जागृत की। मध्यप्रदेश इस पुनीत यज्ञ में अग्रणी बनकर देश को प्रेरणा दे रहा है। इस ऐतिहासिक सफलता के अवसर पर मैं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का अभिनंदन करता हूं, जिनके दृढ़ संकल्प और कुशल नेतृत्व में प्रदेश ने स्वच्छता के क्षेत्र में नव-आकाश का स्पर्श किया है। स्वच्छता की यह यात्रा अनवरत चलती रहे, प्रदेश यूं ही यश पताका फहराता रहे।