अरुणाचल प्रदेश: वादियों में गूंजा देशभक्ति का स्वर, हर घर तिरंगा रैली में सेना-जनता ने गर्व से लहराया तिरंगा
अरुणाचल प्रदेश के मेंचुका में भारतीय सेना, आईटीबीपी, वायुसेना और स्थानीय प्रशासन ने 'हर घर तिरंगा' रैली का आयोजन किया। 600 से अधिक स्कूली बच्चों, जवानों और नागरिकों ने तिरंगा लेकर मार्च किया। पहाड़ियों के बीच लहराते तिरंगे ने देशभक्ति, एकता और गर्व का संदेश दिया। यह रैली स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि और एकजुट भारत का संकल्प बनी।
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अरुणाचल प्रदेश की शांत और खूबसूरत वादियां मंगलवार को देशभक्ति के रंगों में रंग गईं, जब भारतीय सेना, आईटीबीपी (भारत-तिब्बत सीमा पुलिस), भारतीय वायुसेना और स्थानीय प्रशासन ने मिलकर ‘हर घर तिरंगा’ रैली का आयोजन किया। यह आयोजन आजादी का अमृत महोत्सव के तहत हुआ, जिसमें देश के प्रति प्यार और सम्मान साफ झलक रहा था। भारतीय रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने गुवाहाटी में बताया कि इस रैली में 600 से ज्यादा लोग शामिल हुए, जिसमें स्कूली बच्चे, स्थानीय लोग और वर्दी में तैनात हमारे जवान। सभी ने मेंचुका गेट से मेंचुका एडवांस्ड लैंडिंग ग्राउंड (एएलजी तक तिरंगा लेकर मार्च किया। रास्ते भर 'भारत माता की जय' और 'वंदे मातरम्' जैसे नारों से पूरा इलाका गूंज उठा।
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तिरंगा बना एकता और गर्व का प्रतीक
अरुणाचल की ऊंची-नीची पहाड़ियों के बीच लहराता तिरंगा हमारी एकता, शौर्य और देश के प्रति गर्व का प्रतीक बना। इस मौके पर स्कूली बच्चों और स्थानीय लोगों को तिरंगे भी बांटे गए, ताकि हर कोई अपने घर पर तिरंगा फहराकर इस अभियान का हिस्सा बन सके। आयोजकों ने कहा कि हर घर तिरंगा सिर्फ एक ध्वज यात्रा नहीं, बल्कि उन स्वतंत्रता सेनानियों को नमन करने का अवसर है, जिन्होंने देश के लिए बलिदान दिया। साथ ही यह हम सभी को देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने का संकल्प दिलाता है।
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सीमा पर भी देशभक्ति की मिसाल
वहीं सीमा क्षेत्र में हुए इस आयोजन ने यह साबित कर दिया कि देशभक्ति सिर्फ शहरों तक सीमित नहीं, बल्कि हर गांव, हर पहाड़ी, हर सीमा पर यह भावना एक जैसी मजबूत है। यह रैली सशस्त्र बलों और आम नागरिकों के बीच गहरे रिश्तों की एक मिसाल बनी।