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Strike: मिजोरम में पेट्रोल-डीजल की किल्लत का खतरा, टैंकर चालक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर, जानें क्या है इसकी वजह
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, आइजोल
Published by: रिया दुबे
Updated Sat, 19 Jul 2025 07:29 PM IST
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सार
मिजोरम में ईंधन की कमी हो गई है, क्योंकि तेल टैंकरों के चालक राज्य को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाले राजमार्ग की खराब स्थिति के विरोध में शनिवार को हड़ताल पर चले गए। एमओटीडीए ने कहा है कि जब तक सड़क की मरम्मत नहीं हो जाती तब तक सेवाएं रोक दी गई हैं।

सांकेतिक तस्वीर
- फोटो : Adobestock
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विस्तार
मिजोरम में तेल टैंकर चालकों के हड़ताल से ईंधन संकट की स्थिति बन गई है। टैंकर चालकों ने राज्य में खराब राजमार्ग के विरोध में शनिवार को अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है।

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एनएच-6/306 की हालत जर्जर
मिजोरम ऑयल टैंकर ड्राइवर्स एसोसिएशन (एमओटीडीए) ने एक बयान में कहा कि एनएच-6/306 का सैरांग-कावनपुई तक का हिस्सा इतनी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुका है कि अब उस पर तेल टैंकरों का चलना सुरक्षित नहीं है। इसमें कहा गया कि जब तक सड़क की मरम्मत नहीं हो जाती और उसे ट्रक के आवागमन के लिए उपयुक्त नहीं बना दिया जाता, तब तक सेवाएं रोक दी गई हैं।
एनएच 306 मिजोरम को देश के बाकि हिस्सों से जोड़ता है
हड़ताल की खबर फैलते ही राज्य की राजधानी आइजोल में अधिकांश पेट्रोल पंपों के बार गाड़ियों की लंबी कतारें देखी गईं। एनएच 306 असम के सिलचर शहर के माध्यम से मिजोरम को देश के बाकि हिस्सों से जोड़ता है। तेल सहित सभी आपूर्तियां राज्य में इस राजमार्ग के जरिए आती हैं। राजमार्ग के एक हिस्से को एनएच-6 कहा जाता है।
यह राज्य सरकार नियंत्रण से बाहर है
खाद्य, नागिरक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के निदेशक सैजिकपुई ने कहा कि अगर टैंकरों की आवाजाही जल्द बहाल नहीं हुई, तो राज्य को ईंधन की कमी का सामना करना पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि स्थिति थोड़ी गंभीर है क्योंकि सड़कों की खराब हालत के कारण तेल टैंकरों ने परिचालन बंद कर दिया है। यह राज्य सरकार के नियंत्रण से बाहर है।
हालांकि कोलासिब जिले के कावनपुई से दुरतलांग होते हुए आइजोल तक एक वैकल्पिक सड़क है, लेकिन वह इतनी संकरी है कि भारी ट्रकों का आना-जाना संभव नहीं है। सैजिकपुई ने यह भी कहा कि मिजरोम में कोई तेल डिपो नहीं है और राज्यभर के फ्यूल स्टेशन अधिकतम कुछ ही दिनों तक पूरा स्टॉक संभाल सकते हैं।
सराकर ने राशनिंग आदेश जारी नहीं किया
उन्होंने कहा कि मिजोरम में तेल टैंकर चालकों की हड़ताल के बीच सरकार ने अब तक पेट्रोल और डीजल की आपूर्ति को लेकर कोई अलग से राशनिंग आदेश जारी नहीं किया है, लेकिन संकट की स्थिति में कूपन आधारित वितरण प्रणाली लागू की जा सकती है। उन्होंने उम्मीद जताई कि अगर लोग अनावश्यक जमाखोरी से बचें, तो गंभीर संकट की नौबत नहीं आएगी।
सैरांग-कावनपुई सेक्शन एनएचआईडीसीएल के अधीन
इस बीच, जिस सैरांग-कावनपुई सेक्शन को हाल ही में राज्य सरकार से राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड (NHIDCL) ने अपने अधीन ले लिया है। NHIDCL के कार्यकारी निदेशक वीरेंद्र कुमार जाखड़ ने कहा कि इसकी मरम्मत का काम चल रहा है। उन्होंने ने जानकारी दी कि इस सेक्शन की मरम्मत का कार्य 10 जुलाई से शुरू कर दिया गया है। हालांकि, भारी ट्रैफिक और लगातार बारिश के चलते मरम्मत में तेजी नहीं लाई जा सकी है।
एमटीडीए ने दायर की जनहित याचिका
मिजोरम ट्रक ड्राइवर्स एसोसिएशन (MTDA) ने राष्ट्रीय राजमार्ग-6/306 की जर्जर स्थिति को लेकर गुवाहाटी हाईकोर्ट की आइजोल पीठ में एक जनहित याचिका दायर की है।अधिकारियों के मुताबिक, हाईकोर्ट की दो जजों की पीठ ने इस जनहित याचिका को सुनवाई के लिए स्वीकार कर लिया है।
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