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Shiv Sena: मुंब्रा शाखा पर बुलडोजर चलने पर भड़के ठाकरे, कहा- पुलिस चोरों की गुलाम नहीं, सत्ता का अहंकार टूटेगा
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, मुंबई
Published by: ज्योति भास्कर
Updated Sat, 11 Nov 2023 10:56 PM IST
सार
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने चेतावनी दी है कि सत्ता के नशे में चूर लोगों को सबक सिखाया जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि ठाणे में शिवसेना (यूबीटी) की 'शाखा' को ध्वस्त कर दिया गया। सत्ताधारी लोगों को सबक सिखाया जाएगा।
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मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे (फाइल)
- फोटो : social media
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विस्तार
शिवसेना-एनसीपी और कांग्रेस गठबंधन वाली महाविकास अघाड़ी सरकार गिरने के बाद शिवसेना और एनसीपी दो फाड़ हो चुकी है। ताजा घटनाक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना (यूबीटी) ने सत्ता के अहंकार में चूर लोगों को सबक सिखाने की चेतावनी दी है। उन्होंने आरोप लगाया कि ठाणे में उनकी पार्टी का स्थानीय कार्यालय (शाखा) तोड़ा गया है। सत्ताधारी पार्टी को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
सत्ता में बैठे लोगों को सबक सिखाएंगे
रिपोर्ट के मुताबिक शिवसेना (यूबीटी) के नियंत्रण वाली एक 'शाखा' (स्थानीय स्तर के कार्यालय) पर प्रशासन ने "बुलडोज़र" चलवाया है। कार्यालय गिराने के फैसले से भड़के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना पर हमला किया। उन्होंने कहा कि जो लोग सत्ता में उच्च स्थान पर बैठे हैं उन्हें सबक सिखाया जाएगा।
शिंदे समर्थकों ने दिखाए काले झंडे
उद्धव ठाकरे ने शनिवार को शिवसेना (यूबीटी) के शीर्ष नेताओं के साथ, ध्वस्त शाखा का दौरा किया। मुंब्रा पहुंचे ठाकरे को सीएम एकनाथ शिंदे के समर्थकों का सामना करना पड़ा। शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने विरोध में ठाकरे को काले झंडे भी दिखाए। स्थिति तनावपूर्ण होने पर ठाकरे और उनकी पार्टी के सहयोगी घटनास्थल से चले गए। बुलडोजर से ढहाई गई शाखा से कुछ ही मीटर की दूरी पर ये घटना हुई।
शिंदे सरकार पर शाखा पर बुलडोजर चलवाने के आरोप
मुंब्रा ठाणे का मुस्लिम बहुल इलाका है। राजनीतिक तौर पर इसे सीएम शिंदे का गढ़ माना जाता है। मुंब्रा में शिवसेना (यूबीटी) कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए ठाकरे ने कहा, "जो लोग सत्ता में हैं, उन्होंने शाखा पर बुलडोजर चलवाया है। मैं यहां आपको बुलडोजर दिखाने आया हूं। हमारे पोस्टर फाड़ दिए गए।" सत्ता बदलने की हुंकार भरते हुए ठाकरे ने कहा, चुनाव में शिवसेना (यूबीटी) आपके (शिंदे) अहंकार के टुकड़े-टुकड़े कर देगी।
मुंब्रा में जमीन पर कब्जे का आरोप
पूर्व सीएम ने प्रशासन पर असहाय होने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा, "हमारी जमीन (शाखा) पर कब्जा कर लिया गया है। हमारे पास सभी दस्तावेज हैं।" शिव सेना (यूबीटी) ने कहा कि भले ही भवन पर बुलडोजर चला दिया गया है, मुंब्रा में शाखा हर दिन लगाई जाएगी।
आंदोलनकारियों पर भी लाठीचार्ज
शिंदे की कार्रवाई से आगबबूला उद्धव ठाकरे ने प्रशासन और पुलिस को भी चेतावनी दी। उन्होंने कहा, "आप चोरों के गुलाम नहीं हैं। आपने चोरों की रक्षा की है, लेकिन चोरों ने छत्ते को छेड़ दिया है। अब मधुमक्खियां आपको डंक मारेंगी।" ठाकरे ने कहा कि इसी सरकार ने पुलिस से 'वारकरियों' के साथ-साथ मराठा आरक्षण आंदोलनकारियों पर भी लाठीचार्ज करवाया।
सरकार भाड़े के गुंडे लेकर आई
ठाकरे ने कहा कि उन्होंने और उनके समर्थकों ने शाखा स्थल पर रखे गए पुलिस बैरिकेड्स को नहीं तोड़ा। वे दिवाली के दौरान कानून-व्यवस्था बिगाड़ना नहीं चाहते थे। इससे लोगों को असुविधा होगी। उन्होंने कहा, शिवसेना (यूबीटी) की खामोशी का मतलब यह नहीं है कि हम हमेशा चुप रहेंगे। राज्य सरकार भाड़े के गुंडों को लेकर आई और उन्हें पुलिस सुरक्षा दी। यह बिल्कुल अपमानजनक है।"
गैरकानूनी गतिविधियों के आरोप
ठाकरे के साथ सांसद विनायक राऊत, संजय राऊत, अनिल देसाई, राजन विचारे और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता जीतेन्द्र आव्हाड भी मुंब्रा पहुंचे थे। ठाकरे के बयान से पहले ठाणे के पूर्व मेयर नरेश म्हास्के ने कहा था कि शाखा को अपने कब्जे में ले लिया गया और ध्वस्त कर दिया गया क्योंकि इसका इस्तेमाल अवैध गतिविधियों के लिए किया जा रहा था। बता दें कि पूर्व मेयर नरेश शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना का हिस्सा हैं। ठाकरे ने म्हास्के और शिंदे गुट के अन्य नेताओं की तरफ से लगाए गए आरोपों पर आधारित सवालों पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
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रिपोर्ट के मुताबिक शिवसेना (यूबीटी) के नियंत्रण वाली एक 'शाखा' (स्थानीय स्तर के कार्यालय) पर प्रशासन ने "बुलडोज़र" चलवाया है। कार्यालय गिराने के फैसले से भड़के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना पर हमला किया। उन्होंने कहा कि जो लोग सत्ता में उच्च स्थान पर बैठे हैं उन्हें सबक सिखाया जाएगा।
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शिंदे समर्थकों ने दिखाए काले झंडे
उद्धव ठाकरे ने शनिवार को शिवसेना (यूबीटी) के शीर्ष नेताओं के साथ, ध्वस्त शाखा का दौरा किया। मुंब्रा पहुंचे ठाकरे को सीएम एकनाथ शिंदे के समर्थकों का सामना करना पड़ा। शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने विरोध में ठाकरे को काले झंडे भी दिखाए। स्थिति तनावपूर्ण होने पर ठाकरे और उनकी पार्टी के सहयोगी घटनास्थल से चले गए। बुलडोजर से ढहाई गई शाखा से कुछ ही मीटर की दूरी पर ये घटना हुई।
शिंदे सरकार पर शाखा पर बुलडोजर चलवाने के आरोप
मुंब्रा ठाणे का मुस्लिम बहुल इलाका है। राजनीतिक तौर पर इसे सीएम शिंदे का गढ़ माना जाता है। मुंब्रा में शिवसेना (यूबीटी) कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए ठाकरे ने कहा, "जो लोग सत्ता में हैं, उन्होंने शाखा पर बुलडोजर चलवाया है। मैं यहां आपको बुलडोजर दिखाने आया हूं। हमारे पोस्टर फाड़ दिए गए।" सत्ता बदलने की हुंकार भरते हुए ठाकरे ने कहा, चुनाव में शिवसेना (यूबीटी) आपके (शिंदे) अहंकार के टुकड़े-टुकड़े कर देगी।
मुंब्रा में जमीन पर कब्जे का आरोप
पूर्व सीएम ने प्रशासन पर असहाय होने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा, "हमारी जमीन (शाखा) पर कब्जा कर लिया गया है। हमारे पास सभी दस्तावेज हैं।" शिव सेना (यूबीटी) ने कहा कि भले ही भवन पर बुलडोजर चला दिया गया है, मुंब्रा में शाखा हर दिन लगाई जाएगी।
आंदोलनकारियों पर भी लाठीचार्ज
शिंदे की कार्रवाई से आगबबूला उद्धव ठाकरे ने प्रशासन और पुलिस को भी चेतावनी दी। उन्होंने कहा, "आप चोरों के गुलाम नहीं हैं। आपने चोरों की रक्षा की है, लेकिन चोरों ने छत्ते को छेड़ दिया है। अब मधुमक्खियां आपको डंक मारेंगी।" ठाकरे ने कहा कि इसी सरकार ने पुलिस से 'वारकरियों' के साथ-साथ मराठा आरक्षण आंदोलनकारियों पर भी लाठीचार्ज करवाया।
सरकार भाड़े के गुंडे लेकर आई
ठाकरे ने कहा कि उन्होंने और उनके समर्थकों ने शाखा स्थल पर रखे गए पुलिस बैरिकेड्स को नहीं तोड़ा। वे दिवाली के दौरान कानून-व्यवस्था बिगाड़ना नहीं चाहते थे। इससे लोगों को असुविधा होगी। उन्होंने कहा, शिवसेना (यूबीटी) की खामोशी का मतलब यह नहीं है कि हम हमेशा चुप रहेंगे। राज्य सरकार भाड़े के गुंडों को लेकर आई और उन्हें पुलिस सुरक्षा दी। यह बिल्कुल अपमानजनक है।"
गैरकानूनी गतिविधियों के आरोप
ठाकरे के साथ सांसद विनायक राऊत, संजय राऊत, अनिल देसाई, राजन विचारे और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता जीतेन्द्र आव्हाड भी मुंब्रा पहुंचे थे। ठाकरे के बयान से पहले ठाणे के पूर्व मेयर नरेश म्हास्के ने कहा था कि शाखा को अपने कब्जे में ले लिया गया और ध्वस्त कर दिया गया क्योंकि इसका इस्तेमाल अवैध गतिविधियों के लिए किया जा रहा था। बता दें कि पूर्व मेयर नरेश शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना का हिस्सा हैं। ठाकरे ने म्हास्के और शिंदे गुट के अन्य नेताओं की तरफ से लगाए गए आरोपों पर आधारित सवालों पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।