J&K Terrorism: शादी के बाद चला गया था पाकिस्तान... चार साल ली आतंकी बनने की ट्रेनिंग, परिवार को नहीं थी भनक
शादी के बाद पाकिस्तान जाकर चार साल तक पीओके में आतंकी प्रशिक्षण लेने वाला राजोरी निवासी अब्दुल खालिक परगवाल सीमा पर पकड़ा गया, जिससे उसकी घुसपैठ की साजिश नाकाम हो गई। आतंकी के पास से जर्मनी में बनी अत्याधुनिक एमपी-5 मशीन गन बरामद हुई, जिसे फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।
विस्तार
परगवाल में सीमा पर पकड़ा गया आतंकी अब्दुल खालिक 2021 में शादी के बाद पाकिस्तान चला गया था। वहां वह चार साल तक पीओके सहित कई जगहों पर रहा व आतंकी बनने की ट्रेनिंग ली। परिवार को भी उसके सीमापार जाने का पता नहीं था। लंबे समय से गायब रहने पर चिंगस पुलिस पोस्ट में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई गई थी।
खालिक का गांव राजोरी की दरहाल तहसील के उज्जान-मरगा में है। उसकी शादी नौशेरा सब-डिवीजन के रानी-बधेतर गांव में हुई है। 2021 में वह नौशारा से सीमापार कर पाकिस्तान चला गया। गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस ने झांगड़ से उसकी कार बरामद की थी। इसके बाद माना जा रहा था कि वह पाकिस्तान चला गया है। सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान जाने से पहले वह राजोरी में देश विरोधी गतिविधियों में संलिप्त था। धार्मिक कट्टरता वाली सोच थी। युवाओं को बरगलाने की कोशिश करता था। एजेंसियों की उस पर नजर रहती थी।
एक मिनट में 800 राउंड बरसाती है जर्मन एमपी 5 गन
परगवाल में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास पकड़े गए आतंकी से बरामद जर्मनी में बनी मशीन गन एमपी 5 सबमशीन आधुनिक हथियार है। यह एक मिनट में लगभग 800 राउंड तक दाग सकती है। सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार यह एमपी सबमशीन गन भारतीय सेना, नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी) और मार्कोस जैसी विशेष टुकड़ियां इस्तेमाल करती हैं।
हथियार में सेमी और फुल ऑटोमेटिक दोनों मोड होते हैं। यह 15 और 30 राउंड की मैगजीन के साथ आता है जिससे लगातार फायरिंग की क्षमता और बढ़ जाती है। एजेंसियां इस बरामदगी को बड़ी कामयाबी के साथ-साथ गंभीर मान रही हैं क्योंकि जम्मू-कश्मीर में विदेशी हथियार लगातार मिल रहे हैं। अमेरिका, जर्मनी और चीन के बने हथियारों की बरामदगी इस बात का संकेत है कि सीमापार नेटवर्क आधुनिक हथियारों की आपूर्ति लगातार जारी रखने की कोशिश में हैं। बरामद एमपी 5 को फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है ताकि यह पता लगाया जा सके कि इसमें कोई अतिरिक्त मॉडिफिकेशन किया गया था या नहीं।
यह भी पढ़ें: घुसपैठ कर साजिश रच रहा था अब्दुल खालिक: एमपी-5 गन के साथ जैश का आतंकी गिरफ्तार, पाकिस्तान में ली थी ट्रेनिंग
बड़ी कामयाबी: धीमान
रक्षा विशेषज्ञ सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर विजय सागर धीमान ने कहा कि विदेशी हथियार मिलना कोई बड़ी बात नहीं है। पहले भी आतंकी इस तरह के हथियारों का इस्तेमाल करते आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब अमेरिका ने अफगानिस्तान से अपनी सेनाएं वापस बुला ली थी उस समय वहां हथियार छोड़ गए थे। इन हथियारों की अब तस्करी होती है और यह अफगानिस्तान से होते हुए पाकिस्तान पहुंच जाते हैं। आतंकी इन हथियारों का इस्तेमाल करते हैं। उन्होंने कहा कि सीमा पर बीएसएफ भी सतर्क है। यह सुरक्षा बलों के लिए बड़ी कामयाबी है।
एजेंसियों के पास था घुसपैठ का इनपुट
परगवाल में सीमा पर पकड़े गए पाकिस्तानी गाइड को लेकर सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। सीमा पर सुरक्षा और बढ़ा दी गई है। रक्षा सूत्रों के अनुसार सुरक्षा एजेंसियों के पास पहले से इनपुट थे कि पाकिस्तानी सेना व वहां की खुफिया एजेंसी आईएसआई आतंकियों को भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ करवानेे की फिराक में हैं। सूत्रों के अनुसार ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सुरक्षाबलों ने पाकिस्तानी सेना की ओर से बनाए गए आतंकियों के लॉन्चिंग पैड तबाह कर दिए थे। इसके बाद पाकिस्तानी सेना ने लॉन्चिंग पैड रिहाइशी क्षेत्रों में बना दिए हैं ताकि भारतीय एजेंसियों को खबर न लगे।
सांबा सेक्टर की भारत-पाकिस्तान सीमा पर हमेशा ही पाकिस्तानी सेना की नजर रही है। घुसपैठ के ज्यादतर प्रयास सांबा सेक्टर से ही किए गए हैं। सभी प्रयास सुरक्षाबलों ने नाकाम बनाए हैं। भारत-पाक सीमा की कड़ी निगरानी के साथ सुरक्षाबलों का ग्रामीणों के साथ भी अच्छा तालमेल है।
ग्रेनेड के साथ आतंकी सहयोगी गिरफ्तार
पुलवामा में सुरक्षाबलों ने शुक्रवार को आतंकी सहयोगी को ग्रेनेड के साथ गिरफ्तार किया। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि सूचना के आधार पर अवंतिपोरा पुलिस ने सेना की 42 राष्ट्रीय राइफल्स (आरआर) और सीआरपीएफ की 180 बटालियन के साथ मिलकर नानेर मिडूरा इलाके में साझा तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े आतंकी सहयोगी मुसैब नजीर निवासी लद्दू ख्रेव को ग्रेनेड के साथ गिरफ्तार किया। अवंतीपोरा पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।