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Udhampur News: जीएमसी परिसर में मौजूद गंदे नाले को स्लैब डालकर किया जाएगा कवर
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उधमपुर। जीएमसी परिसर के धार रोड वाले हिस्से में लंबे समय से मौजूद बड़े प्राकृतिक नाले की वजह से पेश आने वाली परेशानी से अब जल्द ही राहत मिलने जा रही है। इस नाले को स्लैब डालकर पूरी तरह से कवर किया जाएगा और फिर इससे बनने वाली जगह को पार्किंग व अन्य जरूरी गतिविधियों के लिए इस्तेमाल में लाया जाएगा। इससे जीएमसी उधमपुर के परिसर में उचित पार्किंग की सुविधा नहीं होने से पेश आने वाली परेशानी से भी राहत मिलेगी और विकास कार्य होने से मरीजों और तीमारदारों के लिए अतिरिक्त सुविधा भी बढ़ेगी। इस काम के लिए यूटी कैपेक्स बजट के तहत स्वीकृत लगभग 2.49 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। निर्माण एजेंसी लोक निर्माण विभाग की तरफ से इस परियोजना की टेंडर प्रक्रिया पूरी किए जाने के बाद अब जमीनी स्तर पर भी काम शुरू कर दिया गया है।
वहीं इसको लेकर संजीव कुमार, अंकित शर्मा, सुकेश खजूरिया, विशाल गुप्ता व अन्य शहरवासियों का कहना है कि धार रोड के किनारे जीएमसी परिसर में मौजूद यह बड़ा प्राकृतिक नाला आगे बिल्लन बावली और सयाल की तरफ बहता है। जीएमसी के भीतर इसका हिस्सा काफी ज्यादा गंदगी से भरा रहता है। पांडव मंदिर और हास्पिटल रोड के आसपास के इलाकों से बहकर आने वाली गंदगी भी इसमें जमा होती है। इसकी वजह से जीएमसी में आने वाले लोगाें को भी नाले से उठने वाली दुर्गंध के कारण परेशानी का सामना करना पड़ता था। इसके अलावा जीएमसी परिसर के भीतर होने की वजह से जीएमसी के विस्तार और विकास कार्यों में भी यह बाधक बना हुआ था। इसलिए शहरवासी काफी समय से इस पर स्लैब डालकर इसे कवर करने की मांग कर रहे थे। अब उनकी यह मांग पूरी होने से जीएमसी में आने वाले मरीजों और उनके तीमारदारों को भी काफी राहत मिलेगी। इसके अलावा जीएमसी परिसर, जो काफी समय से पार्किंग की उचित सुविधा नहीं होने की गंभीर समस्या से जूझ रहा है उससे भी राहत मिलेगी।
कोट
जीएमसी में मौजूद नाले पर स्लैब डालकर कवर करने का काम शुरू कर दिया गया है। इसको स्लैब डालकर कवर करने के बाद जीएमसी प्रशासन पार्किंग व अन्य सुविधाओं के लिए इससे बनने वाली जगह का आसानी से इस्तेमाल कर पाएगा।
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रोहित गुप्ता, एईई, लोक निर्माण विभाग
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वहीं इसको लेकर संजीव कुमार, अंकित शर्मा, सुकेश खजूरिया, विशाल गुप्ता व अन्य शहरवासियों का कहना है कि धार रोड के किनारे जीएमसी परिसर में मौजूद यह बड़ा प्राकृतिक नाला आगे बिल्लन बावली और सयाल की तरफ बहता है। जीएमसी के भीतर इसका हिस्सा काफी ज्यादा गंदगी से भरा रहता है। पांडव मंदिर और हास्पिटल रोड के आसपास के इलाकों से बहकर आने वाली गंदगी भी इसमें जमा होती है। इसकी वजह से जीएमसी में आने वाले लोगाें को भी नाले से उठने वाली दुर्गंध के कारण परेशानी का सामना करना पड़ता था। इसके अलावा जीएमसी परिसर के भीतर होने की वजह से जीएमसी के विस्तार और विकास कार्यों में भी यह बाधक बना हुआ था। इसलिए शहरवासी काफी समय से इस पर स्लैब डालकर इसे कवर करने की मांग कर रहे थे। अब उनकी यह मांग पूरी होने से जीएमसी में आने वाले मरीजों और उनके तीमारदारों को भी काफी राहत मिलेगी। इसके अलावा जीएमसी परिसर, जो काफी समय से पार्किंग की उचित सुविधा नहीं होने की गंभीर समस्या से जूझ रहा है उससे भी राहत मिलेगी।
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जीएमसी में मौजूद नाले पर स्लैब डालकर कवर करने का काम शुरू कर दिया गया है। इसको स्लैब डालकर कवर करने के बाद जीएमसी प्रशासन पार्किंग व अन्य सुविधाओं के लिए इससे बनने वाली जगह का आसानी से इस्तेमाल कर पाएगा।
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रोहित गुप्ता, एईई, लोक निर्माण विभाग