कश्मीर में तनाव के बीच कर्फ्यू जैसे हालात, प्रीपेड मोबाइल सेवा और इंटरनेट बंद
हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर सब्जार अहमद भट की मौत के दूसरे दिन भी पूरे कश्मीर कर्फ्यू जैसे हालात रहे। तनावपूर्ण हालात के बीच स्थिति नियंत्रण में रही। घाटी के ज्यादातर इलाकों में कर्फ्यू और कुछ इलाकों में पाबंदियां रहने से उपद्रवी ज्यादा सिर नहीं उठा सके।
पुलिस प्रवक्ता के अनुसार पुलवामा, कुलगाम, शोपियां और सोपोर में पत्थरबाजी की कुछ घटनाओं को छोड़कर, शेष घाटी में दिन भर हालात शांतिपूर्ण बने रहे। घाटी के विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच हिंसक झड़प में कम से कम 30 लोग घायल हुए हैं।
पुलवामा में कुछ उपद्रवियों ने सीआरपीएफ के शिविर पर पत्थर फेंके, जिसमें कोई जख्मी नहीं हुआ है। पुलिस और सुरक्षा बलों ने भी संयम से ही काम लिया है। गौर हो कि दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में त्राल में मुठभेड़ में सुरक्षा बल ने हिजबुल कमांडर सब्जार भट और एक अन्य आतंकवादी को ढेर कर दिया था। इसके घाटी में हालात बिगड़ न जाएं, इसको देखते हुए श्रीनगर के कई इलाकों में कर्फ्यू और कई इलाकों में पाबंदियां लगाईं गई हैं।
श्रीनगर के सात पुलिस स्टेशन इलाकों खानयार, नोहट्टा, सफाकदल, मेहराजगंज, रैणाबाड़ी, करालखुद और मयसूमा में कर्फ्यू रहा। दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग, पुलवामा और शोपियां जिलों और सोपोर में पाबंदियां रहीं। बडगाम और गंदरबल जिलों में सीआरपीसी धारा 144 लगाई गई है। आतंकी सब्जार को रविवार सुबह त्राल में उसके मूल रत्सुना इलाके में दफनाया गया।
अलगाववादियों के बंद से ठहरी घाटी
आतंकियों की मौत के बाद अलगाववादियों ने घाटी में दो दिन के बंद का आह्वान किया था। रविवार को बंद से कोई व्यापारिक प्रतिष्ठान नहीं खुला, वाहन कम चले। लोग घरों से नहीं निकले। हालांकि घाटी के कई इलाकों में कर्फ्यू और पाबंदियां होने से वैसे ही घाटी में शांति रही।
इसी बीच जेकेएलएफ चेयरमैन यासीन मलिक को उसके आवास से गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि गिलानी और मीरवाइज को घर में नजरबंद रखा गया है। घाटी में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं दूसरे दिन भी बंद रहीं, जबकि प्रीपेड नंबर पर आउटगोइंग कॉल को बंद कर दिया गया है।