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Doda Encounter: देसा के जंगलों में यहां छिपे हैं आतंकी... फिर बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में दहशतगर्द
अमर उजाला नेटवर्क, डोडा/उधमपुर
Published by: शाहरुख खान
Updated Thu, 18 Jul 2024 09:03 AM IST
सार
डोडा जिले के देसा के जंगलों में आतंकी ढोक में शरण लिए हैं। दहशतगर्द बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में हैं। बीती रात चार घंटे में दो स्थानों पर संक्षिप्त मुठभेड़ हुई। दहशतगर्द अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकले।
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security forces
- फोटो : पीटीआई
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विस्तार
डोडा जिले के देसा वन क्षेत्र में आतंकी ऊंचाई वाले स्थानों पर बनी बक्करवालों के अस्थायी निवास (ढोक) में शरण लिए हुए हैं। वह एक बार फिर बड़े हमले के इंतजार में हैं। मंगवार रात चार घंटे के अंतराल में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच दो बार मुठभेड़ हुई। दोनों ही मामलों में संक्षिप्त गोलीबारी के बाद आतंकी जंगल में जा छिपे हैं।
सुरक्षाबलों ने बुधवार को तलाशी अभियान के दौरान गंदोह इलाके से दो मोर्टार शेल बरामद किए हैं। जंगलों में श्वान दल, हेलिकॉप्टर, ड्रोन और विशेष पैरा कमांडों के साथ अतिरिक्त सुरक्षाबल दहशतगर्दों की तलाश में जुटे हैं।
सूत्रों के अनुसार, डोडा जिला मुख्यालय से करीब 55 किलोमीटर दूर देसा वन क्षत्र में मंगलवार की रात पहली बार आधी रात को कलां भाटा में वीडीजी (विलेज डिफेंस गार्ड ) और फिर पंचन भाटा के पास आधी रात के बाद करीब 2 बजे गोलीबारी की सूचना मिली।
यह वही जगह है जहां सोमवार और मंगलवार की रात को कैप्टन बृजेंद्र समेत सेना के चार जवान बलिदान हुए थे। इस गोलीबारी में कोई हताहत नहीं हुआ है। अधिकारियों ने बताया कि अंधेरे, दुर्गम इलाके और घने जंगल का फायदा उठाकर आतंकी भागने में सफल रहे।
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सुरक्षाबलों ने बुधवार को तलाशी अभियान के दौरान गंदोह इलाके से दो मोर्टार शेल बरामद किए हैं। जंगलों में श्वान दल, हेलिकॉप्टर, ड्रोन और विशेष पैरा कमांडों के साथ अतिरिक्त सुरक्षाबल दहशतगर्दों की तलाश में जुटे हैं।
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सूत्रों के अनुसार, डोडा जिला मुख्यालय से करीब 55 किलोमीटर दूर देसा वन क्षत्र में मंगलवार की रात पहली बार आधी रात को कलां भाटा में वीडीजी (विलेज डिफेंस गार्ड ) और फिर पंचन भाटा के पास आधी रात के बाद करीब 2 बजे गोलीबारी की सूचना मिली।
यह वही जगह है जहां सोमवार और मंगलवार की रात को कैप्टन बृजेंद्र समेत सेना के चार जवान बलिदान हुए थे। इस गोलीबारी में कोई हताहत नहीं हुआ है। अधिकारियों ने बताया कि अंधेरे, दुर्गम इलाके और घने जंगल का फायदा उठाकर आतंकी भागने में सफल रहे।
अधिकारियों ने बताया कि चुनौतीपूर्ण इलाके और प्रतिकूल मौसम की स्थिति के बावजूद, आतंकी समूह जैश-ए-मोहम्मद से संबंध रखने वाले आतंकियों को पकड़ने और उन्हें बेअसर करने के प्रयास जारी हैं।
गंदोह में दो शेल मिले
इस बीच डोडा के गंदोह के सिनू वन क्षेत्र में एक अलग तलाशी अभियान के दौरान दो गोले (शेल) बरामद किए गए हैं। सिनू वन में 26 जून को मुठभेड़ हुई थी। जिसमें तीन विदेशी आतंकी मारे गए थे और अमेरिका निर्मित एम4 कार्बाइन सहित भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया था।
इस बीच डोडा के गंदोह के सिनू वन क्षेत्र में एक अलग तलाशी अभियान के दौरान दो गोले (शेल) बरामद किए गए हैं। सिनू वन में 26 जून को मुठभेड़ हुई थी। जिसमें तीन विदेशी आतंकी मारे गए थे और अमेरिका निर्मित एम4 कार्बाइन सहित भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया था।