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Jammu Kashmir: वाहनों की होगी ऑटोमेटिक फिटनेस जांच, जम्मू और श्रीनगर में बनेंगे सेंटर, दुर्घटनाओं में होगी कमी

अरुण कुमार अमर उजाला नेटवर्क, जम्मू Published by: निकिता गुप्ता Updated Wed, 22 Jan 2025 01:27 PM IST
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सार

जम्मू और श्रीनगर में ऑटोमेटिक फिटनेस जांच सेंटर स्थापित होंगे, जिससे वाहनों की सटीक जांच होगी और दुर्घटनाओं में कमी आएगी।

Jammu Kashmir: There will be automatic fitness check of vehicles, centers will be built in Jammu and Srinagar,
सांकेतिक तस्वीर - फोटो : Freepik
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विस्तार
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प्रदेश में निजी व यात्री वाहनों की फिटनेस जांच मशीनों की मदद से होगी। इसमें मानव हस्तक्षेप नहीं होगा। इससे वाहनों की फिटनेस जांच में किसी तरह की कोताही नहीं होगी। इसके लिए जम्मू और श्रीनगर में एक-एक ऑटोमेटिक टेस्टिंग सेंटर (एटीएस) बनेगा, जिनकी लागत सात से आठ करोड़ रुपये होगी।

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जम्मू-कश्मीर रोड ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन (जेकेआरटीसी) पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मोड पर इन्हें शुरू करेगा। इसके लिए टेंडरिंग शुरू हो गई है। जम्मू में एटीएस शहर के ब्रिकम चौक में जेकेआरटीसी की वर्कशॉप में बनेगा, जबकि श्रीनगर में सेंट्रल वर्कशॉप पांपोर में होगा।एटीएस में स्वचालित मशीनों से वाहन के फिटनेस की सटीक जांच होती है।
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इसमें किसी भी तरह की गड़बड़ी आशंका नहीं होती है। इसमें स्वचालित परीक्षण स्टेशनों की स्थापना और संचालन निजी कंपनी ही करती है। तय समय तक संचालन के बाद केंद्र जकेआरटीसी का होगा। हालांकि शुरुआत से भी जेकेआरटीसी को राजस्व में कुछ फीसदी हिस्सा मिलता है। एटीएस से जेकेआरटीसी के वाहनों की फिटनेस जांच के साथ-साथ अन्य वाहनों की जांच भी हो सकेगी।

दुर्घटनाओं में आएगी कमी
एटीएस बनने से यांत्रिक रूप से अनुपयुक्त वाहनों के संचालन से होने वाली दुर्घटनाओं में कमी आएगी। अब तक प्रदेश में वाहनों की फिटनेस एमवीआई (मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर) करते हैं। फिटनेस जांच की वीडियो रिकार्डिंग का भी प्रावधान है, बावजूद इसके फिटनेस प्रमाण पत्र जारी करने में व्यापक अनियमित्ताएं रहती हैं। जेकेआरटीसी निजी क्षेत्र की कंपनी टेस्टिंग सेंटर स्थापित करने के लिए जमीन देगी जिसमें मिशनरी उसे खुद लगानी पड़ेगी। देश के विभिन्न राज्यों में सेंटर शुरू हो चुके हैं।

ये होंगे फायदे- कम समय में वाहनों की फिटनेस जांच होगी

  • कबाड़ वाहनों को मशीन नहीं देगी फिटनेस सर्टिफिकेट- वाहनों की जांच में मानव हस्तक्षेप नहीं होगा, मशीनों से होगी जांच
  • फिटनेस के साथ-साथ प्रदूषण की भी जांच होगी- ट्रक, बस, ट्रैवलर, ऑटो, टैक्सी सहित अन्य वाहनों की होगी जांच

जेकेआरटीसी दो एटीएस शुरू करेगी। इसके लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू की है। पीपीपी मोड पर एटीएस शुरू होगा। इसमें वाहनों की जांच होगी।-राकेश सरांगल, महाप्रबंधक, जेकेआरटीसी
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