{"_id":"68a0b7ff730e4a86d30dfffc","slug":"kishtwar-people-are-sitting-at-the-doorstep-of-gmc-to-get-news-of-their-missing-relatives-2025-08-16","type":"feature-story","status":"publish","title_hn":"Kishtwar: अपनों को ढूंढ रहीं आंखें... नहीं थम रहे आंसू, लापता स्वजनों की खबर पाने को GMC की चौखट पर बैठे हैं","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Kishtwar: अपनों को ढूंढ रहीं आंखें... नहीं थम रहे आंसू, लापता स्वजनों की खबर पाने को GMC की चौखट पर बैठे हैं
अमर उजाला, नेटवर्क जम्मू
Published by: निकिता गुप्ता
Updated Sun, 17 Aug 2025 05:34 AM IST
विज्ञापन
सार
चिशोती में बादल फटने से मचैल यात्रा पर गए कई लोग लापता हो गए जिनके परिजन जीएमसी जम्मू में अपने अपनों की तलाश में बदहवास हालत में भटक रहे हैं। प्रशासन से कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिलने पर स्वजन आंसुओं के साथ उम्मीद का दामन थामे अस्पताल में डटे हुए हैं।

अपनों का राह देखते परिजन
- फोटो : अमर उजाला
विज्ञापन
विस्तार
किश्तवाड़ के चिशोती में प्राकृतिक आपदा ने कई दर्जन परिवारों पर वज्रपात किया है। अपनों की मौत ने इन्हें तोड़ दिया हैं। जिनके स्वजन लापता हैं वह बदहवास हैं। जबसे उन्हें पता चला कि घायलों को जीएमसी जम्मू में लाया गया है तब से ही स्वजन यहां की दौड़ लगा रहे हैं।

Trending Videos
उनके आंसू थम नहीं रहे हैं, उनकी आंखों घायलों की भीड़ में अपनों को खोज रही है। जब अपने नहीं मिलते तो अस्पताल के बाहर बैठकर आंसू बहा लेते हैं।जीएमसी में वीरवार की रात से ही ऐसा दुखदायी स्थिति बनी हुई है। बस एक आस में बिना पलक झपकाए दिन-रात एक किए हैं कि शायद अब उनके परिजन मिल जाएंगे।
विज्ञापन
विज्ञापन
मीरां साहिब के बैनागढ़ निवासी गिनी कुमार भी इन्हीं में एक हैं। वह अपनी पत्नी आरती देवी के साथ जीएमसी पहुंचे। उनके आठ परिजन लापता हैं। वह अस्पताल की इमरजेंसी और अन्य वार्डों में खोजते दिखे कि इनमें कोई अपना तो नहीं है। जब कोई नहीं मिला तो बाहर बेंच पर बैठ गए।
पूछने पर बताया कि उनकी माता जीतो देवी, बहन जिन्नी देवी, उनकी बेटियां पीहू 14 वर्ष, बेटा डोकिल, भाभी ममता, उसकी बहन राही, उनकी बेटी परी और भतीजा चीकू घटना के बाद से लापता हैं। गिनी इधर-उधर सभी को ढूंढ़ते रहे लेकिन कहीं से कोई जानकारी नहीं मिल सकी।
12 अगस्त को गए थे यात्रा परगिनी कुमार ने बताया कि 12 अगस्त को 17 लोगों का दल मचैल यात्रा पर रवाना हुआ था। उनको क्या पता था कि इस तरह वह बादल फटने से वह चपेट में आएंगे, पता नहीं वह किस हालत में हैं। उनके बारे में प्रशासन से कोई जानकारी नहीं मिल रही है। सभी के फोन बंद जा रहे हैं। मन में बार-बार किसी अनहोनी की आशंका पैदा हो रही है। 17 लोगों में आठ लापता हैं।
विज्ञापन
रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.
विज्ञापन
विज्ञापन