मसूद जम्मू कश्मीर में हर बड़े हमले का जिम्मेदार, लगभग एक दर्जन बड़े हमले को दिया अंजाम
आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद का सरगना आतंकी मसूद अजहर जम्मू कश्मीर में होने वाले हर बड़े आतंकी हमले का मास्टरमाइंड है। पुलवामा हमले से लेकर उड़ी हमले सहित एक दर्जन बड़े आतंकी हमलों को मसूद के आतंकियों ने अंजाम दिया। वह रियासत में हमला करने वाले आतंकियों से सीधा संवाद तक करता था। मसूद को अंतर्राष्ट्रीय आतंकी घोषित करने पर निश्चित तौर पर इस संगठन की गतिविधियां जम्मू कश्मीर में लगभग खत्म हो जाएंगी।
जैश के कुछ प्रमुख हमले
-2 जनवरी 2016: पठानकोट एयरबेस हमला
-18 सितंबर 2016: उड़ी हमला
- नवंबर 2016: नगरोटा हमला
- जनवरी 2018: सुंजवां हमला
-सितंबर 2018: झज्जर कोटली हमला
-सिंतबर 2017: लेथपोरा सीआरपीएफ कैंप हमला
-14 फरवरी 2019 : पुलवामा हमला
इन तमाम बड़े हमलों में जैश के 50 से अधिक आतंकी भी मारे जा चुके हैं। पुलवामा, उड़ी, झज्जर कोटली, पठानकोट, नगरोटा जैसे सभी हमलों में जैश के होने के सबूत तक पाकिस्तान को सौंपे गए हैं। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने इन हमलों की जांच करने के बाद पाकिस्तान को पूरे सबूत दे रखे हैं। हर हमले में जैश ए मोहम्मद का हाथ रहा है।
मसूद एलओसी पर आकर करता है संवाद
आतंकी मसूद अजहर कई बार एलओसी के पास आकर आतंकियों के साथ सीधा संवाद करता हुआ देखा गया है। वह पाकिस्तानी सेना के कैंपों और एलओसी के नजदीक बने बंकरों तक में आता था। यहां बैठे आतंकियों के साथ बैठक कर उन्हें हमला करने के लिए बोलता था। मसूद ने जम्मू कश्मीर में सुरक्षाबलों को बड़े जख्म दिए हैं।
पूर्व डीजीपी वैद ने किया ट्वीट, दुर्भाग्य से मसूद मेरे हाथों से ही छूटा था
जम्मू कश्मीर पुलिस के पूर्व डीजीपी एस पी वैद ने ट्वीट किया है कि मसूद अजहर को 1999 में छोड़ा गया। उसे इंडियन एयरलाइन्स के आईसी 814 विमान के अपहरण के बाद रिहा करना पड़ा था। दुर्भाग्य से वह मेरे हाथों से ही छोड़ा गया। यह मामला मैं ही सुपरवाइज कर रहा था। तब मैं जम्मू का डीआईजी था। हालांकि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का यह फैसला देर से आया है। भारत सरकार के ईमानदार प्रयासों के लिए धन्यवाद।