Pahalgam Attack: तीन पाकिस्तानी आतंकियों ने दिया था अंजाम, परवेज और बशीर ने की मदद; दिया खाना-ठिकाना
जांच में सामने आया कि दोनों ने पाकिस्तान से आए लश्कर-ए-ताइबा के तीन आतंकियों को खाना, ठिकाना और दूसरी मदद दी थी। ये आतंकी जुलाई तक दाचीगाम-हारवन के जंगलों में छिपे रहे।

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राष्ट्रीय एजेंसी (एनआईए) ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले की वजह बड़ी संख्या में मौजूद पर्यटक और इलाका थोड़ा अलग-थलग होना था। आतंकियों ने सोचा था कि पहलगाम में हमले के बाद सुरक्षाबलों की प्रतिक्रिया आने में वक्त लगेगा और इसी का फायदा उठाकर वे ज्यादा नुकसान कर सकते हैं। इसमें स्थानीय स्तर पर पाकिस्तानी आतंकियों को मदद मिली थी।

एनआईए प्रवक्ता के मुताबिक, 22 अप्रैल को हुए पहलगाम हमले को तीन आतंकियों ने अंजाम दिया था। हमले में 26 निर्दोष लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। एनआईए ने जून में दो स्थानीय लोगों परवेज अहमद जोथर (बाटकोट) और बशीर अहमद जोथर (पहलगाम) को गिरफ्तार किया था। जांच में सामने आया कि दोनों ने पाकिस्तान से आए लश्कर-ए-ताइबा के तीन आतंकियों को खाना, ठिकाना और दूसरी मदद दी थी। ये आतंकी जुलाई तक दाचीगाम-हारवन के जंगलों में छिपे रहे।
स्थानीय मददगारों के खिलाफ होगी कड़ी कार्रवाई
एनआईए प्रवक्ता ने बताया कि हमारे पास पुख्ता सबूत हैं कि पाकिस्तानी आतंकियों को स्थानीय स्तर पर मदद मिली। ऐसे मददगारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। पहलगाम हमले के बाद भारत की सशस्त्र सेनाओं ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर चलाकर पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया।
हमले में मारे गए थे 26 पर्यटक, फिर ऑपरेशन सिंदूर से जवाब
पहलगाम हमले में 26 पर्यटकों की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। इस हमले के जवाब में भारतीय सशस्त्र बलों ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमले किए।
100 आतंकी समर्थकों, 2 हजार लोगों से पूछताछ के बाद मिली कामयाबी
हमले के अगले ही दिन एनआईए की टीम बायसरन पहुंच गई थी। जांच एजेंसी ने 27 अप्रैल को इस मामले में एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच अपने हाथों में ले ली। इसके बाद एनआईए ने 100 आतंकी समर्थकों और करीब 2 हजार लोगों से पूछताछ के बाद परवेज अहमद जोथर और पहलगाम निवासी बशीर अहमद जोथर को दबोचा जिन्होंने बताया कि हमले में तीन आतंकी शामिल थे। तीनों पाकिस्तान के थे। इन्हें हमने पनाह दी थी।
ऑपरेशन महादेव में किए गए तीनों आतंकी ढेर
पहलगाम हमले में शामिल तीनों आतंकी 28 जुलाई को दाचीगाम क्षेत्र में ऑपरेशन महादेव के तहत मार गिराए गए थे। इन आतंकियों में सुलेमान, अफगान और जिब्रान शामिल थे, जोकि पाकिस्तान से संचालित लश्कर-ए-ताइबा से जुड़े थे।