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भारत के शिक्षा सुधारों के भविष्य का नेतृत्व करेंगे सरकारी स्कूल : उपराज्यपाल
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श्रीनगर के स्कूल में ड्रीम परियोजना के उद्घाटन के अवसर पर उपराज्यपाल। स्रोत राजभवन
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- राजकीय बालिका उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कोठीबाग में ड्रीम स्कूल परियोजना का किया उद्घाटन
- बोले-हमारे युवा हमारी सबसे बड़ी ताकत, उनकी प्रतिभा और क्षमता हमारे दृष्टिकोण को आगे बढ़ाएगी
अमर उजाला ब्यूरो
श्रीनगर। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि सरकारी स्कूल भारत के शिक्षण सुधारों के भविष्य का नेतृत्व करेंगे। रोबोटिक्स लैब, एसटीईएम नवाचार केंद्र, स्मार्ट कक्षाएं, एडवांस डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर, शिक्षकों के लिए प्रोफेशनल डेवलपमेंट और पूर्ण शिक्षण स्थल हर बच्चे की क्षमता को उजागर करेंगे।
उपराज्यपाल ने यह बातें श्रीनगर के कोठी बाग स्थित प्रतिष्ठित राजकीय बालिका उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में ड्रीम स्कूल परियोजना के उद्घाटन के अवसर पर कहीं। यह परियोजना डेवलपिंग रिफॉर्म एजुकेशन इन एस्पिरेशनल माइंडसेट (ड्रीम) जम्मू और कश्मीर सरकार और फैजल एवं शबाना फाउंडेशन के सहयोग से मार्च 2023 में शुरू की गई थी।
उपराज्यपाल ने कहा कि यह परियोजना प्रत्येक बच्चे को वैश्विक स्तर की शिक्षा सुनिश्चित करने और उनके लिए बड़े सपने देखने और आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए प्रगतिशील वातावरण प्रदान करने की हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है। उनका लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि जम्मू कश्मीर का प्रत्येक स्कूल नवाचार, समावेशिता और प्रेरणा का केंद्र बने। ऐसे युवाओं का पोषण करे जो देश के भविष्य को आकार देंगे।
उन्होंने कहा कि हम स्कूल में प्रत्येक छात्र को विकास और उत्कृष्टता की ओर अग्रसर करने वाले सशक्त वातावरण को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं जो प्रत्येक छात्र के सामाजिक, भावनात्मक और बौद्धिक विकास को शामिल करते हुए समग्र विकास की गारंटी देगा और उन्हें भविष्य के आदर्श नागरिक के रूप में ढालेगा। हमारे युवा हमारी सबसे बड़ी ताकत हैं और उनकी प्रतिभा और क्षमता भविष्य के लिए हमारे दृष्टिकोण को आगे बढ़ाएगी। पिछले कुछ वर्षों में हमने जम्मू-कश्मीर को प्रतिभाओं का सागर बनाने के लिए अपने शिक्षा पारिस्थितिकी तंत्र को बदलने में गहन निवेश किया है।
कार्यक्रम के दौरान फाउंडेशन के संस्थापक और अध्यक्ष फैजल ई कोट्टिकोलोन, सह-संस्थापक शबाना फैजल, स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव राम निवास शर्मा, विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव डॉ. अमन पुरी, मेजर जनरल शराफुद्दीन शराफ (सेवानिवृत्त), यूएई में भारत के पूर्व राजदूत संजय सुधीर, स्कूल शिक्षा महानिदेश डॉ. गुलाम नबी इत्तू, स्कूल की प्रधानाचार्या, वरिष्ठ अधिकारी, शिक्षण संस्थाओं के प्रमुख, शिक्षकगण और बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे।
छात्राओं को दिए पांच मंत्र
उद्घाटन के अवसर पर उपराज्यपाल ने छात्राओं को संबोधित करते हुए उन्हें पांच मंत्र दिए। पहला-प्रेरणा प्राप्त करें, दूसरा-बड़ा सोचें, तीसरा-बड़े सपने देखें, चौथा-शैक्षिक यात्रा के दौरान साहस के साथ जोखिम उठाएं और पांचवां, करुणा और संवेदनशीलता के साथ कार्य करें। उन्होंने शैक्षणिक संस्थानों और शिक्षक समुदाय से ऐसी शिक्षा प्रणाली विकसित करने का आह्वान किया जो रचनात्मकता, जिज्ञासा, नवाचार और आलोचनात्मक सोच को पुरस्कृत करे। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस प्रणाली में रचनात्मकता और प्रतिस्पर्धा का संतुलन होना चाहिए, जहां कक्षा की परीक्षाएं सीखने, मौलिकता और प्रयोग पर आधारित हों, रचनात्मकता और व्यक्तित्व को अंकों और स्वर्ण पदकों से ज्यादा महत्व दिया जाए।
सरकारी स्कूल में बनाई रोबोटिक्स और लैब, सभी कमरे बातानुकूलित
फैजल एवं शबाना फाउंडेशन ने राजकीय बालिका उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कोठीबाग में रोबोटिक्स और एसटीईएम लैब, सभी कमरों में एसी और अलग रसोई और एक स्टोररूम के साथ एक समर्पित लंच रूम जैसी अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त स्कूल ब्लॉक का निर्माण किया है। ड्रीम स्कूल परियोजना की शुरुआत यूएई इंडिया बिजनेस काउंसिल-यूएई चैप्टर के अध्यक्ष फैजल कोट्टिकोलोन ने 2023 में श्रीनगर में उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के दौरे के दौरान व्यक्त की थी। इस परियोजना का उद्देश्य जम्मू कश्मीर में सार्वजनिक शिक्षा में बदलाव लाना है। यह केरल के नादक्कवु स्कूल मॉडल की सफलता पर आधारित है जिसे पिछले पांच वर्षों से भारत के शीर्ष तीन सर्वश्रेष्ठ सरकारी डे स्कूलों में स्थान दिया गया है।
- बोले-हमारे युवा हमारी सबसे बड़ी ताकत, उनकी प्रतिभा और क्षमता हमारे दृष्टिकोण को आगे बढ़ाएगी
अमर उजाला ब्यूरो
श्रीनगर। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि सरकारी स्कूल भारत के शिक्षण सुधारों के भविष्य का नेतृत्व करेंगे। रोबोटिक्स लैब, एसटीईएम नवाचार केंद्र, स्मार्ट कक्षाएं, एडवांस डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर, शिक्षकों के लिए प्रोफेशनल डेवलपमेंट और पूर्ण शिक्षण स्थल हर बच्चे की क्षमता को उजागर करेंगे।
उपराज्यपाल ने यह बातें श्रीनगर के कोठी बाग स्थित प्रतिष्ठित राजकीय बालिका उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में ड्रीम स्कूल परियोजना के उद्घाटन के अवसर पर कहीं। यह परियोजना डेवलपिंग रिफॉर्म एजुकेशन इन एस्पिरेशनल माइंडसेट (ड्रीम) जम्मू और कश्मीर सरकार और फैजल एवं शबाना फाउंडेशन के सहयोग से मार्च 2023 में शुरू की गई थी।
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उपराज्यपाल ने कहा कि यह परियोजना प्रत्येक बच्चे को वैश्विक स्तर की शिक्षा सुनिश्चित करने और उनके लिए बड़े सपने देखने और आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए प्रगतिशील वातावरण प्रदान करने की हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है। उनका लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि जम्मू कश्मीर का प्रत्येक स्कूल नवाचार, समावेशिता और प्रेरणा का केंद्र बने। ऐसे युवाओं का पोषण करे जो देश के भविष्य को आकार देंगे।
उन्होंने कहा कि हम स्कूल में प्रत्येक छात्र को विकास और उत्कृष्टता की ओर अग्रसर करने वाले सशक्त वातावरण को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं जो प्रत्येक छात्र के सामाजिक, भावनात्मक और बौद्धिक विकास को शामिल करते हुए समग्र विकास की गारंटी देगा और उन्हें भविष्य के आदर्श नागरिक के रूप में ढालेगा। हमारे युवा हमारी सबसे बड़ी ताकत हैं और उनकी प्रतिभा और क्षमता भविष्य के लिए हमारे दृष्टिकोण को आगे बढ़ाएगी। पिछले कुछ वर्षों में हमने जम्मू-कश्मीर को प्रतिभाओं का सागर बनाने के लिए अपने शिक्षा पारिस्थितिकी तंत्र को बदलने में गहन निवेश किया है।
कार्यक्रम के दौरान फाउंडेशन के संस्थापक और अध्यक्ष फैजल ई कोट्टिकोलोन, सह-संस्थापक शबाना फैजल, स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव राम निवास शर्मा, विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव डॉ. अमन पुरी, मेजर जनरल शराफुद्दीन शराफ (सेवानिवृत्त), यूएई में भारत के पूर्व राजदूत संजय सुधीर, स्कूल शिक्षा महानिदेश डॉ. गुलाम नबी इत्तू, स्कूल की प्रधानाचार्या, वरिष्ठ अधिकारी, शिक्षण संस्थाओं के प्रमुख, शिक्षकगण और बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे।
छात्राओं को दिए पांच मंत्र
उद्घाटन के अवसर पर उपराज्यपाल ने छात्राओं को संबोधित करते हुए उन्हें पांच मंत्र दिए। पहला-प्रेरणा प्राप्त करें, दूसरा-बड़ा सोचें, तीसरा-बड़े सपने देखें, चौथा-शैक्षिक यात्रा के दौरान साहस के साथ जोखिम उठाएं और पांचवां, करुणा और संवेदनशीलता के साथ कार्य करें। उन्होंने शैक्षणिक संस्थानों और शिक्षक समुदाय से ऐसी शिक्षा प्रणाली विकसित करने का आह्वान किया जो रचनात्मकता, जिज्ञासा, नवाचार और आलोचनात्मक सोच को पुरस्कृत करे। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस प्रणाली में रचनात्मकता और प्रतिस्पर्धा का संतुलन होना चाहिए, जहां कक्षा की परीक्षाएं सीखने, मौलिकता और प्रयोग पर आधारित हों, रचनात्मकता और व्यक्तित्व को अंकों और स्वर्ण पदकों से ज्यादा महत्व दिया जाए।
सरकारी स्कूल में बनाई रोबोटिक्स और लैब, सभी कमरे बातानुकूलित
फैजल एवं शबाना फाउंडेशन ने राजकीय बालिका उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कोठीबाग में रोबोटिक्स और एसटीईएम लैब, सभी कमरों में एसी और अलग रसोई और एक स्टोररूम के साथ एक समर्पित लंच रूम जैसी अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त स्कूल ब्लॉक का निर्माण किया है। ड्रीम स्कूल परियोजना की शुरुआत यूएई इंडिया बिजनेस काउंसिल-यूएई चैप्टर के अध्यक्ष फैजल कोट्टिकोलोन ने 2023 में श्रीनगर में उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के दौरे के दौरान व्यक्त की थी। इस परियोजना का उद्देश्य जम्मू कश्मीर में सार्वजनिक शिक्षा में बदलाव लाना है। यह केरल के नादक्कवु स्कूल मॉडल की सफलता पर आधारित है जिसे पिछले पांच वर्षों से भारत के शीर्ष तीन सर्वश्रेष्ठ सरकारी डे स्कूलों में स्थान दिया गया है।