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Jammu News: बांदीपोरा की महिदा फैयाज युवा महिला क्रिकेटरों के लिए बनीं प्रेरणा
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बांदीपोरा की महिदा फयाज। संवाद
- फोटो : Samvad
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भट शहजाद
बांदीपोरा। लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती... कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती...सोहन लाल द्विवेदी की रचना की पंक्तियां राज्य स्तरीय महिला क्रिकेटर महिदा फैयाज पर सटीक बैठती हैं। एक लड़की के तौर पर उन्हें अपने खेल के सफर में कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा लेकिन वह डटी रहीं।
आज बांदीपोरा जिले के अजर इलाके की ये युवा खिलाड़ी क्रिकेट की दुनिया में अपनी अलग पहचान बना चुकी हैं। वह अन्य युवा महिला क्रिकेटरों के लिए प्रेरणा हैं। महिदा ने विशेष बातचीत में बताया कि क्रिकेट के लिए उनका जुनून बचपन से ही था। उन्हें अपने पिता से प्रेरणा मिली जिन्होंने लगातार उनके सपने का समर्थन किया। पिता उन्हें मोटिवेट करते थे और अभ्यास के लिए हर दिन स्टेडियम ले जाते थे। महिदा ने अपने कोच का भी शुक्रिया अदा किया जिन्होंने उन्हें कड़े ट्रेनिंग सेशन में आगे बढ़ाया और उनकी स्किल्स को बेहतर बनाने में अहम भूमिका निभाई।
इस युवा महिला खिलाड़ी ने बताया कि मुझे कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा, लेकिन मैंने कभी हार नहीं मानी। मैं पहले ही राज्य स्तर पर खेल चुकी हूं और लगातार आगे बढ़ रही हूं। हाल ही में मैंने युवा सेवाएं और खेल विभाग के यूटी-लेवल की युवा खेल प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। इसमें 14 टीमों ने हिस्सा लिया था। बांदीपोरा टीम ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया और टूर्नामेंट जीता जिसमें महिदा का भी अहम रोल था।
भारतीय महिला क्रिकेट टीम में खेलना है सपना
अपनी कामयाबी से महिदा को उम्मीद है कि उनका खेल सफर दूसरी युवा लड़कियों को आगे आने और स्पोर्ट्स में अपनी पहचान बनाने के लिए प्रेरित करेगा। उन्होंने भरे विश्वास से कहा कि मेरा सपना भारतीय महिला क्रिकेट टीम के लिए खेलना है। संवाद
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आज बांदीपोरा जिले के अजर इलाके की ये युवा खिलाड़ी क्रिकेट की दुनिया में अपनी अलग पहचान बना चुकी हैं। वह अन्य युवा महिला क्रिकेटरों के लिए प्रेरणा हैं। महिदा ने विशेष बातचीत में बताया कि क्रिकेट के लिए उनका जुनून बचपन से ही था। उन्हें अपने पिता से प्रेरणा मिली जिन्होंने लगातार उनके सपने का समर्थन किया। पिता उन्हें मोटिवेट करते थे और अभ्यास के लिए हर दिन स्टेडियम ले जाते थे। महिदा ने अपने कोच का भी शुक्रिया अदा किया जिन्होंने उन्हें कड़े ट्रेनिंग सेशन में आगे बढ़ाया और उनकी स्किल्स को बेहतर बनाने में अहम भूमिका निभाई।
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इस युवा महिला खिलाड़ी ने बताया कि मुझे कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा, लेकिन मैंने कभी हार नहीं मानी। मैं पहले ही राज्य स्तर पर खेल चुकी हूं और लगातार आगे बढ़ रही हूं। हाल ही में मैंने युवा सेवाएं और खेल विभाग के यूटी-लेवल की युवा खेल प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। इसमें 14 टीमों ने हिस्सा लिया था। बांदीपोरा टीम ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया और टूर्नामेंट जीता जिसमें महिदा का भी अहम रोल था।
भारतीय महिला क्रिकेट टीम में खेलना है सपना
अपनी कामयाबी से महिदा को उम्मीद है कि उनका खेल सफर दूसरी युवा लड़कियों को आगे आने और स्पोर्ट्स में अपनी पहचान बनाने के लिए प्रेरित करेगा। उन्होंने भरे विश्वास से कहा कि मेरा सपना भारतीय महिला क्रिकेट टीम के लिए खेलना है। संवाद