Jammu Kashmir: आंदोलन को गति देने के लिए मैदान में उतरेगी युवा के साथ महिला विंग, संयुक्त बैठक में बनी रणनीति
श्री माता वैष्णो देवी संघर्ष समिति ने आंदोलन को तेज करने के लिए युवा और महिला विंग को सक्रिय भूमिका देने का फैसला किया है, जिसकी जिम्मेदारी कार्तिक सुधन और शिल्पी वर्मा को सौंपी गई है। समिति ने श्राइन बोर्ड और मेडिकल कॉलेज प्रबंधन को चेतावनी दी है कि विवादित फैसले वापस नहीं लिए गए तो आंदोलन को उग्र किया जाएगा।
विस्तार
श्री माता वैष्णो देवी संघर्ष समिति के आंदोलन को धार देने के लिए युवा और महिला वर्ग भी मुख्य भूमिका निभाएगा। रविवार को हुई बैठक में युवा और महिला विंग के सदस्यों की महत्वपूर्ण भूमिका तय की गई। गीता भवन में आयोजित संयुक्त बैठक में श्री माता वैष्णो देवी संघर्ष समिति के संयोजक सुखबीर सिंह मनकोटिया ने विस्तार से रणनीति की जानकारी दी।
रिटायर्ड कर्नल मनकोटिया ने बताया कि बैठक में बड़ी संख्या में युवकों, युवतियों और महिलाओं ने सहभागिता दिखाई। इस दौरान युवा विंग की जिम्मेदारी कार्तिक सुधन और महिला विंग की शिल्पी वर्मा को सौंपी गई। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड और श्री माता वैष्णो देवी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एक्सीलेंस के प्रबंधन को मां वैष्णो देवी में आस्था रखने वाले सनातन समाज की भावनाओं का हर हालत में ख्याल रखना पड़ेगा।
श्राइन बोर्ड प्रबंधन को देश और दुनिया के करोड़ों श्रद्धालुओं के चढ़ावे का गलत इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं दी जाएगी। अच्छा होगा कि श्राइन बोर्ड और मेडिकल कॉलेज प्रबंधन जल्द गलत निर्णय को ठीक कर ले अन्यथा आंदोलन उग्र किया जाएगा। इसकी जिम्मेदारी भी श्राइन बोर्ड की ही होगी।
श्री सनातन धर्म सभा जम्मू-कश्मीर के अध्यक्ष पुरुषोत्तम दधीचि ने कहा कि किसी भी आंदोलन में युवा और महिला वर्ग की भूमिका अहम होती है। इसलिए श्री माता वैष्णो देवी संघर्ष समिति का भी मत है कि युवा और महिलाएं आंदोलन में मुख्य भूमिका निभाने के लिए तैयार रहें, क्योंकि यह मुद्दा सनातन की विरासत और धरोहर से जुड़ा हुआ है।
अगर श्री माता वैष्णो देवी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एक्सीलेंस में एक ही समुदाय के छात्रों को एमबीबीएस में प्रवेश देने के निर्णय को नहीं पलटा गया तो भविष्य में यह परंपरा बन जाएगी और इसका खामियाजा आने वाले पीढ़ियों को भुगतना पड़ेगा।
हिंदू छात्रों को उचित प्रतिनिधित्व न मिलना
श्री माता वैष्णो देवी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एक्सीलेंस कटड़ा में हिंदू छात्रों को उचित प्रतिनिधित्व न मिलना श्राइन बोर्ड की गलती है। समाज के बच्चों के साथ जालसाजी क्यों हुई, इस पर ध्यान देने की जरूरत है। यह बात राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख नरेंद्र ठाकुर ने कही।
वह त्रिकुटा नगर स्थित भारत माता मंदिर में हिंदू सम्मेलन में पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि हिंदुओं की तरफ से स्थापित, दान व चढ़ावा की राशि से बनाए गए संस्थानों में हिंदुओं को बढ़ावा मिलना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि घर का माहौल सनातन परंपरा के अनुसार होना जरूरी है। परिवार के साथ रहने की कैसी व्यवस्था है उस पर ध्यान देने की जरूरत है।
घर पर हिंदी या डोगरी में परिवार के सदस्य बैठकर बातें करें तो भाषा व संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा। सभी सदस्य एक साथ भोजन करें। हमें समाज में समरसता लाने के लिए प्रयास करना होगा जिसमें सभी की सहभागिता जरूरी है। श्री माता वैष्णो देवी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एक्सीलेंस मेंं हिंदू छात्रों को कम सीटों पर प्रवेश देने पर कहा कि ऐसा नहीं होना चाहिए था।
हिंदू समाज के छात्रों को उचित प्रतिनिधित्व कैसे मिले इस विषय में श्राइन बोर्ड निर्णय लेता। इस दौरान बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले युवकों और युवतियों को सम्मानित किया गया। यहां प्रमुख रूप से आचार्य वेद शास्त्री, महंत अनिरुद्ध, स्वदेशी जागरण मंच के संपर्क प्रमुख अजय सिंह चंदेल, प्रचार प्रमुख दिलीप मौजूद थे।