उधमपुर हमले की चार्जशीट फिर गृह मंत्रालय पहुंची
लगभग छह महीने पहले उधमपुर में बीएसएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले की चार्जशीट एक बार फिर गृह मंत्रालय पहुंच गई है।
केस की जांच कर रही एनआईए ने इससे पहले भी चार्जशीट तैयार करने के बाद गृह मंत्रालय को अंतिम मुहर के लिए भेजी थी, लेकिन कुछ प्वाइंट पर सबूत पुख्ता करने के सुझाव के साथ मंत्रालय ने फाइल एनआईए को वापस भेज दी थी।
मिली जानकारी के अनुसार एनआईए ने दोबारा फाइल मंत्रालय को भेजी है और वहां से हरी झंडी मिलते ही अदालत में चार्जशीट पेश की जाएगी।
हालांकि इस मामले में आतंकियों के ट्रक का मुख्य ड्राइवर खुर्शीद अहमद अशवर उर्फ सेठा और फाइनेंसर आशिक हुसैन भट्ट अभी फरार हैं, लेकिन एनआईए ने जनवरी के तीसरे हफ्ते में चार्जशीट पेश करने की तैयारी कर ली है।
बीएसएफ के दो जवान शहीद हो गए थे
बताया जाता है कि लश्कर के फरार ओवर ग्राउंड वर्कर (ओजीडब्ल्यू) सेठा और आशिक की गिरफ्तारी होने के बाद एनआईए बाद में अतिरिक्त चार्जशीट पेश करेगी। एनआईए ने फाइनेंसर आशिक के खिलाफ गैर जमानती वारंट हासिल किया है, लेकिन अभी तक उसे गिरफ्तार करने में कामयाबी नहीं मिल पाई है।
उल्लेखनीय है कि पांच अगस्त को पाकिस्तानी आतंकी मोहम्मद नावेद और मोहम्मद नोमान ने उधमपुर के पास बीएसएफ के काफिले पर हमला किया था। इसमें बीएसएफ के दो जवान शहीद हो गए थे।
नोमान को सुरक्षाकर्मियों ने मौके पर ही ढेर कर दिया था, जबकि नावेद को दो ग्रामीणों ने जिंदा पकड़ लिया था। नावेद के खुलासे के बाद एनआईए ने कश्मीर घाटी से लश्कर के पांच ओवर ग्राउंड वर्करों को गिरफ्तार किया था, जिन्होंने हमले से पहले आतंकियों की हर तरह से मदद की थी।
इनमें शौकत अहमद भट (पुलवामा), खुर्शीद अहमद भट (पुलवामा), शाबजार अहमद भट (कुलगाम), फैयाज अहमद इट्टू और खुर्शीद अहमद इट्टू (दोनों कुलगाम) शामिल हैं।