झारखंड: हजारीबाग के खपिया में टीपीसी के तीन हार्डकोर नक्सली गिरफ्तार, हथियार और गोलियां बरामद
पुलिस ने बताया कि तीनों उग्रवादियों की पहचान मुन्नी लाल महतो उर्फ धर्मेंद्र, राहुल गंझू उर्फ सोरेन और महेंद्र गंझू उर्फ पल्टा के रूप में हुई है। सभी चतरा जिले के लावालौंग थाना क्षेत्र के निवासी हैं।

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झारखंड के हजारीबाग जिले में एंटी नक्सल ऑपरेशन में लगे सुरक्षाबलों और पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। गिद्दी थाना क्षेत्र के खपिया गांव के जंगलों में 22 बटालियन सीआरपीएफ और जिला पुलिस की संयुक्त टीम ने त्रित्य प्रस्तुति समिति (टीपीसी) के तीन सक्रिय नक्सलियों को गिरफ्तार किया है जबकि अंधेरे का लाभ उठा कर दो से तीन नक्सली भागने में कामयाब रहे। त्रित्य प्रस्तुति समिति- भाकपा (माओवादियों) से अलग हुए नक्सलियों का एक समूह है।

पुलिस ने बताया कि तीनों उग्रवादियों की पहचान मुन्नी लाल महतो उर्फ धर्मेंद्र, राहुल गंझू उर्फ सोरेन और महेंद्र गंझू उर्फ पल्टा के रूप में हुई है। सभी चतरा जिले के लावालौंग थाना क्षेत्र के निवासी हैं।
हजारीबाग के पुलिस अधीक्षक (एसपी) मनोज रतन छोटे ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि हमें गुप्त सूचना मिली थी कि गिद्दी थाना क्षेत्र के खपिया के जंगलों में नक्सलियों का एक दस्ता पिछले दो-तीन दिन से सक्रिय है। इसी दस्ते ने बीते दो मार्च को सीसीएल रैलीगढ़ा कोलियरी के कांटा के पास फायरिंग की वारदात को अंजाम दिया था। नक्सलियों को पकड़ने के लिए हजारीबाग पुलिस और सीआरपीएफ की 22 बटालियन दल ने संयुक्त अभियान चलाया था।
मनोज रतन छोटे ने बताया कि नक्सलियों के पास से एक देसी सेमी-कार्बाइन, दो देसी कट्टा, 10 जिंदा कारतूस, 12 बोर के दो जिंदा कारतूस, तीन मोबाइल फोन और काला रंग का एक पिट्ठू बैग जिसके अंदर से माओवादी वर्दी बरामद किया गया है। इस संबंध में गिद्दी थाना में कांड संख्या 36/22 आर्म्स एक्ट तथा 17 सीएलए के तहत मामला दर्ज किया गया है।
उन्होंने कहा कि ये नक्सली जबरन वसूली और आपराधिक गतिविधियों के 45 मामलों में शामिल हैं। अधिकारी ने कहा कि उनके खिलाफ 2015 से मामले लंबित हैं। उन्होंने कहा कि समूह के अन्य सदस्यों, जो अंधेरे में भागने में सफल रहे उन्हें पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है।