सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Jharkhand ›   Jharkhand political crisis Babulal Marandi said for how long can you keep MLAs locked hotel

Jharkhand : राजनीतिक संकट पर पूर्व सीएम मरांडी का बयान, बोले-होटल में विधायकों को कब तक बंद करके रख सकते हैं?

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, झारखंड Published by: वीरेंद्र शर्मा Updated Fri, 02 Sep 2022 08:19 PM IST
विज्ञापन
सार


झारखंड मुक्ति मोर्चा का मानना है कि महाराष्ट्र की भाजपा सरकार गिराने वाली भाजपा उनके और कांग्रेस विधायकों को अपनी तरफ कर सकती है। विधायकों को सुरक्षित जगह में रखने की जरूरत है। 

Jharkhand political crisis Babulal Marandi said for how long can you keep  MLAs locked hotel
झारखंड के पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी - फोटो : ANI
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

झारखंड राजनीतिक संकट पर विधायकों को होटल में रखे जाने पर पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने सोरेन सरकार पर निशाना साधा हैं। पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा कि आप उन्हें कब तक किसी होटल में बंद करके रख सकते हैं? रिहा होने के बाद भाग जाएंगे... कोई आपका पालतू तभी बनता है जब आप उन्हें प्यार, समय पर भोजन, सम्मान देते हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने ही विधायकों से डरते हैं। वो जानते हैं कि सत्ता में आने के बाद से 32 महीनों में उन्होंने कोई काम नहीं किया है। लेकिन सीएम और सहयोगियों ने बहुत कमाया है।
loader
Trending Videos


बता दें कि, झारखंड में सत्ताधारी महागठबंधन को झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और कांग्रेस-राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने राज्य में राजनीतिक संकट के बीच मंगलवार को अपने 32 विधायकों को रायपुर भेजा था। नवा रायपुर के आलीशान रिसॉर्ट में ठहरे चार विधायक दीपिका पांडे, भूषण बारा, सुदिव्य कुमार और स्टीफन मरांडी झारखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर के साथ मीडिया से बातचीत करने रिसॉर्ट से बाहर आए। रिसॉर्ट में पिकनिक मनाने के भाजपा के आरोप पर किए गए सवाल का जवाब देते हुए विधायक दीपिका पांडे ने कहा कि भाजपा को कुछ कहने अधिकारी नहीं हैं उन्होंने महाराष्ट्र में शिवसेना नेतृत्व के खिलाफ बगावत के बाद एकनाथ शिंदे गुट के विधायकों के असम के एक होटल में रहने का भी हवाला दिया। उन्होंने कहा कि राज्य में 50 की संख्या में विधायक होने के बाद भी सरकार को अस्थिर करने का प्रयास किया जा रहा है। 
विज्ञापन
विज्ञापन


झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो)-कांग्रेस-राष्ट्रीय जनता दल (राजद) गठबंधन ने राज्य में राजनीतिक संकट के बीच मंगलवार को अपने 32 विधायकों को रायपुर भेज दिया था। रिसॉर्ट में ठहरे चार मंत्री गुरुवार को कैबिनेट बैठक में शामिल होने वापस रांची पहुंच गए। सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन रायपुर नहीं आए हैं। 

 
विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

एप में पढ़ें

Followed