आज किसी ने मुझसे पूछा, देशभक्ति क्या होती है,
मैने बोला, देशभक्ति इक परम अलौकिक ज्योती है।
अपने हित के ऊपर तुम, यदि देश के हित को रखते हो,
देश की उन्नति में ये कर, तुम देशभक्त बन सकते हो।
जिस मिट्टी में जन्म लिया, और खेल क...और पढ़ें
केसरिया सफेद हरा तिरंगा झंडा लहरा,
देशभक्ति सत्य हरियाली का है पहरा,
अशोक चक्र गतिशील देश का मोहरा,
24 तीलियां मानवीयता धर्म का चेहरा !
-राजेश कुमार कौशल
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धर्म-धर्म से लड़े तो , अघ से लड़ये कौन।
सज्जन सुरक्षा कस हो, जब राजा ही मौन।।
कण-कण मुहे कट्टरता , यूं हुई है प्रवेश ।
कैसे सुरक्षित रहईं, सज्जन और स्वदेश।।
अल्ला ईश्वर एक है, भिन्न-भिन्न है नाम।
कोई...और पढ़ें
हिंदी फ़िल्मों की अदाकारा शबाना आज़मी के पिता कैफ़ी आज़मी साहब हिंदुस्तान की शायरी में एक दैदीप्यमान नक्षत्र की तरह चमकते रहे। बाल्यावस्था में ही शायरी का शौक़ इनको जो चढ़ा वह ता उम्र चढ़ता ही रहा। सच कहा है जो हमेशा चढ़ती है वह ख़ुदा की मस्ती होती ह...और पढ़ें
जब किसी बम में
बची रहती है चुनावी संभावना
तो वह बारूद नहीं
बन जाती है "मास्टरस्ट्रोक"
जब सैनिक की जान
हो जाती है “रील कंटेंट”
और शोक में डूबा परिवार
खड़ा होता है "नेता जी की संवेदना" के साथ—...और पढ़ें
चाटुकारिता की बातों से कब जग का कल्याण हुआ प्रशंसकों के स्वार्थों को ही इससे नया विहान मिला
अत: कबीर की इस वाणी पर नेताओं विश्वास करो
निंदक को निअरे रखने का यदा कदा तो प्रयास करो
निंदा प्रतिरोधक क्षमता को सुदृढ़ नित्य बना...और पढ़ें
हम भारत के लोग अभी भी संविधान की शोभा है
मुट्ठी भर लोगों के जेबों की सूखी सी मेवा हैं
जब उनकी प्रतिरोधी क्षमता न्यूनाधिक हो जाती है
तभी जेब से धीरे-धीरे मुट्ठी में आ जाती है
कहने को हम शक्ति केंद्र हैं सत्ताओं के उद्गम हैं...और पढ़ें
ये हमारा हरियाणा, दूध-दही का ख़ज़ाना,
मेहनत जिसकी पहचान, कर्मभूमि ये महान!
हर खेत लहराए हरियाली,
हर दिल में सच्चाई की चमक निराली।
वंदन तुझको, ओ हरियाणा!
शौर्य यहाँ की शान निराली,
हर हृदय में देशभक्ति की लौ उज...और पढ़ें
मैं सिर्फ दो ही दिन जागती हूँ,
बाकी सब दिन सोई रहती हूँ।
में 15 अगस्त और 26 जनवरी को ही जगती हूँ,
फिर बाकी साल भर, नींद में खोई रहती हूँ।
मुझे परवाह नहीं रहती,
कि 16 अगस्त या 27 जनवरी को
तिरंग...और पढ़ें
कंगाली में आता गीला
बेइमानी का खेल रंगीला ,
इनका बस चले ये तो
दूध को बना दे टकीला ।
लोकतंत्र मिलाएं मिट्टी में
डूब गए सारे अरमान ,
ईमानदारी में हाथ टूटते
घूसखोरी सबसे आसान ।
भ्रष...और पढ़ें